छत्तीसगढ़ के बिलासपुर (Bilaspur, Chhattisgarh) में बुधवार (14 दिसंबर 2022) को हिस्ट्रीशीटर और कॉन्ग्रेस नेता संजीव उर्फ संजू त्रिपाठी की फिल्मी स्टाइल में गोली मारकर हत्या कर दी गई। अपराधियों ने उसे दिन-दहाड़े घर गोलियों से भून दिया और वहाँ से फरार हो गए। घटना के बाद इलाके में हड़कंप मच गया है।
घटना बुधवार (14 दिसंबर 2022) की शाम करीब चार बजे की है। संजू तावाताल गाँव में स्थित अपने फार्म हाउस से कार में सवार होकर बिलासपुर के कुदुदंड इलाके में स्थित अपने घर जा रहा था। उसकी गाड़ी जैसे ही सकरी बाइपास से गुजरते हुए एक स्पीड ब्रेकर पर धीमी हुई, वैसे ही पीछा कर रहे अपराधियों ने उसे गोलियों से छलनी कर दिया।
अपराधी दो कारों में सवार थे। स्पीड ब्रेकर के पास जैसे ही संजू की कार धीमी हुई, वैसे ही अपराधियों ने दोनों से घेर लिया और उस पर फायरिंग कर दी। माना जा रहा है कि अपराधियों को पता था कि गाड़ी मृतक ही चला रहा है।
कहा जा रहा है कि उस पर दोनों ओर से 6 फायर किए गए। इस फायरिंग में उसे तीन गोलियाँ लगीं। एक गोली सिर में और दो शरीर में लगने की बात कही जा रही है। गोली लगते ही त्रिपाठी की मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस ने घटनास्थल से गोलियों के खोखे बरामद किए हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि दो कारों में सवार हमलावरों ने अपने चेहरे ढंक रखे थे।
यह घटना आपसी रंजिश का परिणाम बताई जा रही है। संजीव उर्फ संजू त्रिपाठी पर कई जमीनों को खाली कराने और उस पर कब्जा करने के आरोप हैं। इतना ही नहीं, वह लोगों को डरा-धमका कर जमीन के सौदे भी कराता था। उस पर हत्या, मारपीट, बलवा, अपहरण जैसी धाराओं में कई थानों में मामले दर्ज हैं। हालाँकि, अपनी रसूख की वजह से वह बच जाता था।
उसका हालिया विवाद अपने छोटे सगे भाई कपिल त्रिपाठी के संग हुआ था। 7 महीना पहले दोनों के बीच जमीन-जायदाद को लेकर मारपीट हुई थी। इस झगड़े में उसने अपने भाई पर फरसा मार दिया था। इस दौरान बीच-बचाव करने वाले कॉन्स्टेबल को भी उसने बुरी तरह मारा था। इसके बाद कॉन्स्टेबल ने भागकर अपनी जान बचाई थी।
इस मामले में पुलिस संजू के छोटे भाई कपिल त्रिपाठी को भी तलाश कर रही है। पुलिस पता लगाने का प्रयास कर रही है कि इस हत्याकांड में कहीं उसका हाथ तो नहीं है। अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने कई टीमों का गठन किया है।