‘सुरक्षा और आराम के लिए कैब लेना’ वाली सलाह खासकर महिलाओं के लिए अब सटीक नहीं है। आए दिन कुछ ऐसी घटनाएँ हो रही हैं, जिससे कैब कंपनियों के संचालन पर सवाल खड़े हो रहे हैं। ऐसा ही एक हादसा शनिवार की रात 4 मई को हुआ।
अगली सीट पर बिठाने का बहाना
गुरुग्राम की एक मल्टीनेशनल कंपनी में काम करने वाली एक लड़की दिल्ली स्थित द्वारका आई थी। रात में वापस गुरुग्राम लौटते समय शिवानी (बदला हुआ नाम) ने उबर से एक कैब बुक किया। जब कैब आई तो वो पीछे की सीट पर बैठ गईं। कैब चलने के 2-3 मिनट बाद ही ड्राइवर इरफान ने पीछे के टायरों में हवा कम होने का बहाना बनाया और शिवानी को आगे वाली सीट पर बैठने के लिए कहा। शिवानी ने भी इस बहाने को सच माना और आगे की सीट पर बैठ गई। बस यहीं से शुरू हो गया इरफान की गंदी हरकतों का खेल।
जब शिवानी अगली सीट पर बैठीं तो ड्राइवर इरफान किसी से गंदी-गंदी गालियाँ देकर बात करने लगा। इसके बाद उसने शिवानी की जाँघों को छूआ, ऐसे जैसे गलती से हो गया हो। लेकिन बाद में वो इसी हरकत को बार-बार करने लगा। जिस रास्ते से वो कैब ले जा रहा था, वो एकदम अंधेरा और सुनसान रास्ता था। शिवानी को कुछ समझ नहीं आया क्या किया जाए। 100 नंबर पर कॉल करने से ड्राइवर को शक हो जाता, इस डर से उसने उबर ऐप के SOS बटन दबाकर मदद माँगी। लेकिन आश्चर्यजनक यह कि उबर की ओर से कोई खास मदद नहीं मिली।
मदद के नाम पर राइड कैंसल
उबर ने मदद के नाम पर सिर्फ इतना किया कि ड्राइवर को कॉल कर राइड कैंसल करने को कहा। उबर की तरफ से आए फोन को सुनकर ड्राइवर ने शिवानी को धमकाया और जान से मारने की बात करने लगा। शिवानी ने बताया, “मैंने उबर हेल्पलाइन को बताया कि एरिया सुनसान है, मुझे इस एरिया की जानकारी नहीं है। मुझे लगा कि वे मेरी मदद करेंगे, पुलिस को फोन करेंगे। लेकिन राइड कैंसल करके उन्होंने ड्राइवर की ही मदद कर दी और मुझे सुनसान रास्ते पर उतार दिया। उन्हें कोई मतलब नहीं कि मैं घर कैसे जाऊँगी।”
शिवानी के अनुसार कैब से उतर कर भागने के बाद भी ड्राइवर इरफान ने उसे डराना नहीं छोड़ा। कुछ दूरी तक उसने पीछा भी किया। बाद में शायद वह डर कर या किसी और वजह से पीछा करना छोड़ दिया और चला गया। हिम्मत जुटा कर शिवानी ने तब दूसरी कैब बुक की और घर पहुँची। 7 मई को द्वारका नार्थ थाने में जब वो केस दर्ज कराने पहुँची तो पुलिस ने भी 6 घण्टे बाद आरोपित ड्राइवर इरफान के खिलाफ केस दर्ज किया।
उबर का रटा-रटाया बयान
उबर की प्रवक्ता दिशा लूथरा ने अपने बयान में कहा, “जो भी हुआ वह किसी भी हालत में स्वीकार नहीं है। ऐसे अपराध के लिए हमारे ऐप में कोई जगह नहीं है। हम कानून का पालन कराने वाले अधिकारियों के साथ काम कर रहे हैं और उनकी जाँच में सहयोग कर रहे हैं। ड्राइवर को उबर से हटा दिया गया है।”