इंदौर में फर्जी पासपोर्ट बनवाकर रहने वाले तीन बांग्लादेशी गिरफ्तार हुए हैं। आरोपित पहचान बदलकर ना सिर्फ इंदौर में रह रहे थे बल्कि देह व्यापार और नकली नोट का धंधा भी चला रहे थे। इस गिरोह की सरगना बांग्लादेशी महिला है। इसका असली नाम बेगम खातून है। काम की तलाश में मुंबई पहुँची बेगम खातून ने नाम बदलकर मेघा रख लिया और यहाँ देह व्यापार में लिप्त हो गई। वह 10 साल पहले यहाँ आई थी। वो बिना पासपोर्ट के ही देश में घुसी थी।
यहाँ आकर उसने एक ड्राइवर से प्रेम विवाह कर लिया और जाली नोट भी छापने लगी। इसके बाद उसने बांग्लादेश और भारत में अलग-अलग पासपोर्ट बनवा लिए थे। इसने बांग्लादेश के अलावा फर्जी दस्तावेजों के जरिए भोपाल से मेघा नाम से एक पासपोर्ट भी बनवा लिया था। इन दस्तावेजों को प्राप्त करने के लिए बेगम खातून ने फर्जी मार्कशीट भी बनवाई। आरोपितों के पास से नकली सील, मार्कशीट, जाली नोट, प्रिंटर, फोटो कॉपी मशीन समेत कई अन्य इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स बरामद हुई हैं।
बेगम खातून की तीन साल पहले शिर्डी में किशोर से मुलाकात हुई थी। उसने पहले किशोर को अपना नाम मेघा ही बताया लेकिन बाद में उसे पता चला गया कि वह बांग्लादेश से है। दोनों ने शादी कर ली। इसके बाद ये दोनों अहमदाबाद, मुंबई, शिर्डी, नासिक, बेंगलुरु, पीथमपुर में घूमते रहे। एएसपी डॉ प्रशांत चौबे ने बताया कि वीजा की अवधि खत्म हुई तो खातून ने आठवीं की फर्जी मार्कशीट बनवाई। इस आधार पर पासपोर्ट तैयार कर मेघा के नाम से रहने लगी। रेंट एग्रीमेंट के जरिए उसने आधार कार्ड व अन्य दस्तावेज में इंदौर का पता अपडेट करवा लिया।
इसके अलावा लीमा व रोनी को भी गिरफ्तार किया गया है। वो दोनों भी बांग्लादेशी नागरिक हैं और बिना पासपोर्ट अवैध रूप से भारत में आए थे। खातून की मुलाकात इसी साल जनवरी में रोनी शेख व लीमा से हुई थी, जिसके बाद उसने इन दोनों को भी देह व्यापार से जोड़ लिया। आरोपित किशोर व मेघा ने बताया कि वर्ष 2018 में विश्वास नगर में रहते थे। इस दौरान दोनों कलर प्रिंटर और फोटो कॉपी मशीन के माध्यम से 100, 200, 500 के जाली नोट छाप चुके हैं।
एसएसपी रुचिवर्धन मिश्र ने बताया कि हीरा नगर इलाके में स्कूल कर्मचारी अनिल पाल का अपहरण हो गया था। मामले में पुलिस ने किशोर खंडारे निवासी वाशिम महाराष्ट्र, मेघा खंडारे निवासी दत्त नगर, रोनी शेख, लीमा हलधर को गिरफ्तार किया है। आरोपितों ने अनिल पाल को बंधक बनाकर पीटा और उसकी पत्नी को कॉल कर दो लाख रुपए की फिरौती माँगी। उन्होंने कनपटी पर पिस्टल रख वीडियो कॉल कर पत्नी को डराया भी था। जिसके बाद पत्नी ने वीडियो का स्क्रीन शॉट लेकर पुलिस को सौंप दिया था। पुलिस इस पर कार्रवाई करते हुए मोबाइल लोकेशन के आधार पर आरोपितों को गिरफ्तार किया।
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