उत्तर प्रदेश के कानपुर में धर्मान्तरण का मामला सामने आया है। यहाँ पर एक हाई प्रोफ़ाइल स्कूल में पढ़ने वाले कक्षा 11 के हिन्दू छात्र के धर्म परिवर्तन कर लेने की खबर है। आरोप है कि उसी के साथ पढ़ने वाले 3 अन्य छात्रों ने इस धर्मान्तरण में बड़ी भूमिका निभाई है। छात्र की कॉपी में इस्लामी बातें लिखी पाई गईं हैं। परिजनों के मुताबिक छात्र ने नमाज़ भी पढ़ना शुरू कर दिया था। गुरुवार (22 सितम्बर 2022) को छात्र ट्रेन से अजमेर के लिए निकल गया था जिसे जयपुर में पुलिस ने बरामद कर लिया।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मामला कानपुर के संजय गाँधी नगर का है। यहाँ रहने वाले राकेश कुमार गुप्ता ने अपने बेटे का एडमिशन शहर के एक बड़े स्कूल में करवाया था। पीड़ित परिवार का कहना है कि इस बीच छात्र की दोस्ती अपने ही क्लास के कुछ मुस्लिम बच्चों से हुई। बताया जा रहा है कि इसके बाद उस छात्र पर संगति का ऐसा असर पड़ा कि वो धीरे-धीरे इस्लामी तौर-तरीके अपनाने लगा। आरोप है कि वो अपने दोस्तों के साथ मुस्लिम इबादतगाहों में भी जाने लगा था। छात्र की उम्र 18 साल बताई जा रही है।
मिल रही जानकारी के अनुसार, लापता छात्र ने अपनी कॉपियों में अकबर और जहाँगीर जैसे कई मुगल बादशाहों की तारीफें लिख डालीं थीं। उसकी कॉपियों में इसके अलावा हजरत अली और अल्लाह-हू-अकबर भी लिखा पाया गया। घर वालों की मानें तो वो उन्हें एक बार नमाज़ भी पढ़ता मिला था जिस पर उसे डाँट पड़ी थी। घर वालों के अनुसार गुरुवार (22 सितम्बर) को वो अपने घर से निकलने के बाद शाम तक लौट कर नहीं आया तो परेशान घर वालों ने खोजबीन शुरू की।
जब परिजनों को उनके व्यक्तिगत प्रयासों से लापता छात्र नहीं मिला तो मामले की जानकारी पुलिस को दी गई। पुलिस की पड़ताल में पता चला कि लड़का अजमेर के लिए निकला है। इसके बाद वो तुरंत उसकी तलाश में निकल गए। इधर मामले की जानकारी हिन्दू संगठन से जुड़े लोगों को जैसे ही हुई वैसे ही उन्होंने पुलिस से लापता छात्र के मुस्लिम सहपाठियों पर कार्रवाई करने की माँग की। बजरंग दल के पदाधिकारी ने आरोप लगाया है कि छात्र के साथ पढ़ने वाले उसके साथियों ने ही उसका ब्रेनवाश किया।
पुलिस ने छात्र की लोकेशन के हिसाब से मथुरा रेलवे पुलिस से बात कर के उसे बरामद कर लिया। छात्र को वापस उसके घर लाया गया है। पुलिस का कहना है कि छात्र सोशल मीडिया पर इस्लाम से जुडी चीजें अक्सर देखा करता था जिस से उसका झुकाव उस तरफ हुआ। छात्र के परिजनों ने एक मौलाना को भी मामले में आरोपित किया था लेकिन पुलिस को अभी तक मौलाना के खिलाफ कोई सबूत नहीं मिले हैं। पुलिस का कहना है कि छात्र परिजनों की डांट से नाराज हो कर घर से निकला था।