मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में रेलवे स्टेशन के पास सालों पुराने अतिक्रमण पर बड़ी कार्रवाई की गई है। नगर निगम, पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की टीम ने संयुक्त अभियान के तहत भोपाल रेलवे स्टेशन 6 नंबर प्लैटफॉर्म के नज़दीक स्थित ईरानी बस्ती/डेरे का अतिक्रमण हटाया। इस कार्रवाई के दौरान 12 हज़ार वर्गफीट की जगह पर किए गए अवैध निर्माण को जेसीबी मशीन से हटाया गया। इस घटना की जानकारी मिलते ही तमाम दुकानदार अपनी दुकानों पर पहुँचे और वहाँ से अपना सामान हटाया।
म.प्र.: नगर निगम द्वारा अवैध अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई करते हुए भोपाल रेलवे स्टेशन के पास से दुकानें हटाई गईं।
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 28, 2020
स्थानीय महिला ने बताया, “50 साल से यहां रह रहे हैं और अब बगैर नोटिस के तोड़फोड़ की जा रही है। तोड़ना है तो तोड़ लीजिए पर इसके बदले जगह तो दीजिए, हम कहां जाएंगे।” pic.twitter.com/PVFwZ1DuIk
दरअसल, इसके पहले भोपाल रेलवे स्टेशन के आस-पास स्थित ईरानी कॉलोनी का अतिक्रमण हटाने की माँग उठी थी। अमूमन हर बार किसी न किसी कारणवश कार्रवाई पूरी नहीं हो पाती थी, काफ़ी समय बाद प्रशासन ने पूरी तैयारी के साथ इस कार्रवाई को सफलतापूर्वक अंजाम दिया।
हाल ही में भोपाल के ही करोंद क्षेत्र स्थित अमन कॉलोनी, ईरानी डेरे के पास पुलिस पर हमला हो गया था। धोखाधड़ी के एक मामले में सागर पुलिस 3 आरोपितों को गिरफ्तार करने के लिए पहुँची थी। इस कार्रवाई के दौरान पुलिस की टीम पर पथराव किया गया था जिसकी वजह से पुलिस एक ही आरोपित को गिरफ्तार कर पाई थी।
साल 2017 के एक आदेश में अदालत ने इस ज़मीन को सरकारी बताया था लेकिन अदालत के आदेश के बावजूद ईरानी यहाँ से कब्ज़ा नहीं हटा रहे थे। उनका कहना था कि वह पिछले 50-60 सालों से यहाँ रह रहे हैं और यह ज़मीन प्राइवेट है इसलिए सरकार इस पर कोई कार्रवाई नहीं कर सकती है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक़ रेलवे स्टेशन के नज़दीक जिस ज़मीन से अतिक्रमण हटाया जा रहा है वह लालजी भाई ठाकुर के नाम पर बताई जा रही है। फ़िलहाल उनकी मृत्यु हो चुकी है। जिसके बाद यहाँ दुकान चलाने वाले डेरे के लोगों और लालजी भाई के उत्तराधिकारियों के बीच मामला अदालत में विचाराधीन है। इस जगह पर अतिक्रमण करने वालों का आरोप है कि प्रशासन ने यहाँ किस आधार पर कार्रवाई की, यह ज़मीन निजी है। अभी तक करीब 40 दुकानों का अतिक्रमण हटाया जा चुका है और इस कार्रवाई के दौरान रैपिड एक्शन फ़ोर्स के लगभग 200 जवान तैनात किए गए थे।
प्रशासन का कहना है कि अभी रहवासी क्षेत्र का अतिक्रमण भी तोड़ा जाएगा और पुलिस ने विरोध करने वालों को चेतावनी भी दी थी। इस क्षेत्र में दाखिल होने वाले तीनों रास्तों को बंद कर दिया गया था और पूरे क्षेत्र की बिजली भी काट दी गई थी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक़ 80 फीट चौड़ी हमीदिया समानांतर सड़क के किनारे अवैध कब्जे वाली करीब 12 हज़ार वर्गफीट सरकारी ज़मीन पर हुसैनी जनकल्याण समिति का अवैध कब्जा है।
अतिक्रमण की इस कार्रवाई पर राजनीतिक बयानबाजी भी तेज़ हो गई है। मध्य प्रदेश की कॉन्ग्रेस सरकार में पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने इस कार्रवाई को बदले की कार्रवाई बताया है। इसके अलावा उनका कहना था कि लोगों का रोज़गार छिनेगा तो वह आपराधिक गतिविधियों की तरफ बढ़ेंगे। सरकार रोजगार दे तो पा नहीं रही है, जो मेहनत करके अपना घर चला रहे हैं उनका श्रम सरकार को स्वीकार नहीं है।
इस पर पलटवार करते हुए मध्य प्रदेश की भाजपा सरकार में कैबिनेट मंत्री विश्वास सारंग ने कॉन्ग्रेस की सरकार के पूर्व मंत्री को झुग्गी माफिया बताया। इसके अलावा उन्होंने कहा कि क़ानून व्यवस्था के साथ कोई समझौता नहीं किया जाएगा, कॉन्ग्रेस की सरकार में गुंडों को भरपूर संरक्षण मिलता था लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। सरकारी ज़मीन पर किसी भी तरह का अवैध कब्ज़ा बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।