हरियाणा के मेवात में पुलिस कस्टडी में एक युवक की मौत के बाद समुदाय विशेष के लोगों ने पुलिस पर हमला बोल दिया। मृतक के परिजनों ने ग्रामीणों के साथ मिलकर पुलिस पर पथराव किया, गाड़ी में तोड़फोड़ की और बाद में उसमें आग लगा दी।
दरअसल, 2 हफ्ते पहले जुनैद नाम के शख्स को फरीदाबाद पुलिस की क्राइम ब्रांच ने धोखाधड़ी मामले में गिरफ्तार किया था। मगर, पुलिस द्वारा कस्टडी में लिए जाने के बाद उसकी मौत हो गई। युवक की मौत से गुस्साए लोगों ने पलवल-होडल रोड जाम कर दिया और जब पुलिस वहाँ जाम को खुलवाने पहुँची तो उन पर हमला कर दिया गया।
रिपोर्ट्स के अनुसार, पुलिस कर्मियों को देखते ही जाम लगाने वाले लड़कों ने उनके वाहनों को क्षतिग्रस्त किया। उसके बाद पुलिस वाहन में आग लगा दी। हालात देख अन्य थाने की पुलिस टीम मौके पर बुलाई गई। कहा जा रहा है कि पुलिस अधिकारियों के समझाने के बाद भीड़ में शामिल लोग सड़क खाली करने को तैयार नहीं हैं।
ग्रामीणोंं का आरोप है कि पुलिस कर्मियोंं ने युवक को दो दिन तक अवैध हिरासत में रख उसके साथ मारपीट की और बाद में परिजनों से पैसे लेकर उसे छोड़ा। लेकिन थर्ड डिग्री मिलने से जुनैद की मौत हो गई। स्थानीय रिपोर्ट्स बताती हैं कि जुनैद के दो सगे भाई अब भी फरीदाबाद पुलिस की हिरासत में हैं। परिजन कह रहे हैं कि वह बेगुनाह हैं और उन्हें छोड़ा जाए।
मामले के संबंध में सुदर्शन पत्रकार गौरव मिश्रा ने ट्वीट किया है। उन्होंने मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को टैग करते हुए पूछा कि आखिर मेवात के हालात कब बदलेंगे। ट्वीट में बताया गया है, “मेवात में आज जुनैद के मौत के बाद पुलिस वालों को शांतिदूतों ने मारा पीटा थाने को आग के हवाले कर दिया पुलिस की गाड़ियों को तोड़ा फोड़ा गया।”
मेवात में आज जुनैद के मौत के बाद पुलिस वालों को शांतिदूतों ने मारा पीटा थाने को आग के हवाले कर दिया पुलिस की गाड़ियों को तोड़ा फोड़ा गया।@mlkhattar जी कब बदलेंगे यहाँ के हालात pic.twitter.com/VP5ZeZJOvY
— Gaurav Mishra गौरव मिश्रा 🇮🇳 (@gauravstvnews) June 12, 2021
वीडियो में देख सकते हैं कि बीच रोड पर भीड़ बेकाबू हो गई है। पुलिस की गाड़ी पर लाठी डंडों और पत्थरों से वार हो रहा है। गाली दे देकर लुंगी पहने लोग उस पर लात मार रहे हैं। कई किशोर गाड़ी पर पत्थर फेंक रहे हैं। बीच में आवाज भी आती है- आग लगाओ आग।
गौरतलब है कि हरियाणा का मेवात पिछले साल से चर्चा में है। अभी हाल में ये मेवात आसिफ की मॉब लिंचिंग की वजह से चर्चा में आया था। उससे पहले वहाँ गौ तस्करी और हिंदुओं पर अत्याचार की घटनाओं के कारण मेवात सुर्खियों में था।