झारखंड में रामगढ़ एक जिला है। यहाँ आदम सेना ने गाँवों में शरिया कानून लागू कर रखा है। मुस्लिम लड़कियों को गैर-मुस्लिमों से बात करने की मनाही है। उन्हें बुर्का पहनना ही पड़ता है। न मानने पर आदम सेना के लोग ‘रेप कर फेंक देने’ और ‘जान से मारने’ जैसी धमकियाँ देते हैं। यही नहीं, अगर किसी ने ‘शरिया कानून’ का उल्लंघन करने के बारे में सोच तक लिया, तो उसे गाँव से बाहर कर दिया जाएगा। हालाँकि पुलिस ने मामले को जमीन विवाद बताया है और जाँच की बात कह रही है।
रेप की कोशिश, जमीन पर कब्जा, शरिया…
जानकारी के मुताबिक, ये मामला रजरप्पा थाना इलाके का है, जहाँ युवती ने थाने में गुहार लगाई है कि ‘आदम सेना’ के कथित सदर सलमान और अहमद से उसकी जान बचाई जाए। लड़की का आरोप है कि दिसंबर 2023 में उसके साथ गाँव के ही साबिर अली ने दुष्कर्म की कोशिश की, लेकिन वो किसी तरह से बच निकली। उसने शोर मचाकर लोगों को बुलाया, तो साबिर अली और उसके परिजनों उसके साथ मारपीट की। जिसकी शिकायत पुलिस में दर्ज कराई गई है। पीड़िता का आरोप है कि ये सब इसलिए किया जा रहा है, ताकि वो और उसका परिवार गाँव छोड़कर चला जाए और उनकी जमीन हड़प ली जाए।
शिकायत वापस लेने का दबाव बना रही आदम सेना
इसी मामले को लेकर पीड़ित महिला 17 फरवरी 2024 को फिर से थाने पहुँची। पीड़िता ने पुलिस को शिकायत दी कि जमानत पाकर जेल से निकले साबिर अली और उसके गुर्गे उसे केस वापस लेने की धमकी दे रहे हैं। इनमें सलमान और अहमद के नाम हैं। ये लोगों लोग केस को वापस लेने के लिए धमका रहे हैं। युवती ने कहा कि इन दोनों ने मुझसे कहा, “हम प्रशासनिक कार्रवाई नहीं मानते, यहाँ शरिया कानून चलता है।” इन लोगों ने मेरे साथ और पूरे परिवार के साथ मारपीट की और हमारा सामान भी घर से बाहर फेंककर घर पर ताला लगा दिया।
रेप और जान से मारने की धमकी, दे दूँगी जान
पीड़ित युवती का आरोप है कि आदम सेना से जुड़े कुछ लोग केस में समझौते के लिए धमकाते हैं। अहमद अंसारी ने फोन पर गलत बाते कहते हुए धमकाया। पीड़ित का कहना है कि पिता की मौत के बाद वो तीन भाई बहन अपने पुश्तैनी गाँव आ गए, लेकिन गाँव में जमीन को लेकर विवाद होने लगा। अब आदम सेना शरिया कानून का हवाला देकर उन्हें पर्दे में रहने और दूसरे कौम के लोगों से बातचीत न करने के लिए कहती है। पीड़ित ने कहा कि मेरे परिवार को परेशान किया जा रहा है और अगर प्रशासन ने आदम सेना के खिलाफ कार्रवाई नहीं की, तो वो एसपी के आवास के सामने आत्महत्या कर लेगी।
पुलिस ने आदम सेना को नकारा, जमीन विवाद बताया
इस पूरे मामले में रजरप्पा थाना प्रभारी नवीन प्रकाश पाण्डेय ने ऑपइंडिया से बातचीत में कहा कि ये पूरा विवाद जमीन को लेकर है। हम मामले की जाँच कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुखिया व अन्य लोगों से भी बातचीत की है। जिस आदम सेना का नाम लिया जा रहा है, वो इस इलाके में कहीं सक्रिय नहीं है। न ही उसके खिलाफ ऐसी कोई शिकायत मिली है। उन्होंने कहा कि पीड़ित का परिवार पहले सिंगरौली में रहता था, पिता की मौत के बाद लड़की अपने पुश्तैनी गाँव आई है, वहीं चाचा के संग जमीन विवाद में अब तक दो एफआईआर दर्ज हो चुकी हैं, जो कोर्ट में हैं।