झारखंड के साहिबगंज में दिलदार अंसारी द्वारा रिबिका पहाड़िन की बेरहमी से हत्या करने के मामले में अब कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। पहले जहाँ पता चला था कि दिलदार ने रिबिका के शव को टुकड़ों-टुकड़ों में काटा। वहीं अब जानकारी हुई है कि अंसारी ने शव को काटने से पहले रिबिका के शरीर से उसकी चमड़ी छीली थी। पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर भी ऐसी क्रूरता देख हैरान थे। उनका कहना है कि उन्होंने ऐसा पोस्टमार्टम कभी नहीं किया।
दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के अनुसार, पोस्टमार्टम कर रहे डॉक्टरों ने बताया है कि रिबिका के शव के साथ दरिंदगी की गई। उसकी हत्या करने के बाद शव से खाल उतार दी गई और शव को कई टुकड़ों में काट दिया गया। डॉक्टर का कहना है कि शव के छोटे-छोटे टुकड़े किए गए थे और इसे काटने में करीब 7 से 8 घंटे का वक्त लगा था।
रिपोर्ट के अनुसार, डॉक्टरों ने बताया कि पोस्टमार्टम के लिए रिबिका के करीब 28 अंग लाए गए थे और दोनों किडनियाँ आधी थीं। डॉक्टरों ने साथ ही बताया कि इनमें से कई अंग मौजूद नहीं थे। डॉक्टरों के अनुसार रिबिका के सिर, कई अंगुलियाँ, बाईं हिस्से की पसली इत्यादि अंग को पोस्टमार्टम के लिए नहीं लाया जा सका। डॉक्टरों ने बताया कि रिबिका की बच्चेदानी मिली है, जिसे आगे की जाँच के लिए रख लिया गया है।
इससे पहले इस मामले में बुधवार (21 दिसंबर 2022) को नया खुलासा हुआ था। पुलिस के मुताबिक दिलदार अंसारी की माँ मरियम निशा, रिबिका को किसी तरह से अपने रास्ते से हटाना चाहती थी और इसके लिए उसने अपने सगे भाई मोईनुल अंसारी को 20,000 रुपए एडवांस में दिए थे। दरअसल जिस बोरियो थाना में रिबिका की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी, वहाँ की एएसआई सुषमा कुमारी ने दिलदार अंसारी के भाई आमिर अंसारी से पूछताछ की थी, जिसने इसका खुलासा किया था।
पुलिस की जाँच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है मामले में रौंगटे खड़े कर देने वाले खुलासे हो रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, हत्या के समय रिबिका गर्भवती थी। दिलदार के मामा और उसके दोस्त ने रिबिका के क़त्ल से पहले उसके साथ जबरदस्ती भी की थी। सूत्रों का दावा है कि आरोपितों ने गुनाह कबूल लिया है।
ये भी पता चला है कि रिबिका के शौहर दिलदार अंसारी के मामा मोइनुद्दीन अंसारी और उसके दोस्त मैनुल अंसारी ने बलात्कार के बाद रिबिका की गला दबाकर हत्या कर दी गई। हत्या के बाद शव को मामा के दोस्त मैनुल अंसारी के घर ले जाया गया क्योंकि मोइनुद्दीन के घर पर लाश को बोटियों में काटने के लिए पर्याप्त जगह नहीं थी।
मैनुल के घर पर प्लास्टिक बिछाकर शव के टुकड़े किए गए। शव के टुकड़े करने के लिए जिन धारदार हथियारों का इस्तेमाल हुआ उनमें से कुछ बरामद हो चुके हैं और कुछ की तलाश की जा रही है। रिबिका की बेदर्दी से हुई हत्या से उसके गाँव के लोगों में आक्रोश है। सभी आरोपितों की फाँसी की माँग कर रहे हैं।