पूरे देश में मुस्लिम समुदाय के लोग मुहर्रम का मातम मना रहे हैं। इस दौरान कई राज्यों के कई हिस्सों से हिंसक वारदातें सामने आई हैं। उत्तर प्रदेश के पीलीभीत में ताजिया ले जा रही भीड़ ने पहले काँवड़ियों और बाद में पुलिस पर पत्थरबाजी की। बिहार के कैमूर जिले में मंदिर पर पत्थरबाजी का आरोप है। दोनों ही घटनाएँ शनिवार (29 जुलाई 2023) की है। पुलिस दोनों मामलों में केस दर्ज करके कार्रवाई कर रही है। इसके अलावा देश के कुछ अन्य हिस्सों से भी छुटपुट वारदातों की खबर है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पहला मामला उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले का है। यहाँ बरेली हाइवे पर खमरिया पुल के पास ताजिया ले जा रहे जुलूस ने जम कर हंगामा काटा। बताया जा रहा है कि ताजिया ले जा रहे जुलूस के बगल से काँवड़ यात्री धार्मिक गानों पर DJ बजाते हुए निकले। इसी को लेकर बवाल कर दिया गया।
मुस्लिम समुदाय के लोगों ने DJ बंद करने को कहा, जिसे कांवड़ियों ने इनकार कर दिया। इस बात पर दोनों पक्षों में भिड़ंत हो गई। इस भिड़ंत में पत्थरबाजी की गई, जिसमें आस-पास से गुजर रहे लोगों को निशाना बनाया गया।
दोनों पक्षों को समझा-बुझाकर उनके गंतव्य के लिये रवाना कर दिया गया है, मौके पर भारी पुलिसबल तथा उच्चाधिकारीगण उपस्थित हैं। शान्ति-व्यवस्था कायम है।
— Pilibhit Police (@pilibhitpolice) July 29, 2023
आरोप है कि मुहर्रम के जुलूस में शामिल कुछ उपद्रवी रेलवे लाइन के पास पहुँच गए। यहाँ से उन्होंने पत्थर उठा कर मामले में बीच-बचाव कर रही पुलिस पर भी फेंके। पुलिस टीम का नेतृत्व कर रहे डिप्टी SP रैंक का एक अधिकारी भी पत्थरबाजी में घायल हो गया।
लगभग 5 घंटों तक मची अफरातफरी के बाद बाहर से अतिरिक्त फ़ोर्स आने के बाद हालात काबू में आए। पुलिस के मुताबिक दोनों पक्षों को समझा कर उनके गंतव्य को भेज दिया गया है और मौके पर शांति व्यवस्था कायम है।
मातम मुहर्रम का, पत्थरबाजी मंदिर पर
दूसरा मामला बिहार के कैमूर जिले से है। यहाँ मुहर्रम के मातम में शामिल भीड़ द्वारा एक हिन्दू मंदिर पर पत्थरबाजी किए जाने का आरोप है। बताया जा रहा है कि यहाँ के तजिया जुलूस के दौरान दो पक्ष आमने-सामने आ गए थे। पहले तो नारेबाजी हुई और बाद में लाठी-डंडों से हमले शुरू हो गए।
इस दौरान कट्टरपंथी मुस्लिम उपद्रवियों ने एक हिन्दू मंदिर को निशाना बनाया। मामले की सूचना पर पहुँची पुलिस पर भी उपद्रवियों ने पत्थर फेंके। हालाँकि पुलिस ने बल प्रयोग कर के भीड़ को तितर-बितर किया।
मंदिर के साथ की गई तोड़-फोड़ का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है। वायरल वीडियो में कुछ लोग मंदिर को निशाना बना रहे हैं। उपद्रवियों द्वारा मंदिर की धार्मिक पताका को भी फाड़ा जा रहा है। आस-पास खड़े वाहनों को भी निशाना बनाया गया है।
स्थानीय मीडिया को लोगों ने बताया कि भगवान शंकर की इस मंदिर को कट्टरपंथी मुस्लिमों ने अपना निशाना बनाया। स्थानीय लोगों ने बताया कि कभी भी मुहर्रम की जुलूस उस इलाके में नहीं आती है, जहाँ मंदिर है। ताजिया निकाल रहे लोगों ने जब मंदिर को नुकसान पहुँचाया और पथराव किया तो आस-पास के लोग डर के अपने घरों में छिप गए थे।
इसके अलावा दिल्ली, वाराणसी, गिरिडीह इलाके में भी हिंसक झड़प की खबरें सामने आई थीं। पश्चिम बंगाल में मुहर्रम के चलते प्रशासन ने मंदिर का रास्ता ही बंद करवा दिया था।