महाराष्ट्र पुलिस ने गुरुवार (29 अगस्त 2024) को नासिक जिले में 15 साल की एक नाबालिग लड़की द्वारा आत्महत्या करने के मामले में 10 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की है। 22 वर्षीय कलाम इज़हार मंसूरी नामक एक व्यक्ति उसका पीछा करता था और उसे धमकी देता था। इतना ही नहीं, कलाम के परिजनों ने भी भी जब लड़की को धमकाया तो उसने ज़हर खाकर आत्महत्या कर ली।
ऑपइंडिया के पास एफआईआर की कॉपी मौजूद है। लड़की के माता-पिता की शिकायत के आधार पर आरोपित कलाम के अम्मी नाना खाला, जहाँगीर शेख, बबलू शेख, मुन्ना शेख, लादेन मंसूरी, समीर बबलू शेख, नड्डा मंसूरी शेख, अंजुम सैय्यद और साहिल सैय्यद को नामजद किया गया है। आरोपितों पर भारतीय न्याय संहिता की धारा 107, 351(2), 3(5) और 78 तथा POCSO ऐक्ट लगा है।
FIR के अनुसार, मृतका को मुख्य आरोपित कलाम कलाम साल 2022 से परेशान कर रहा था। उस समय लड़की स्कूल में पढ़ती थी। आरोपित लड़की को स्कूल आने-जाने के दौरान रास्ता में रोकता था और कहता था कि वह उसे पसंद करता है। कई बार उसने लड़की को बात करने के लिए मजबूर किया और उसका फोन नंबर भी ले लिया। हालाँकि, लड़की ने पहली बार घर पर यह बात बताई।
इस घटना के बाद लड़की के माता-पिता ने उसका विशेष ध्यान रखना शुरू कर दिया। उन्होंने आरोपित के अम्मी-अब्बू से भी बात की और इस के बारे में बताया। हालाँकि, परिजनों से शिकायत के बाद भी आरोपित कलाम इजहार मंसूरी ने मृतका को परेशान करना जारी रखा। एफआईआर के मुताबिक, लड़की ने अपनी माँ से यह भी कहा था कि उसे डर लग रहा है।
उत्पीड़न के कारण लड़की को घर से ही 10वीं की बोर्ड परीक्षा देनी पड़ी। आखिरकार, लड़की को नासिक के देवलाली इलाके में एक आर्ट्स कॉलेज में दाखिला मिल गया। 23 अगस्त को लड़की रोजाना की तरतह दोपहर 12:15 बजे तक घर नहीं लौटी। लगभग एक घंटे बाद लड़की की माँ को एक कॉल आया, जिसमें बताया गया कि उसकी बेटी एक पुल के पास सड़क पर बेहोश पड़ी मिली है।
यह कॉल आरोपित अंजुम और साहिल की थी। ये दोनों भी इस मामले में नामजद आरोपित हैं। दोनों ने लड़की की माँ को फोन करके बताया कि उन्हें लड़की सड़क पर बेहोशी की हालत में मिली है और वे उसे बिटको अस्पताल ले जा रहे हैं। उन्होंने उसकी माँ से भी कहा कि वह जल्दी अस्पताल पहुँच जाए। हालाँकि, जब माँ अस्पताल पहुँची तो दोनों आरोपित भाग चुके थे।
FIR में लड़की की माँ ने कहा है, “डॉक्टरों ने उसकी जाँच की और उसे दवा दी, लेकिन घर वापस आते समय मेरी बेटी को उल्टी होने लगी और वह बेहोश हो गई। उस समय उसने मुझे बताया कि उसे कलाम और उसके परिवार द्वारा परेशान किया जा रहा था। उसने मुझे बताया कि कलाम उसे निकाह करने के लिए मजबूर करता था और उसे धमकाता था।”
Location: #Nashik
— Siddhi (@sidis28) August 30, 2024
23/08/2024
15 yo girl commits suicide after harassed by Kalam Mansuri and his family for the past 2 years.
Family suspects murder as CCTV shows girl taken on bike by other accused Anjum, Sahil Sayyed.
Probe underway. Report out soon.
1/n pic.twitter.com/o0nOkNCxaz
लड़की की माँ ने FIR में आगे कहा है, “उसकी (आरोपित कलाम इजहार मंसूरी की) अम्मी भी मेरी बेटी को उसके बेटे से निकाह करने के लिए धमकाती थी। उसने जहाँगीर, बबलू, मुन्ना, लादेन, समीर और नड्डा के नाम भी बताए, जो उसे कलाम से शादी करने के लिए मजबूर करते थे।” इसके बाद लड़की को उसी दिन मृत घोषित कर दिया गया।
लड़की के परिवार ने 25 अगस्त को अंजुम सैय्यद के घर के पास लगे CCTV फुटेज की जाँच की। फुटेज में दिखा कि अंजुम और साहिल लड़की को अपने स्कूटर पर अस्पताल ले गए। हालाँकि, उन्होंने दावा किया था कि उन्हें लड़की पुल के पास सड़क पर बेहोश मिली थी। शक के आधार पर लड़की के माता-पिता ने दोनों के खिलाफ मामला भी दर्ज कराया है।
ऑपइंडिया को मिली एक्सक्लूसिव जानकारी के अनुसार, लड़की के माता-पिता का मानना है कि लड़की को आरोपित और उसके रिश्तेदारों ने जहर दिया है। इसके बाद साहिल और अंजुम सैय्यद ने उसे अस्पताल में भर्ती कराया। पुलिस मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए फोन पर कुछ भी पुष्टि करने में विफल रही। हालाँकि, ऑपइंडिया ने एफआईआर की प्रतियाँ और सीसीटीवी फुटेज हासिल कर ली हैं।
कासिम पठान के आतंक से तंग होकर लड़की ने आत्महत्या की
महाराष्ट्र में 10 दिनों के भीतर इस तरह का यह दूसरा मामला है। इससे पहले 19 अगस्त को 16 वर्षीय लड़की ने कासिम यासीन पठान नाम के एक व्यक्ति के हाथों उत्पीड़न का सामना करने के 8 महीने बाद आत्महत्या कर ली थी। माना जाता है कि लड़की ने महाराष्ट्र के छत्रपति संभाजीनगर जिले के अहेर गाँव के एक कुएँ में कूदकर अपनी जान दे दी थी।
मृतका नाबालिग थी और 11वीं कक्षा में साइंस स्ट्रीम से पढ़ाई करती थी। वहीं, आरोपित कासिम यासीन पठान स्थानीय गैराज में मैकेनिक का काम करता था। लड़की शहर में रह रही थी, क्योंकि उसे पढ़ाई के लिए एक निजी कोचिंग सेंटर में दाखिला मिला था। वह हाल ही में रक्षाबंधन के त्योहार मनाने के लिए अपने गाँव आई हुई थी। उसी दौरान यह घटना हुई।
जानकारी के अनुसार, आरोपित कासिम पिछले आठ महीनों से लड़की पर उसका प्रेम प्रस्ताव स्वीकार करने का दबाव बना रहा था। वह लड़की को धमकाता था कि अगर वह उसके प्रेम प्रस्ताव को नहीं मानेगी तो वह उसके भाई को मार देगा। लड़की ने आरोपित से बचने के लिए हरसंभव कोशिश की, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। आखिरकार उसने 18 अगस्त को आत्महत्या कर ली।
(यह खबर मूल रूप से अंग्रेजी में सिद्धि ने लिखी है। आप इस लिंक पर पढ़ सकते हैं।)