जहाँगीरपुरी हिंसा में गिरफ्तार हुए सोनू चिकना उर्फ यूनुस से पुलिस की टीम लगातार पूछताछ कर रही है। पूछताछ में सोनू ने गोली चलाने की बात कबूल की है। पुलिस ने सोनू के पास वो पिस्तौल भी बरामद कर ली है जिससे उसने गोली चलाई थी।
इस बीच एक वीडियो सामने आया है, जिसमें सोनू के मुहल्ले वाले उसका बचाव कर रहे हैं। टाइम्स नाउ की एक रिपोर्ट में एक महिला ने कहा, “वो लोग (दूसरे पक्ष के लोग) जो लेकर आ रहे थे, वह कोई नहीं दिखा रहा है। सब लोग बस सोनू को दिखा रहे हैं। सब सिर्फ मुस्लिमों को ब्लेम कर रहे हैं।” वहीं परिवार की एक अन्य महिला ने कहा, “सोनू ने फायरिंग नहीं किया है, उसने तो बस मस्जिद की रक्षा के लिए गोली चलाई।”
“Sonu fired, did nothing wrong…He was protecting the masjid…he fired for his rights”, Sonu Sheikh’s family backs the ‘shooter’
— TIMES NOW (@TimesNow) April 19, 2022
Listen to this shocking defence by the accused’s family.@priyanktripathi shares details with @anchoramitaw & @RichaSharmaB#DelhiRiotPlot pic.twitter.com/lRkCHxSso5
इससे पहले सोनू चिकना और सलीम चिकना की अम्मी ने कहा था कि उसने तो हिंसा के दौरान सिर्फ ‘अपने समुदाय का समर्थन’ करने के लिए बंदूकें उठाई थी। जब रिपोर्टर ने सवाल किया कि उनका बेटा दंगाइयों के बीच क्या कर रहा था। तो उन्होंने जवाब देते हुए कहा, “मेरे बेटे की चिकन की दुकान है। वह रोजा खोलने ही वाले थे कि हिंदू-मुस्लिमों के बीच तनाव पैदा हो गया और वे बाहर चले गए। उसके पास बंदूक नहीं है। गुस्से में आकर उसने किसी से बंदूक छीन ली और गोली चला दी। कोई घायल नहीं हुआ। वे हमें धमकी दे रहे थे। मेरा बेटा बस उन्हें डराना चाहता था। किसी ने व्यक्तिगत रंजिश की वजह से वीडियो शूट कर लिया और इसे वायरल कर दिया।”
वहीं अभी तक की पूछताछ में सोनू ने जो बातें बताई है उसे पुलिस वेरिफाई कर रही है पुलिस सोनू के जवाबो से संतुष्ट नहीं है। यहीं वजह है कि कोर्ट में सोनू को पेश करने के बाद पुलिस उसकी रिमांड की माँग करेगी ताकि उससे सच उगलवाया जा सके। जहाँगीरपुरी हिंसा के मामले में पुलिस अब तक 4 FIR दर्ज कर चुकी है।
हनुमान जयंती के दिन दिल्ली में क्या हुआ?
दिल्ली के जहाँगीरपुरी में शनिवार की शाम हनुमान जयंती की शोभायात्रा पर पथराव और आगजनी की घटना हुई। उत्तरी पश्चिमी दिल्ली के जहाँगीरपुरी में दो समुदायों के लोग आमने-सामने आ गए। भारी हंगामा हुआ और फिर पत्थरबाजी और हथियार भी चले। शोभायात्रा जहाँगीरपुरी के कुशल सिनेमा के पास से गुजर रही थी, उसी समय शोभायात्रा पर पथराव शुरू हो गया। सड़कों पर काफी दूर से पत्थर फेंके जा रहे थे। उपद्रवियों ने कई गाड़ियों को भी नुकसान पहुँचाया और कई गाड़ियों के शीशे तोड़ दिए गए। वहीं कई गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया गया। जब गाड़िया जलाई गई तब लोग सड़कों पर इधर-उधर भागते दिखे।
फिलहाल, जहाँगीरपुर हिंसा के बाद से क्षेत्र में तनाव बना हुआ है। दिल्ली पुलिस ने अमन कमेटी के सदस्यों के साथ इलाके में शांति मार्च निकाला। पुलिस और अमन समिति ने लोगों से अपील की है कि वे शांति और सद्भाव बनाए रखें। दूसरी तरफ केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पुलिस अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं। शाह ने कहा कि मामले में ऐसी कार्रवाई की जाए, ताकि फिर से इस तरह की घटना न हो और लोगों के लिए एक मिसाल बने। गृह मंत्री ने पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना को फोन कर कहा कि मामले में जो भी जरूरी कदम हों वो उठाए जाएँ।