गुजरात के सूरत और अहमदाबाद शहर प्रशासन ने अपने प्रतिदिन के कोरोना वायरस बुलेटिन में उन लोगों के बारे में जानकारी देना शुरू किया है, जो COVID-19 से संक्रमित पाए गए हैं। सूरत म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन ने कोरोना संक्रमित व्यक्तियों के रिहायशी पतों को गूगल मैप्स पर पिन करना भी शुरू के दिया है, जिससे आस-पास रहने वाले लोग सतर्क रह सकें।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इसी प्रकार अहमदाबाद म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन ने भी कोरोना पॉजिटिव केसेस की जानकारी देनी शुरू कर दी है। क्योंकि कॉर्पोरेशन के पास कोई आधिकारिक मैप नहीं है, इसलिए अहमदाबाद में मौजूद तकनीकी विशेषज्ञों ने बतौर वॉलंटियर कोरोना संक्रमित लोगों की लोकेशंस को गूगल मैप पर पिन करना शुरू कर दिया है।
इन वॉलंटियर्स में से एक अभय जानी हैं, जिन्होंने उपरोक्त मैप बनाया है, वो कहते हैं कि उन्होंने यह मैप अहमदाबाद म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन द्वारा रिलीज किए गए डेटा से तैयार किया है।
#AmdavadFightsCorona
— Aravind Chaudhari અરવિંદ ચૌધરી (@aravindchaudhri) April 7, 2020
આજે નોંધાયેલ 14 પોઝોટિવ કેસના નામ અને સરનામાં AMC એ કર્યા જાહેર
પોઝિટિવ વ્યક્તિના સંપર્કમાં આવ્યા હોય કે લક્ષણો જણાય તો 📞 104, 📞 155303 પર કોલ કરી જાણ કરે – AMC
●જુહાપુર- 6
● કાલુપુર -2
● બોડકદેવ -3
● સોલા-1
●જસોદાનગર -1
●દરિયાપુર -1 pic.twitter.com/IUabtbR6dm
कोरोना संक्रमित व्यक्तियों की जानकारी इस तरह पब्लिक डोमेन में साझा करने से कुछ सवाल भी उठे हैं, जो मरीजों के सामुदायिक जीवन में इस मर्ज के कारण लग सकते कलंक की तरफ इंगित करते हैं। हालाँकि जानी के अनुसार इस कदम से एक साझा हित सधता है। उन्होंने कहा, “मैं इन डेटा को डिलीट कर दूँगा यदि ऑथॉरिटीज इस विषय में चिंता जाहिर करती हैं, पर इस तरह कोरोना संक्रमित लोगों को मैप पर पिन करने से आसपास मौजूद व्यक्तियों के लिए यह समझना और आसान हो जाता है कि यह खतरा कितना वास्तविक और कितना नजदीक है।
उन्होंने बताया, “मैंने यहाँ अथॉरिटीज के साथ काम कर रहे लोगों और जर्नलिस्ट्स वगैरह से बात की है और उन्होंने मुझे बताया है कि नागरिकों की निजता सबसे अहम है। हालाँकि जब वे जानकारियों को पब्लिक के साथ साझा कर रहे हैं तो इसका मतलब है कि वे सख्त कदम उठा रहे हैं और चाहते हैं कि ऐसे लोग सामने आएँ जो कोरोना संक्रमित व्यक्तियों के सम्पर्क में आए हैं। सबसे अच्छा तो यह है कि ‘रेड जोंस’ यानी ऐसे इलाके जहाँ से ज्यादा मामले आए हैं, में रहने वाले लोग अपने घरों से बाहर मत निकलें।”
अहमदाबाद म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन ने किराने के सामान की होम डिलीवरी के लिए कुछ हेल्पलाइन्स भी बनाई है, जिससे लोगों को घरों से बाहर निकलने की जरूरत न पड़े।
Confused with too many Helplines?
— Vijay Nehra (@vnehra) March 30, 2020
Here is a list which can be handy.
This is for #Ahmedabad City#AmdavadFightsCorona pic.twitter.com/KSvOOUFtGV
अधिकारी हवाई निगरानी के लिए ड्रोन्स का भी इस्तेमाल कर रहे हैं, जिससे जो लोग धारा 144 का उल्लंघन कर रहे हैं और अपने घरों की छतों पर एकत्र हो रहे हैं, उन पर केस दर्ज किए जा सकें।
तस्वीरें है अहमदाबाद की।
— Janak Dave (@dave_janak) April 6, 2020
ड्रोन कैमरें से @AhmedabadPolice नजर रखी हुई थी तभी एक अपार्टमेंट की छत पर कुछ लोग इकठ्ठा होने का अंदेशा लगा।
ड्रोन जैसे ही पास गया सभी भागे,पुलिस ने लोगो की पहचान भी कर ली है और धारा 144 के उल्लंघन का मामला भी दर्ज करने जा रही है।#Lockdown21 pic.twitter.com/vvJSibmj5m
अहमदाबाद में प्रशासन ने निगरानी बढ़ा दी है। वहाँ 1000 से ज्यादा टीमों को निगरानी के लिए तैनात किया गया है।
MAHA SURVEILLANCE in Wall City.
— Dr. OM P. MACHRA IAS (@DrOM_Machra) April 9, 2020
– 1000 Teams
– 1 Zonal UPHC teams mapped for 1 ANM of walled city
– 64 Buses departed from every corner of city
– Covering each household
– 30 testing teams
– Screening, Counselling, Disinfection, Fogging
– Finding out every possible case.@vnehra pic.twitter.com/mKF0zsKach
देश के दूसरे भागों में भी प्राधिकारी कोरोना संक्रमित मरीजों पर नजर रखने के लिए तकनीक का इस्तेमाल कर रहे हैं, जिससे इस महामारी को रोका जा सके। उदाहरण के लिए दिल्ली पुलिस होम क्वारंटीन किए गए 25000 लोगों के फोनों को ट्रैक कर रही है। अभी हाल ही में दिल्ली पुलिस ने होम क्वारंटीन किए गए 198 लोगों पर होम क्वारंटीन भंग करने के कारण एफआईआर दर्ज करवाई है, जिसमें से 176 पर एफआईआर फोन ट्रैकिंग और आकस्मिक निरीक्षण के आधार पर दर्ज हुई।
कोरोना महामारी के खिलाफ लड़ाई में अधिकारियों की मदद कर रहे एक दूसरे वॉलंटियर ने बताया कि निगरानी वगैरह के कारण जिन इलाकों में ज्यादा खतरा है कोरोना से संक्रमित होने का, लोगों ने मैप की वजह से उन इलाकों की तरफ जाना बंद कर दिया है। इसी तरह के स्टेप विश्व के कई हिस्सों में उठाए गए हैं, जिनमें से दक्षिण कोरिया ने ताजा आँकड़ों के अनुसार चाइनीज कोरोना वायरस से संबंधित ग्राफ को ‘फ्लैट’ करने में काफी सफलता हासिल की है।