हिमाचल प्रदेश के सुंदरनगर जिले में शुक्रवार (सितंबर 13, 2019) को विश्व हिन्दू परिषद ने लेक व्यू गेस्ट हाउस में आयोजित ईसाई मिशनरियों की प्रार्थना सभा के दौरान आयोजन स्थल के बाहर जमकर हंगामा किया। संगठन ने आरोप लगाए कि ईसाई मिशनरी सम्मेलन की आड़ में धर्मांतरण को अंजाम दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि गरीब, जरूरतमंद, बीमार और बेसहारों को सम्मेलन में बुलाकर ईसाई धर्म अपनाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। इस दौरान प्रशासन व पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई।
विरोध-प्रदर्शन के दौरान पुलिस और विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ता के बीच कहासुनी भी हुई। इसके बाद पुलिस बल को मौके पर बुलाकर स्थिति को नियंत्रण में लिया गया। सूचना मिलते ही नायब तहसीलदार सुंदरनगर मौके पर पहुँच गए। उन्होंने ईसाई मिशनरी की प्रार्थना सभा के आयोजकों से संबंधित कार्यक्रम की अनुमति के दस्तावेज माँगे। मगर, ईसाई मिशनरी कार्यक्रम की अनुमति के कागजात नहीं दिखा पाए। जिसके बाद पुलिस की मदद से सभा को बंद करवा दिया गया। इस दौरान काफी तनावपूर्ण माहौल बन गया।
विश्व हिंदू परिषद के प्रांत समन्वय प्रमुख शमशेर सिंह ठाकुर ने कहा कि ईसाई मिशनरी की प्रार्थना सभा की आड़ में धर्म परिवर्तन किया जा रहा है। इसकी भनक हिंदू समाज के लोगों को लगते ही गेस्ट हाउस के बाहर एकत्रित हुए और प्रदर्शन किया। हिंदू संगठनों ने प्रशासन से माँग की है कि भविष्य में इस प्रकार की गतिविधियों पर नजर रखें।
इस दौरान विश्व हिंदू परिषद के साथ ही बजरंग दल, आरएसएस और विभिन्न हिंदू संगठन शामिल हुए थे। इन संगठनों ने स्थानीय लोगों से भी अपील की है कि जो लोग इस प्रकार धर्म परिवर्तन कर रहे हैं, वो सरकार की तरफ से मिलने वाली सुविधाओं का त्याग कर दें।
वहीं, ईसाई मिशनरी की प्रार्थना सभा के आयोजक अमर सिंह ने हिंदू संगठनों द्वारा लगाए गए आरोप से इनकार करते हुए अन्य धर्म गुरूओं द्वारा आयोजित किए जाने वाले कार्यक्रम की तरह ही अपनी वार्षिक प्रार्थना को भी बताया। अमर सिंह ने कहा कि इसमें किसी तरह का धर्म परिवर्तन नहीं किया जाता है। लोगों को केवल धर्म के बारे में प्रवचन सुनाए जाते हैं।
गौरतलब है कि, इससे पहले 1 सितंबर को उत्तर प्रदेश के फूलबेहड़ क्षेत्र के सुंदरवल कस्बे में विश्व हिन्दू परिषद और बजरंग दल ने ईसाई मिशनरी की प्रार्थना सभा कर रहे लोगों के विरोध किया था। इस दौरान भी हिन्दू संगठनों ने ईसाई मिशनरी पर प्रर्थना सभा के बहाने लोगों का धर्म परिवर्तन करने का आरोप लगाया था।