अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की भारत यात्रा से पूर्व रविवार शाम से दिल्ली में भड़के दंगों के बाद दिल्ली में हालात तनावपूर्ण हैं। इसी बीच IPS एसएन श्रीवास्तव को तत्काल प्रभाव से दिल्ली पुलिस का स्पेशल कमिश्नर (कानून और व्यवस्था) नियुक्त किया गया है।
IPS एस.एन श्रीवास्तव को दिल्ली पुलिस के विशेष आयुक्त (कानून और व्यवस्था) के रूप में नियुक्त किया गया है।
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 25, 2020
बताया जा रहा है कि आईपीएस एसएन श्रीवास्तव जम्मू-कश्मीर में एडीजी पश्चिम क्षेत्र (सीआरपीएफ) रह चुके हैं और गृह युद्ध जैसी स्थिति से निपटने में सक्षम हैं। दिल्ली में भड़की हिंसा में अब तक कुल 10 लोगों की मौत हो चुकी है। उत्तरी-पूर्वी दिल्ली में धारा 144 लागू है और अतिरिक्त पुलिसबलों की तैनाती की गई है।
अर्धसैनिक बल के जवानों की मदद ली जा रही है। अधिकारियों ने बताया कि पुलिसकर्मी सौहार्द बहाल करने के लिए स्थानीय शांति समितियों की मदद ले रहे हैं। वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि असामाजिक तत्वों से मौके पर ही कड़ाई से निपटा जा रहा है। अभी तक इस संबंध में किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया है।
IPS officer S N Shrivastava repatriated from CRPF; joins as Special Commissioner Law and Order in Delhi Police: Order
— Press Trust of India (@PTI_News) February 25, 2020
इसी बीच मीडिया रिपोर्ट्स में बताया जा रहा है कि नॉर्थ ईस्ट दिल्ली में देखते ही गोली मारने के आदेश जारी कर दिए गए हैं। दिल्ली में सोमवार (फरवरी 24, 2020) को दिन भर दंगाइयों का तांडव चला और आज मंगलवार को भी यही क्रम जारी रहा। जफराबाद, मौजपुर, बाबरपुर, गोकुलपुरी, करावल नगर, भजनपुरा सौर घोड़ा से लेकर चाँदबाग़ तक, अताताइयों ने किसी भी जगह को शांत नहीं रहने दिया। जम कर आगजनी की गई।
SHOOT AT SIGHT
— Rubika Liyaquat (@RubikaLiyaquat) February 25, 2020
अब दिल्ली में दंगाईयों को देखते ही मारने का आदेश।
चार इलाक़ों में कर्फ़्यू- मौजपुर, जाफ़राबाद, चाँद बाग़, करावल नगर।
दंगों में हिन्दुओं के घरों को जलाने की ख़बरें आई हैं। लेकिन, सबसे ज्यादा दुखद रहा हेड कॉन्स्टेबल रतनलाल का बलिदान होना। दंगाइयों ने एक भरे-पूरे परिवार को बर्बाद कर दिया। सीएए विरोध के नाम पर हिंसा करने वाले इन लोगों को इस बात का एहसास होना चाहिए कि उन्होंने इस देश को कितनी बड़ी क्षति पहुँचाई है।