खालिस्तानी आतंकी गुरुपतवंत सिंह पन्नू की कथित हत्या की साजिश रचने का आरोप भारत पर लगाने वाले अमेरिका में एक बार फिर हिंदू मंदिरों को निशाना बनाया गया है। कैलिफोर्निया के नेवार्क के एक मंदिर में खालिस्तान समर्थकों द्वारा यह हमला किया गया है। इसकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं।
अमेरिका के हिंदू-अमेरिकन फाउंडेशन ने भी इसकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर शेयर कर लिखा है कि खालिस्तानियों ने कैलिफोर्निया के नेवार्क में स्वामीनारायण मंदिर वासना संस्था को निशाना है। खालिस्तानियों ने मंदिर की दीवारों ‘खालिस्तान जिंदाबाद’, ‘शहीद भिंडरावाले जिंदाबाद’ लिखा है। इसके साथ ही पीएम मोदी को आतंकी कह दिया है।
The mention of the Khalistan terrorist kingpin #Bhindranwale, who targeted Hindus for murder, is specifically meant to traumatize temple goers and create a fear of violence—meeting the CA definition of a hate crime @NewarkCA_Police @CivilRights pic.twitter.com/BJb0kXhrwa
— Hindu American Foundation (@HinduAmerican) December 22, 2023
इस घटना की जानकारी नेवार्क पुलिस के साथ-साथ सिविल राइट्स अधिकारियों को भी दे दी गई है। हिंदू-अमेरिकन फाउंडेशन का कहना है कि इस बात पर जोर दिया जा रहा है कि घटना की जाँच पुलिस इसे हेट क्राइम मानकर करे। पुलिस ने आश्वस्त किया है कि इस मामले की गहन जाँच की जाएगी।
यह पहली बार नहीं है, जब अमेरिका में इस तरह की घटना हुई हो। फरवरी 2019 में अमेरिका के केंटकी राज्य में स्थित स्वामीनारायण संप्रदाय के एक हिन्दू मंदिर में हुई तोड़-फोड़ की गई थी। इस घटना में स्वामीनारायण की मूर्ति पर काला पेंट छिड़क दिया गया था। इसके साथ ही मुख्य सभा में रखी हुई कुर्सियों में चाकू भी गोदा गया था।
यह हमला ऐसे समय में हुआ है, जब अमेरिका में रह रहे खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की साजिश रचने का आरोप अमेरिका ने भारत पर लगाया है। इस संबंध में चेक गणराज्य से निखइल गुप्ता नाम के एक भारतीय नागरिक को भी गिरफ्तार किया है। इस कारण से दोनों देशों के बीच रिश्ते में खटास दिख रही है।
वहीं, दो दिन पहले पीएम मोदी ने ब्रिटिश अखबार फाइनेंशियल टाइम्स को दिए एक इंटरव्यू में कहा था कि इस संबंध में अगर अमेरिका सबूत देता है तो उस पर गौर किया जाएगा। पीएम ने कहा था कि इन कुछ घटनाओं से भारत-अमेरिका संबंधों पर असर नहीं पड़ेगा।
इसके साथ ही पीएम मोदी ने खालिस्तानियों पर भी निशाना साधा था। खालिस्तानियों को लेकर उन्होंने कहा था, “ये लोग अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की आड़ में डराने-धमकाने और हिंसा भड़काने में लगे हुए हैं।” पीएम ने जोर देते हुए ये भी कहा कि भारत और अमेरिका के बीच संबंधों की अहम कड़ी सुरक्षा और आतंकवाद के खिलाफ सहयोग है।
जिस पन्नू की हत्या की साजिश को लेकर अमेरिका ने इतना बवाल खड़ा किया है, वह भारत में घोषित आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू है। वो प्रतिबंधित सिख फॉर जस्टिस (एसएफजे) संगठन का सरगना है और भारत के खिलाफ आग उगलता रहता है। उसके पास संयुक्त राज्य अमेरिका और कनाडा की दोनों देशों की नागरिकता है।
बता दें कि अमेरिकी की तरह ही कनाडा, ऑस्ट्रेलिया और ब्रिटेन में भी हिंदू एवं उनके मंदिरों पर लगातार हमले किए जाते रहे हैं। इसी दौरान एक खालिस्तानी हरदीप सिंह निज्जर की कनाडा में गोली मारकर हत्या कर दी गई। इस हत्या का आरोप कनाडा ने भारत पर लगाया था।
इसको लेकर कनाडा के साथ भारत के रिश्तों में खटास आ गई है। भारत ने कनाडा के नागरिकों के वीजा पर प्रतिबंध लगा दिया था। इसके साथ ही दिल्ली स्थित कनाडा के राजयनिकों की संख्या में कटौती भी कर दी थी। हालाँकि, दोनों देशों के संबंध अब धीरे-धीरे पटरी पर आ रहे हैं।