घाटी में हिजबुल के मुखिया रियाज नायकू की मौत के बाद मीडिया से लेकर तमाम आतंकवादी मानसिकता के समर्थक एक-एक कर बिल से बाहर आ रहे हैं। इन्हीं में से एक नाम है जामिया मिलिया इस्लामिया के छात्र शादाब नजर (Shadab Najar) का। वह सीएए विरोधी पद्रर्शन के दौरान जनवरी में जामिया के पास एक नाबालिग की गोली लगने के बाद चर्चा में आया था।
शादाब गोली लगने से घायल हो गया था। इसके बाद उसके फेसबुक प्रोफाइल से हिन्दुओं के खिलाफ घृणा और आतंकवादियों के समर्थन में लिखे हुए पोस्ट खूब वायरल हुए थे। इस बार यही शादाब फिर से आतंकवादियों के समर्थन में चर्चा में आया है, जिस कारण उसे सोशल मीडिया पर लोगों की प्रतिक्रियाएँ भी मिल रही हैं।
शादाब नजर ने अलज़जीरा की एक रिपोर्ट शेयर की है जिसमें आज ही भारतीय सेना और सुरक्षाबलों द्वारा घाटी में मारे गए आतंकवादी रियाज़ नायकू की मौत की खबर शेयर की गई है। शादाब ने इस रिपोर्ट के साथ ही नायकू के जहरीले विचार शेयर किया है, जिसमें उसने कहा था;
“कश्मीर में भारतीय शासन के खिलाफ अपनी बंदूकें उठाकर, हम उन्हें यह बताना चाहते हैं कि हम किसी भी परिस्थिति में अपनी जमीन पर उनके कब्जे को स्वीकार नहीं करेंगे। हम उनको ताकत से जवाब देंगे, क्योंकि एकमात्र यही जुबान उन्हें समझ में आती है।”
शादाब की इस पोस्ट पर कुछ लोगों ने कमेंट करते हुए लिखा है कि कश्मीर की धरती को शान्ति में ही रहने दो और इसे सांप्रदायिक बनाने की कोशिश यहाँ ना करे। कुछ कॉमेंट्स में लोगों ने शादाब नजर के लिए अश्लील शब्दों का भी प्रयोग किया है, जिनका उल्लेख किया नहीं जा सकता है। हालाँकि कुछ लोगों ने दिल्ली पुलिस और गृह मंत्रालय को भी मेंशन किया है –
एक अन्य युवक ने लिखा है कि अब कुछ देर में शादाब नजर कहेगा कि उसका अकाउंट हैक हो गया था –
उल्लेखनीय है कि भारतीय सेना ने आज हिजबुल मुजाहिद्दीन के सबसे बड़े आतंकी रियाज नायकू को मार गिराया है। वो हिजबुल का मुखिया था और सारी आतंकी गतिविधयों को संचालित करता आ रहा था।
इससे पहले जम्मू कश्मीर के बेगपोरा से भारी गोलीबार की ख़बर आई थी और कहा गया था कि नायकू अपने घर के आसपास ही सेना के शिकंजे में आ गया है। कश्मीर घाटी में आतंक-निरोधी अभियान की ये सबसे बड़ी सफलताओं में से एक मानी जा रही है। इस कार्रवाई को सेना, सीआरपीएफ और राष्ट्रीय राइफल्स ने मिल कर अंजाम दिया।