झारखंड के बोकारो स्थित आजादनगर क्षेत्र के सिवंडीह में ‘लव जिहाद’ और सामूहिक दुष्कर्म समेत कई मामलों में फरार आरोपित आरजू मल्लिक पर कड़ी कार्रवाई करते हुए उसके घर को तोड़ दिया गया है। आरजू मल्लिक पर अपना असली मजहब और नाम छिपा कर हिन्दू महिला से जबरन शादी करने और अश्लील वीडियो रिकॉर्ड कर ब्लैकमेल करने का आरोप है। इस मामले में पीड़िता ने आरजू मल्लिक समेत उसके 4 साथियों खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी, जिसके बाद से आरोपित फरार है।
सामूहिक दुष्कर्म समेत कई मामलों में वांछित आरोपित आरजू मल्लिक का घर बोकारो में बीएसएल की जमीन पर अवैध तरीके से बना हुआ था। इस घर को तोड़ने के लिए बीएसएल मैनेजमेंट व एसडीओ कोर्ट ने बोकारो पुलिस की अनुशंसा पर माराफरी पुलिस को कार्रवाई करने का निर्देश दिया था।
झारखंड के बोकारो में दुष्कर्म के एक आरोपी आरजू मल्लिक के घर बुलडोजर से ध्वस्त कर दिया गया।नाम बदलकर और धर्म छिपाकर लड़की से दोस्ती फिर शादी करने और फिर उसे अपने दोस्तों को सौंप देने के मामले में आरोपी आरजू मल्लिक फरार है।यूपी की तर्ज पर बोकारो में भी बुलडोजर चला #Jharkhand pic.twitter.com/Db2hgnyDTC
— Sohan singh (@sohansingh05) September 20, 2022
आरजू मल्लिक के घर को तोड़ने गई टीम के साथ एक मजिस्ट्रेट को भी पूरी कार्रवाई पर ध्यान रखने के लिए कहा गया था। इसके बाद प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई करते हुए आरजू मल्लिक के घर को तोड़ दिया है। बता दें कि न्यायालय के आदेश के बाद फरार आरोपित आरजू मल्लिक के घर की पहले ही कुर्की-जब्ती हो चुकी थी।
क्या है मामला
रिपोर्ट्स के अनुसार, आरजू ने साल 2021 में झारखंड के बोकारो में खुद को हिन्दू बताते हुए एक हिन्दू लड़की से दोस्ती की। इसके बाद, उसे जबरन स्वामी सहजानंद महाविद्यालय के गेट के पास से उठाकर कोऑपरेटिव कॉलोनी के एक मकान में ले गया था। जहाँ, पहले से ही पंडित बुलाया गया था और फिर उसने लड़की से जबरन शादी कर ली। इसके बाद उसने लड़की के साथ बलात्कार कर लड़की को अपने दोस्तों को सौंप दिया था। आरजू के दोस्तों ने भी लड़की के साथ बलात्कार किया था।
आरजू ने लड़की के साथ हुई इस पूरी घटना का अश्लील वीडियो भी बनाया था। इस वीडियो को उसने अपने दोस्तों को बाँट दिया। आरजू मल्लिक इस वीडियो के सहारे लड़की को लगातार ब्लैकमेल करता रहा। इस दौरान आरजू ने लड़की को शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित किया। जिससे तंग आकर लड़की ने बोकारो के चास थाने में आरोपित आरजू समेत कुल 5 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी। एफआईआर दर्ज होने के बाद से आरजू फरार बताया जा रहा है।