लोकसभा से नागरिकता संशोधन विधेयक पास हो चुका है। इसके साथ ही दिल्ली के मजनू का टीला इलाके में रह रहे पाकिस्तान से आए हिंदू शरणार्थियों में खुशी की लहर है। हिंदू शरणार्थियों को उम्मीद है कि बिल जल्द ही राज्यसभा से भी पास हो जाएगा और लंबे संघर्ष के बाद उन्हें नागरिकता मिल जाएगी। हिंदू शरणार्थियों ने नाच-गाकर और ढोल बजाकर जश्न मनाया।
मजनू का टीला में पाकिस्तान से आए हिन्दू शरणार्थियों की बस्ती है। सोमवार (दिसंबर 9, 2019) को लोकसभा में नागरिकता संशोधन बिल पास होने के बाद पाकिस्तान से आए हिंदू शरणार्थियों में खुशी की लहर दौड़ गई। दिल्ली में बसे पाकिस्तान से आए हिन्दू शरणार्थियों ने जमकर जश्न मनाया। इन लोगों ने पीएम नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह जिंदाबाद के नारे लगाए। ‘जय श्री राम’ के नारे भी लगाए।
#WATCH Delhi: Hindu refugees from Pakistan living in Majnu-ka-Tila area celebrate passage of #CitizenshipAmendmentBill2019 in Lok Sabha. pic.twitter.com/eeCE7SmfGH
— ANI (@ANI) December 10, 2019
इस दौरान शरणार्थियों की खुशी देखते ही बन रही थी। मजनू का टीला की शरणार्थियों की बस्ती में मिठाइयाँ बाँटी गई। घरों की दीवारों पर पीएम मोदी की तस्वीर लगी है। महिला,बच्चे और पुरुष सभी खासे उत्साह में नज़र आ रहे थे। पाकिस्तान में धार्मिक आधार पर भेदभाव का शिकार हुए ये पीड़ित शरणार्थी भारत के नागरिक बनने के लिए उत्सुक हैं।
पाकिस्तान से आए इन हिंदुओं को उम्मीद है कि जल्द ही उन्हें भारत की नागरिकता मिल जाएगी और उनकी शरणार्थी पहचान खत्म हो जाएगी। इनमें से ज्यादातर शरणार्थियों का कहना है कि पाकिस्तान में अपना घर छोड़ने का फैसला इनके लिए आसान नहीं था। लेकिन उनके पास कोई दूसरा रास्ता नहीं था। धार्मिक उन्माद के कारण इन पाकिस्तानी हिंदुओं को अपना देश छोड़ना पड़ा।
गौरतलब है कि लोकसभा में गहन चर्चा के बाद 80 के मुकाबले 311 मतों से नागरिकता संशोधन विधेयक को मंजूरी दे दी है, जिसमें पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से शरणार्थी के तौर पर 31 दिसंबर 2014 तक भारत आए उन गैर-मुस्लिमों को नागरिकता देने का प्रावधान है, जिन्हें धार्मिक उत्पीड़न का सामना करना पड़ा हो। विधेयक के कानून बन जाने पर ऐसे शरणार्थियों को अवैध प्रवासी नहीं माना जाएगा।
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