भाजपा नेता और तीन तलाक हटाने के मामले की मुख्य याचिकाकर्ता इशरत जहाँ ने अपने पति और देवर के खिलाफ पश्चिम बंगाल के हावड़ा के गोलबारी पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई है।
इशरत का कहना है कि हावड़ा के पिलखाना स्थित घर में उसे बंदी बना लिया गया। शौहर की मौजूदगी में गुरुवार दोपहर करीब 12 बजे देवर ने रेप करने की कोशिश की। इस दौरान शौहर ने उसका यौन उत्पीड़न रोकने के लिए कुछ नहीं किया। उसके कपड़े भी फाड़ दिए गए थे।
पीड़िता के अनुसार, शौहर और देवर उसे शारीरिक यातना भी देते हैं। इससे पहले, इशरत ने सास पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया था। उन्होंने ससुराल वालों पर पैसे और गहने छीनने का आरोप भी लगाया। अपनी गर्दन पर निशान दिखाते हुए उन्होंने कहा, “उन्होंने मुझे घर खाली करने के लिए मजबूर किया, क्योंकि वे संपत्ति को बेचना चाहते थे। 7-8 लोगों ने मुझे जबरदस्ती पकड़कर मारने की कोशिश की। मैं किसी तरह अपनी जान बचाकर घर से बाहर निकलने में कामयाब रही।”
पुलिस ने मामले की जाँच शुरू कर दी है। हालाँकि, अभी तक किसी भी आरोपित को गिरफ्तार नहीं किया गया है। बता दें कि ट्रिपल तलाक हटाने को लेकर सुप्रीम कोर्ट में इशरत मुख्य याचिकाकर्ता थी। बाद में इसे रोकने का केंद्र सरकार ने ऐतिहासिक कानून बनाया। इशरत ने ट्रिपल तलाक को लेकर शीर्ष अदालत का रुख किया था, जब दुबई में रह रहे उसके पति ने फोन पर तीन बार तलाक बोलते हुए उससे अपने रिश्तों को खत्म कर दिया था।
पिछले साल इशरत जहाँ ने हावड़ा के डोबसन रोड में संकटमोचन हनुमान मंदिर में हुए सामूहिक हनुमान चालीसा पाठ कार्यक्रम में हिस्सा लिया था। इस घटना के बाद इशरत की जान पर कथित तौर पर खतरा मँडराने लगा था। यहाँ तक कि उसके मकान मालिक मनजिर हुसैन ने भी उसे घर खाली करने के लिए कह दिया था। इशरत की शिकायत के अनुसार, जब वह अपने बच्चे के स्कूल से घर लौट रही थी, तो नंद घोष रोड पर 100 लोगों के साथ मुस्तफा अंसारी और उसके मकान मालिक मनजिर हुसैन ने उसका रास्ता रोक लिया था।
रिपोर्ट्स के अनुसार, मकान मालिक की धमकियों के बाद इशरत और उसके बच्चें को घर से निकल दिया गया था। जिसके बाद कथि ततौर पर उसने रोज़मेरी लेन में एक अन्य व्यक्ति के घर में शरण ली है। उसने कहा है कि वह अपने बच्चे के साथ अकेली रहती है और मुस्लिम समुदाय के सदस्यों द्वारा उसे धमकी जारी किए जाने के बाद वह अपनी सुरक्षा को लेकर डर रही है।