Sunday, November 17, 2024
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हिंदू पुजारी को मार डाला क्योंकि बेटे ने किया था BJP का समर्थन: पीड़ित पत्नी का दावा- BSP समर्थकों ने पीट-पीटकर की हत्या, SC/ST एक्ट में किए फर्जी केस

शंभू चौधरी अपने कुछ साथियों के साथ अमित पाठक के घर पहुँचा। यहाँ शम्भू और उसके साथियों ने पहले पाठक परिवार के साथ गाली-गलौज की और फिर पूरे परिवार को बेरहमी से पीटना शुरू कर दिया। उन्होंने ने अमित के 55 वर्षीय पिता राधेश्याम पाठक की हत्या कर दी और उनकी 21 वर्षीय बहन रितु पर भी हमला किया।

उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में एक हिन्दू पुजारी, राधेश्याम पाठक की पीट-पीट कर नृशंस हत्या कर दी गई। पुजारी की हत्या एक राजनीतिक बहस के बाद हुई। पुजारी को इसलिए मार दिया गया क्योंकि उसके बेटे ने भाजपा को वोट देने की बात कह दी थी। उसे बसपा समर्थकों ने मार दिया। मृतक के परिवार ने आरोप लगाया है कि उन पर SC/ST एक्ट के तहत झूठे मामले भी लगाए गए।

इस मामले में पत्रकार और नियोपोलिटिको के फाउंडर शुभम शर्मा ने राधेश्याम पाठक के गाँव जाकर मृतक के परिजनों से बात की। शुभम शर्मा ने परिवार से बात करके बताया कि राधेश्याम पाठक को कैसे मात्र भाजपा को समर्थन के कारण मार दिया गया।

राधेश्याम की पत्नी ने बताया, “मेरे पति को भाजपा का समर्थन करने के मार दिया गया। बसपा समर्थक यहाँ आए और मेरे पति पर हमला कर दिया। उन्होंने मेरे पति पर धारदार हथियारों और लाठी डंडो से हमला किया। चेहरे पर भी वार किया।”

उनकी पत्नी ने कथित तौर पर बताया कि उनके ऊपर SC/ST एक्ट के तहत 8-10 फर्जी मामले भी हत्यारों द्वारा लगा दिए गए। राधेश्याम तिवारी की पत्नी ने उनके लिए न्याय की माँग की है, और कहा है कि हत्यारोपियों पर बुलडोजर कार्रवाई होनी चाहिए।

बसपा समर्थकों के हमले में मारे गए राधेश्याम पाठक की बेटी ने बताया कि उनके पिता को मारने वालों ने उस पर भी हमला किया। उसने बताया, “उनके हमले में मेरे पिता गंभीर रूप से घायल हो गये। उन्होंने मेरे पिता की गर्दन से लेकर आंखों, पीठ, कलाई, हाथ और पैरों पर लोहे की रॉड और धारदार हथियारों से हमला किया था। जब मैंने बीच-बचाव करने की कोशिश की तो उन्होंने मुझ पर हमला कर दिया।”

क्या था पूरा मामला

उत्तर प्रदेश के कुशीनगर के नेबुआ नौरंगिया थाना क्षेत्र के एक गाँव बाघापुरना में एक राजनीतिक बहस के ज्यादा तीव्र हो जाने के बाद राधेश्याम पाठक नाम के एक बुजुर्ग व्यक्ति की बेरहमी से हत्या कर दी गई। रिपोर्ट्स के अनुसार, इस हत्या का आरोप शंभू चौधरी और उसके तीन साथियों पर है। शम्भू चौधरी और उसके साथियों ने पाठक की जान बचाने दौड़े मृतक के परिजनों के साथ भी बेरहमी से मारपीट भी की। पुलिस ने इस मामले में कुल 4 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज कर जाँच शुरू कर दी है। यह घटना शुक्रवार (10 मई, 2024) की है।

बताया गया कि शुक्रवार को बाघापुरना गाँव में एक मंदिर के पास कुछ लोग पेड़ की छाँव में बैठे थे। इस दौरान वहाँ लोकसभा चुनाव पर चर्चा हो रही थी। मृतक के परिजनों के अनुसार, इस दौरान शंभू चौधरी और उनके साथ मौजूद लोगों ने बहुजन समाज पार्टी को वोट देने की बात कही। वहाँ मौजूद अमित पाठक ने भारतीय जनता पार्टी को वोट देने की वकालत की।

इसके बाद दोनों पक्षों के बीच तीखी बहस हो गई। आरोप है कि भाजपा को वोट देने की बात कहते ही शंभू चौधरी भड़क गया और बोला,” मैं जिसे कहूँगा, वोट देना पड़ेगा।” विवाद बढ़ने पर कुछ लोगों ने मामला शांत करवा दिया और दोंन पक्षों को घर भेज दिया।

आरोप है कि उसी रात शंभू चौधरी अपने कुछ साथियों के साथ अमित पाठक के घर पहुँचा। यहाँ शम्भू और उसके साथियों ने पहले पाठक परिवार के साथ गाली-गलौज की और फिर पूरे परिवार को बेरहमी से पीटना शुरू कर दिया। उन्होंने ने अमित के 55 वर्षीय पिता राधेश्याम पाठक की हत्या कर दी और उनकी 21 वर्षीय बहन रितु पर भी हमला किया।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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