दिल्ली के जहाँगीरपुर में हनुमान जन्मोत्सव के उपलक्ष्य में शनिवार (16 अप्रैल 2022) को निकाली गई शोभायात्रा में पत्थरबाजी करने और दंगा फैलाने (Delhi Jahangirpuri Riot) के आरोप में पुलिस ने अब तक 14 आरोपितों को गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि इस हमले का सूत्रधार अंसार नाम का शख्स है। उसी ने सबसे पहले शोभायात्रा के दौरान बहस कर विघ्न डालने की कोशिश की थी।
दिल्ली पुलिस ने पुलिस पर गोली चलाने वाले दंगाई को भी गिरफ्तार कर लिया है। जिस पिस्तौल से गोली चलाई गई थी, पुलिस ने उसे भी बरामद कर लिया है। पुलिस ने इसकी जानकारी ट्विटर पर दी और कहा कि अन्य आरोपितों की पहचान की जा रही है।
#जहांगीरपुरी में घटित हिंसा के संदर्भ में शुरुआती जांच में अब तक 14 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। फायरिंग करने वाला व्यक्ति भी पकड़ा गया है और उससे इस्तेमाल की गई पिस्तौल बरामद की गई है। बाकी उपद्रवियों की पहचान जारी है। #Jahangirpuri#DelhiPoliceUpdates
— Delhi Police (@DelhiPolice) April 17, 2022
जिस शख्स ने पुलिस पर गोली चलाई थी, उसका नाम असलम है। पुलिस ने असलम के साथ-साथ बहस कर दंगा भड़काने वाले आरोपित अंसार को भी गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस सूत्रों के हवाले एबीपी ने बताया है कि अंसार पर पहले से ही कई आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं।
दिल्ली पुलिस में दर्ज कराई गई FIR में कहा गया है कि शोभायात्रा शांतिपूर्ण तरीके से चल रही थी और शाम को करीब 6 बजे जहाँगीपुरी के सी-ब्लॉक में जामा मस्जिद के पास पहुँची। इसी दौरान अंसार का नाम का व्यक्ति अपने 5-6 साथियों के आया और शोभायात्रा में शामिल लोगों से बहस करने लगा। बहस के ही दौरान लोगों पर पथराव होने लगा। इसके बाद दूसरे पक्ष की ओर से भी जवाब दिया जाने लगा।
हालात को संभालने के लिए पुलिस अधिकारी लगातार अपील करते रहे, लेकिन दंगाई मानने को तैयार नहीं थे और पत्थरबाजी करते रहे। इस दौरान गोली भी चलाई गई, जो पुलिस अधिकारी के बाँह में जा लगी। दंगाइयों ने इस दौरान पत्थर और काँच की बोतलों से हमला किया। कई वाहनों में तोड़फोड़ की और आग के हवाले कर दिया।
भाजपा ने कहा सुनियोजित साजिश
दिल्ली प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने कहा कि वह केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात कर हिंसा की जाँच कराने का आग्रह करेंगे। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि अवैध रूप से रह रहे रोहिंग्याओं और बांग्लादेशियों की बस्ती को पानी और बिजली के कनेक्शन क्यों दिए गए। वहीं, उत्तर-पश्चिम दिल्ली के भाजपा सांसद हंसराज हंस ने हिंसा प्रभावित इलाके का दौरा किया।
इलाके में बांग्लादेशियों की भारी संख्या
स्थानीय लोगों का कहना है कि जहाँगीरपुरी के जिस इलाके में दंगाइयों ने पत्थरबाजी की वहाँ अवैध बांग्लादेशी मुस्लिम बड़ी संख्या में रहते हैं। सी-ब्लॉक और एच-टू झुग्गी में इनकी आबादी सबसे अधिक है। बी ब्लॉक में भी मुस्लिम आबादी है। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि हमला सी ब्लॉक के मंगल बाजार और कुशल सिनेमा के बीच हुआ। चारों तरफ से अचानक पत्थरबाजी होने लगी। यहाँ मुस्लिमों की आबादी बहुत अधिक है।
दंगाइयों को जमीयत का सपोर्ट
हिंसा की निंदा करने के बजाए जमीयत उलेमा-ए-हिंद दंगाइयों के बचाव में खुलकर सामने आ गया है। जमीयत के दिल्ली अध्यक्ष मोहम्मद आबिद ने दंगे का दोष हिंदुओं पर मढ़ने की कोशिश करते हुए मुस्लिमों के हमले को सही ठहराने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि शोभायात्रा कई बार मस्जिद के सामने से गुजरी और फिर वापस आई। इस दौरान लोग उसमें घुसने और झंडा लगाने की कोशिश कर रहे थे।
हालाँकि, आबिद का यह दावा पूरी तरह गलत है। सामने आए वीडियो में स्पष्ट दिख रहा है कि शोभा यात्रा में शामिल लोग भगवान का संकीर्तन करते हुए रास्ते थे जा रहे थे। शोभा यात्रा जब मस्जिद के पास पहुँची, उसी दौरान उन मुस्लिमों ने उन पर हमला कर दिया। स्थानीय लोगों का भी कहना है कि शोभा यात्रा शांतिपूर्वक निकल रही थी, इसी दौरान पत्थरबाजी होने लगी।