राजस्थान के श्रीगंगानगर में कॉन्ग्रेस के नेता अशोक चांडक और बिल्डर समूह रिद्धि सिद्धि ग्रुप के ठिकानों पर आयकर विभाग की छापेमारी के दौरान ₹50 करोड़ के कालाधन का खुलासा हुआ है। जानकारी के मुताबिक, यह छापेमारी लगभग 33 अलग-अलग ठिकानों हुई है। सप्ताह भर चली छापेमारी में+ आयकर विभाग ने ₹2.31 करोड़ की नकदी और ₹2.48 करोड़ की ज्वैलरी जब्त की है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, अशोक चांडक और बिल्डर से संबंधित कंपनियों का रेत खनन, शराब और रियल स्टेट के से जुड़ा कारोबार है। इस छापेमारी में मिली राशि में से ₹35 करोड़ को अघोषित आय के रूप में स्वीकार करते इस पर इनकम टैक्स देने की पेशकश की गई है। वहीं, आयकर विभाग का कहना है कि अघोषित आय 50 करोड़ रुपये से ज्यादा है। इस वजह से पेशकश को स्वीकृति नहीं मिल पाई।
छापेमारी की कार्रवाई के लिए आयकर विभाग ने व्यापक स्तर पर तैयारियाँ की थीं। छापेमारी में 250 से अधिक कर्मचारियों व अधिकारियों ने अलग-अलग ठिकानों को खँगाला। मुंबई की भी आयकर टीम ने राजस्थान की टीम को कुछ इनपुट दिए थे। इस दौरान यह पाया गया कि वास्तविक आय और कागज़ों में दिखाई गई कमाई में अंतर है।
छापेमारी के दौरान यह भी पाया गया कि टैक्स चोरी के लिए कैश बिक्री को अकाउंट बुक में दर्ज नहीं किया गया था। इसके लिए अलग रजिस्टर बना पाया गया। नकद मिले पैसे से जमीन खरीदने की बात सामने आ रही है। आयकर विभाग ने इस कार्रवाई में बड़ी संख्या में दस्तावेज जब्त किए हैं। तलाशी के दौरान बेहिसाब नकदी लेने और उससे जमीन खरीदने के दस्तावेज भी मिले हैं।