Sunday, November 17, 2024
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‘कॉन्ग्रेस के शासन में ठहर गया था देश’: Infosys के संस्थापक ने की PM मोदी की तारीफ, कहा- भारत के लिए दुनिया भर में बढ़ा सम्मान

नारायण मूर्ति ने कहा, “चीन ने 1978 और 2022 के बीच 44 वर्षों की अवधि में भारत को छह गुना पीछे छोड़ दिया है। हालाँकि, मेरा मानना है कि अगर इस दिशा में बैठे सभी अद्भुत व्यक्ति मिलकर काम करें तो भारत को वही सम्मान मिलेगा, जो आज चीन को मिलता है।"

टेक्नोलॉजी सेक्टर की बड़ी कंपनियों में से एक इंफोसिस (Infosys) के सह-संस्थापक नारायण मूर्ति (Narayana Murthy) ने कॉन्ग्रेस (Congress) की नेतृत्व वाली यूपीए सरकार (UPA Government) को लेकर बड़ी बात कही है।

नारायण मूर्ति ने शुक्रवार (23 सितंबर 2022) को कहा कि केंद्र की यूपीए सरकार के दौरान निर्णय लेने में देरी की जाती थी। इसलिए मनमोहन सिंह जैसे अर्थशास्त्री के प्रधानमंत्री होने के बावजूद देश में आर्थिक गतिविधियाँ रूकी हुई थीं। नारायण मूर्ति ने भारतीय प्रबंधन संस्थान, अहमदाबाद (IIM-A) में छात्रों के साथ बातचीत के दौरान मनमोहन सिंह को असाधारण व्यक्ति कहा।

इंफोसिस के सह-संस्थापक ने कहा, “मैं लंदन में (2008 और 2012 के बीच) HSBC के बोर्ड में हुआ करता था। पहले कुछ वर्षों के दौरान बोर्ड रूम (बैठकों के दौरान) में चीन के नाम का दो से तीन बार उल्लेख किया गया था, लेकिन भारत के नाम का उल्लेख केवल एक बार किया गया था।”

भाजपा के नेतृत्व वाली मौजूदा एनडीए सरकार की तुलना कॉन्ग्रेस के नेतृत्व वाली पिछली यूपीए सरकार से करते हुए मूर्ति ने कहा कि निर्णय लेने में देरी के कारण भारतीय अर्थव्यवस्था को भारी नुकसान हुआ।

उन्होंने कहा, “दुर्भाग्य से मुझे नहीं पता कि बाद में क्या हुआ। मनमोहन सिंह के कार्यकाल, जो कि एक असाधारण व्यक्ति हैं और उनका मैं बहुत सम्मान करता हूँ, के दौरान भारत स्थिर हो गया था। निर्णय तुरंत नहीं किए गए और सब कुछ ठप कर दिया गया। जब तक मैं (HSBC) छोड़ रहा था, उस दौरान अगर चीन का नाम 30 बार लिया गया था तो भारत का नाम केवल एक बार लिया गया था।”

नारायण मूर्ति ने साल 1991 के आर्थिक सुधारों के लिए पूर्व प्रधानमंत्री डॉक्टर मनमोहन सिंह की प्रशंसा भी की। बता दें कि पीवी नरसिम्हाराव की सरकार में आर्थिक सुधारों को लागू किया गया था और मनमोहन सिंह उस दौरान वित्त मंत्री थे।

जब उनसे पूछा गया कि उन्होंने भविष्य में भारत की कल्पना कहाँ की है तो उन्होंने कहा, “युवा पीढ़ी का काम है कि जब भी वे किसी अन्य देश, विशेष रूप से चीन का नाम लेते हैं, तो लोग भारत के नाम का उल्लेख करें।” उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि युवा पीढ़ी इस काम को बखूबी करेगी।

नारायण मूर्ति ने ‘मेक इन इंडिया’ और ‘स्टार्टअप इंडिया’ जैसे अभियान के लिए नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) नेतृत्व वाली केंद्र की एनडीए सरकार (NDA Government) की सराहना की। उन्होंने कहा, “एक समय था जब अन्य देशों के अधिकांश लोग भारत को नीचा देखते थे, लेकिन आज देश के लिए एक तरह का सम्मान है, जो अब दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है।”

उन्होंने आगे कहा, “चीन ने 1978 और 2022 के बीच 44 वर्षों की अवधि में भारत को छह गुना पीछे छोड़ दिया है। हालाँकि, मेरा मानना है कि अगर इस दिशा में बैठे सभी अद्भुत व्यक्ति मिलकर काम करें तो भारत को वही सम्मान मिलेगा, जो आज चीन को मिलता है।”

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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