अनुच्छेद 370 हटने के बाद और केंद्रशासित प्रदेश बनने के साथ ही आतंक के साये से निकलने को बेचैन जम्मू-कश्मीर नीत नए कीर्तिमान गढ़ रहा है। जब देश में कोरोना महामारी को रोकने के लिए आवश्यक टीके की माँग को लेकर आरोप-प्रत्यारोप का दौर चल रहा हो, ऐसे में एक पूरे गाँव का टीकाकरण कर दिया जाना किसी उपलब्धि से कम नहीं है, खासकर आतंकवाद से सिसकते एक प्रदेश के गाँव के लिए।
जम्मू-कश्मीर के बाँदीपोरा जिले का वेयान गाँव देश का पहला ऐसा गाँव बन गया है, जहाँ सभी पात्र लोगों (18 वर्ष से ऊपर) को कोविड-19 का टीका लग चुका है। इस उपलब्धि के कारण यह गाँव पूरे देश में चर्चा का केंद्र बना हुआ है।
अधिकारियों ने बताया कि वेयान गाँव में कुल 362 वयस्क रहते हैं और सभी का टीकाकरण हो गया है। स्वास्थ्यर्किमयों की कड़ी मेहनत और अथक प्रयास के कारण ही इस लक्ष्य को हासिल किया जा सका है। दरअसल, वेयान गाँव बाँदीपोरा जिला मुख्यालय से 28 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है, लेकिन इस गाँव तक पहुँचने के लिए 18 किलोमीटर पैदल यात्रा करनी होती है।
इस गाँव में पूर्ण टीकाकरण होना इसलिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि यहाँ कुछ खानाबदोश परिवार भी रहते हैं। ये परिवार पशुओं को चराने के लिए अलग-अलग स्थानों पर जाकर अपना बसेरा बनाकर कुछ दिनों के लिए वहीं रहते हैं। इस गाँव में इंटरनेट की भी सुविधा नहीं है। इसलिए यहाँ के लोग टीकाकरण के लिए ऑनलाइन पंजीकरण भी नहीं करा सकते थे।
गाँव में कोविड-19 के टीकाकरण अभियान को ‘जम्मू-कश्मीर मॉडल’ के तहत लागू किया गया। इस मॉडलमें तेज गति से सभी पात्र लोगों के टीकाकरण करने की एक 10 सूत्री रणनीति है। जम्मू-कश्मीर में कोविड टीके को लेकर शुरुआत में लोगों में झिझक होने के बावजूद 45 से अधिक आयु वर्ग के करीब 70 प्रतिशत लोगों को टीके की खुराक दी जा चुकी है, जो राष्ट्रीय औसत का दोगुना है।
वहीं, वेयान गाँव की इस उपलब्धि पर जम्मू-कश्मीर सरकार के मीडिया सलाहकार यतीश यादव ने कहा कि इस केन्द्रशासित प्रदेश में टीकाकरण अभियान को और अधिक तेज किया जा रहा है।