राजस्थान (Rajasthan) के जोधपुर में सातवीं मंजिल से कूदकर आत्महत्या करने की कोशिश करने वाली मॉडल गुनगुन उपाध्याय (Gungun Upadhyay) को लेकर चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। बताया जा रहा है कि उदयपुर की ब्यूटीशियन दीपाली (Deepali) और कथित पत्रकार अक्षत शर्मा (Akshat Sharma) राज्य के राजस्व मंत्री रामलाल जाट (Ramlal Jat) को हनीट्रैप में फँसाने के लिए गुनगुन पर दबाव डाल रहे थे और पत्रकार के रूप में मॉडल को भेजकर मंत्री के पास सुलाना चाहते थे। रामलाल जाट वही मंत्री हैं, जिन्हें उनकी महिला मित्र की आत्महत्या के कारण अपना मंत्री पद गँवाना पड़ा था।
भास्कर की रिपोर्ट के अनुसार, गुनगुन को रिपोर्टर बनाकर मंत्री के पास भेजने की योजना थी। मॉडल पर मंत्री के साथ सोने के लिए भी दबाव बनाया जा रहा था। लेकिन मॉडल समय रहते भीलवाड़ा से निकल गई और प्लान चौपट हो गया। दोनों ने पूछताछ में स्वीकार किया है कि वे रामलाल जाट को हनीट्रैप में फँसाना चाहते थे। जोधपुर डीसीपी भुवन भूषण के अनुसार दो अन्य लड़कियों के साथ दीपिका और अक्षत ने भीलवाड़ा के सर्किट हाउस में रामलाल जाट से मुलाकात भी की थी। उन्हें कुछ दस्तावेज दिखाए थे, लेकिन जाट ने बताया कि यह मामला उनसे जुड़ा नहीं है और बात आगे नहीं बढ़ पाई।
गिरफ्तार अक्षत उर्फ सागर उर्फ चिनू उर्फ नितिन शर्मा अपने आप को पत्रकार और लाइजनर बताता था और रिपोर्टर बनाने की आड़ में वह लड़कियों को फँसाने का काम करता था। फिर इनका इस्तेमाल वह हनीट्रैप के लिए करता था। आरोपित अक्षथ के खिलाफ साल 2016 और 2019 में हनीट्रैप के मामले दर्ज हो चुके हैं। 2016 में जयपुर में सामने आए हनीट्रैप के मामले में 17 लोगों को गिरफ्तार किया गया था और इसमें अक्षत मास्टरमाइंड था। बताया जा रहा है कि अक्षत और दीपाली मिलकर गैंग चलाते हैं। इस मामले में मॉडल ने पुलिस को और भी नाम बताए हैं। पुलिस उनको पकड़ने के लिए दबिश दे रही है।
मॉडल गुनगुन कुछ महीने पहले पहले एक शूट के लिए जयपुर आई थी और यहीं दीपाली ने उसका मेकअप किया था। इसके बाद दोनों की पहचान हो गई। उसके बाद दीपाली ने मॉडल को शूट के लिए दीपावली के बाद उदयपुर बुलाया। इस दौरान उसने 5 लड़कियों को 15 दिनों तक उदयपुर में रखा और शूट के लिए अच्छा पेमेंट भी दिलवाया। इसके बाद मॉडल दीपाली पर विश्वास बढ़ गया।
उसके बाद जनवरी में गुनगुन को साड़ी और ज्वैलरी के शूट के लिए उदयपुर में बुलाया गया। फिर उसे भीलवाड़ा लेकर दोनों गए और सर्किट हाउस के सामने एक होटल में ठहरे। वहाँ नहाते हुए आरोपितों ने मॉडल का वीडियो बना लिया। यहीं पर आरोपितों ने मॉडल पर मंत्री के साथ रिपोर्टर के रूप में मिलने और फिर उन्हें फँसाकर रात बिताने के लिए ब्लैकमेल करने लगे। हालाँकि, मॉडल तैयार नहीं हुई और भीलवाड़ा से निकलकर जोधपुर चली गई और सातवीं मंजिल से कूदकर आत्महत्या करने की कोशिश की।
दैनिक भास्कर से बात करते हुए मंत्री रामलाल जाट ने बताया, “किसी न्यूज एजेंसी का नाम लेकर एक व्यक्ति ने मुझसे बात की थी। जब मैं भीलवाड़ा था तो शाम को आठ बजे बाद दो लड़कियों को मिलने भेजने की बात कही। मैंने रात में मिलने से मना कर दिया और उन्हें सुबह जनसुनवाई में मिलने के लिए कहा। भीलवाड़ा में जनसुनवाई के दौरान दो लड़कियाँ मिलने के लिए आईं। उन्होंने कोई पुलिस का काम बताया। मैंने जनसुनवाई में ही संबंधित अफसर से बात की तो कहा गया कि यह काम नहीं हो सकता। मैंने दोनों लड़कियों को बता दिया कि यह काम नहीं हो सकता। मैं दोनों को नहीं जानता।
रामलाल ने आगे बताया कि उसके लड़कियों ने अपने कथित ‘बॉस’ से फोन पर बात करवाई। मंत्री ने बताया कि उस व्यक्ति ने दोनों लड़कियों से अकेले में मिलने के बोला। उसके बाद आई एक लड़की जिद करने लगी, लेकिन वे उठकर दूसरे लोगों से मिलने चले गए। उन्होंने कहा कि उनका भाग्य अच्छा था।
बता दें कि रामलाल जाट वही व्यक्ति हैं, जिन पर साल 2011 में एक महिला के साथ संबंधों का आरोप लगा था और इस कारण उन्हें मंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था। रामलाल पर आरोप लगा था कि भीलवाड़ा डेयरी के तत्कालीन चेयरमैन की पत्नी के साथ उनके अंतरंग संबंध हैं। किसी बात पर दोनों के बीच झगड़ा भी हो गया था। इसके बाद उनकी महिला मित्र ने जहर खा ली थी और रामलाल जाट उस महिला मित्र को खुद लेकर अस्पताल ले गए थे, लेकिन इलाज के दौरान महिला मित्र की मौत हो गई थी।
उधर 7वीं मंजिल से कूदकर आत्महत्या करने की कोशिश करने वाली गुनगुन की हालत में सुधार हो रहा है। गंभीर रूप से घायल होने के बाद मंगलवार (1 फरवरी) को उन्हें 30 यूनिट ब्लड की जरूरत थी और शहर के 29 लोगों ने आगे आकर अपना ब्लड डोनेट किया। मंगलवार को मजिस्ट्रेट ने मॉडल का बयान लिया। आरोपियों को आवश्यक कानूनी कार्रवाई के तहत जल्द ही कोर्ट में पेश किया जाएगा।