उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में 19 साल के युवक इब्राहिम ने हिन्दू धर्म स्वीकार कर लिया है। अब वो आदित्य मिश्रा नाम से जाने जाएँगे। ये प्रक्रिया पूरे विधि-विधान से लखनऊ के नरही स्थित आर्य समाज मंदिर में संपन्न हुआ है। मंदिर में आदित्य ने वैदिक मन्त्रों के बीच बाकायदा हवन किया। साथ भी भगवा रंग की पट्टिका भी पहनी।
आदित्य का जन्म मूल रूप से हिन्दू परिवार में ही हुआ था। उनकी माँ का नाम अलका चतुर्वेदी है। अलका की शादी साल 2000 में कानपुर के विनोद मिश्रा के साथ हुई थी। इनकी 2 संतानें हुईं। वर्ष 2001 में एक बेटी और आदित्य का जन्म साल 2003 में हुआ। जब आदित्य मात्र 9 वर्ष के थे तब साल 2012 में उनके माता पिता का तलाक हो गया। कुछ समय बाद साल 2014 में अलका चतुर्वेदी ने लखनऊ के लियाकत खान से निकाह किया। इसी के साथ उन्होंने इस्लाम भी कबूल कर लिया। यह बातें आदित्य ने अपने शपथ पत्र में बताई हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इसी शपथपत्र के मुताबिक लियाकत ने साल 2015 में बनवाए गए आधार कार्ड में आदित्य को इब्राहिम नाम से दिखाया था। साथ ही पिता के नाम पर अपना नाम लिखवा दिया था। अभी भी आदित्य का आधार कार्ड इसी नाम से है। इस मामले में आर्य समाज सिविल लाइंस नरही के मंत्री अजय श्रीवास्तव ने बताया कि आदित्य ने घर वापसी की है। किन्हीं परिस्थितियों में आदित्य को इब्राहिम बनना पड़ा था।
इस खबर की पुष्टि के लिए ऑपइंडिया ने आर्य समाज मंदिर सिविल लाइंस में सम्पर्क किया। वहाँ इस घर-वापसी की पुष्टि की गई। गौरतलब है कि इस से पहले शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन वसीम रिजवी और मलयाली फिल्म निर्देशक अली अकबर ने इस्लाम छोड़ने की घोषणा कर दी थी। वसीम रिज़वी का नया नाम जितेंद्र नारायण त्यागी है। जितेंद्र नारायण त्यागी ने कहा था कि अगर सरकार सुरक्षा दे तो तमाम मुस्लिम एक बार फिर से अपने मूल धर्म में वापसी के लिए तैयार हैं।