आयकर विभाग ने मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के भाँजे पर बड़ी कार्रवाई करते हुए आज (जुलाई 30, 2019) रतुल पुरी के 254 करोड़ रुपए के बेनामी शेयर को जब्त कर लिया। रतुल पुरी पर राजीव सक्सेना की मदद से एफडीआई के रूप में पैसा भारत लाने का आरोप है।
मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक इस मामले के मद्देनजर आयकर अधिकारी ने बताया कि बेनामी प्रॉपर्टी ट्रांजेक्शन एक्ट के तहत पुरी के नाम पर बेनामी शेयर जब्त करने का प्रोविजनल ऑर्डर भी जारी किया गया था।
वहीं, कार्रवाई करने वाले अधिकारियों का कहना है कि यह राशि उन्हें ऑप्टिमा इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड में एफडीआई निवेश के जरिए हाासिल हुई। इसके अलावा एक अन्य कंपनी एचईपीसीएल के नाम पर उन्होंने सौर पैनल आयात करने के लिए ज्यादा चालान बनाए और उसके बाद 254 करोड़ रुपए कमाए।
जानकारी के अनुसार यह रतुल की शेल कंपनी है, जिसका संचालन दुबई में राजीव सक्सेना करता था। अगस्ता वेस्टलैंड घोटाले के आरोप में राजीव सक्सेना भी इस समय ईडी की गिरफ्त में है।
गौरतलब है आईटी विभाग द्वारा एक्शन लिए जाने से पहले प्रवर्तन निदेशालय (ED) भी कमलनाथ के भाँजे पर आरोप लगा चुकी है कि वो वीवीआईपी हेलीकॉप्टर घोटाले में दोनों पक्षों से पैसे ले चुके हैं।
“जाँच में खुलासा हुआ है कि रतुल पुरी को इस मामले में दोनों पक्षों से धन प्राप्त हुआ था।”
— ऑपइंडिया (@OpIndia_in) July 30, 2019
इसमें एक पक्ष बिचौलिया क्रिश्चियन मिशेल का था जबकि दूसरे में सह आरोपित राजीव सक्सेना शामिल था।#kamalnath #Corruption https://t.co/a3uSy11J2S
ईडी ने पुरी द्वारा दायर की गई अग्रिम जमानत याचिका पर सुनवाई के दौरान दिल्ली की अदालत में विशेष न्यायाधीश अरविंद कुमार के सामने यह आरोप लगाए।
ईडी ने कहा, “जाँच में खुलासा हुआ है कि रतुल पुरी को इस मामले से जुड़े धन शोधन के दोनों पक्षों से धन प्राप्त हुआ था।” इसमें एक पक्ष बिचौलिया क्रिश्चियन मिशैल का था जबकि दूसरे में सह आरोपित राजीव सक्सेना शामिल था।