राजस्थान की राजधानी जयपुर में इमरान ने अपनी लिव-इन पार्टनर के साथ मिलकर एक मुनीम को हनी ट्रैप में फँसा लिया और उससे 50 लाख रुपए लूट लिए। मुनीम मालिक की अनुपस्थिति में अलमारी में रखे नोटों की गड्डियों को बिछाकर उसे दिखाने के लिए अपने दोस्तों को वीडियो कॉल करता था। इसकी जानकारी इमरान के गैंग को लगी तो उसने मुनीम को हनी ट्रैप में फँसा लिया।
मुनीम विजय फ्लैट में अकेला रहता था। वह तिजोरी से नोटों की गड्डियाँ निकालकर उनको बिछा लेता और उन पर लेट जाता। इस दौरान वह वीडियो कॉल करके अपने साथियों को दिखाया करता था। इस तरह उसने करीब 15 साथियों को वीडियो कॉल करके यह सब दिखाया था। इन्हीं में से किसी साथी के जरिए इमरान के शेखावटी गैंग को इसकी जानकारी मिली।
मुनीम विजय की इस हरकत की जानकारी मिलते ही इमरान ने मुनीम को लूटने की योजना बनाई। उसने अपनी लिव-पार्टनर प्रभाती देवी उर्फ दीप्ति नाम की एक महिला को भेजा। दीप्ति ने मुनीम से दोस्ती की। दोनों के बीच वीडियो कॉल होने लगा। उस दौरान भी मुनीम दीप्ति को नोटों की गड्डियाँ दिखाता था। धीरे-धीरे दीप्ति ने मुनीम से अपनी नजदीकियाँ बढ़नी शुरू कर दी।
एक दिन भाटी कॉम्प्लेक्स के एक ऑफिस का इस मुनीम ने युवती को मिलने के लिए बुलाया। 21 जून की रात को कारोबारी के दफ्तर में ही मिलना तय हुआ। वहाँ पहुँचकर दीप्ति ने उसे नशीला ड्रिंक पिलाकर मुनीम को बेहोश कर दिया। इसके बाद अपने गैंग के लोगों के साथ मिलकर अलमारी में रखे 50 लाख रुपए लूटकर फरार हो गए। साथ में वे मुनीम का मोबाइल भी लेकर चले गए।
इस वारदात का खुलासा करते हुए पुलिस ने दीप्ति और उसके प्रेमी इमरान खान को पकड़ लिया। दोनों के पास से 35.25 लाख रुपए नकद बरामद कर लिए गए हैं। प्रभाती देवी चूरू के गाजसर की रहने वाली है, जबकि इमरान खान चूरू के रतननगर का रहने वाला है। प्रभाती देवी उर्फ दीप्ति तलाकशुदा है। कुछ समय से इमरान के साथ रह रही थी।
पुलिस ने बताया कि मामले का खुलासा करने के लिए गठित आधा दर्जन टीमों ने 300 कैमरों के फुटेज व 110 मोबाइल नंबरों की सीडीआर का एनालिसिस किया। इसके बाद इस गैंग का खुलासा हुआ। इस मामले में तीन हिस्ट्रीशीटर सहित 4 अन्य आरोपित फरार हैं। फरार आरोपियों में शामिल साबिर, साहिल गाजी, अभिषेक व अमित कास्वां अलग-अलग थानों के हिस्ट्रीशीटर हैं।
ये गैंग इंटरनेट से वर्चुअल नंबर जनरेट कर आपस में बात करते थे, ताकि ये पुलिस की पकड़ में ना आ सकें। फिलहाल विद्याधर नगर थाना पुलिस गिरफ्तार आरोपितों से पूछताछ कर रही है। वहीं, फरार आरोपितों की तलाश में जगह-जगह छापेमारी कर रही है।