Monday, December 23, 2024
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कमलेश तिवारी मर्डर: अशफाक और मोईनुद्दीन ने की हत्या, खालसा होटल से मिला खून लगा कुर्ता, गाजियाबाद तक लोकेशन ट्रेस

17 अक्तूबर को रात 11 बजे दोनों आरोपी लखनऊ के खालसा होटल पहुँचे। 18 अक्टूबर को सुबह साढ़े 10 बजे होटल से निकल गए। दोपहर 1.21 बजे होटल में वापस आए और दोपहर को 1.37 बजे दोबारा बाहर निकल गए।

हिंदू समाज पार्टी के प्रमुख और अखिल भारतीय हिन्दू महासभा के पूर्व अध्यक्ष कमलेश तिवारी की हत्याकांड में बड़ा ख़ुलासा हुआ है। दोनों हत्यारे लखनऊ के ही नाका थाना क्षेत्र के खालसा होटल में ठहरे थे। होटल से खून लगा भगवा कुर्ता और बैग बरामद किया गया है। पुलिस ने फॉरेंसिक एक्सपर्ट के साथ मिलकर पूरे कमरे की जाँच की और सामान क़ब्ज़े में ले लिया।

जाँच में पता चला है कि हत्यारों ने अशफ़ाक़ और मोईनुद्दीन के नाम से होटल का कमरा बुक कराया था। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार होटल मालिक के पास से आरोपियों की आईडी भी मिली है, जिस पर नाम के साथ सूरत का पता दर्ज है। हत्यारों की लोकेशन भी ट्रेस हो गई है। लखनऊ से निकल के हरदोई और बरेली होते हुए गाज़ियाबाद तक की लोकेशन मिली है।

ख़बर के अनुसार, शनिवार (19 अक्टूबर) को मामले की जाँच कर रही टीम को सूचना मिली थी कि पश्चिमी क्षेत्र के अंतर्गत खालसा होटल के कमरे में कुछ भगवा कपड़े और बैग पड़ा है। सूचना मिलते ही लखनऊ पुलिस मौक़े पर पहुँची और फील्ड यूनिट को बुलाकर साक्ष्य इकट्ठे किए। मौक़े पर आला अधिकारियों ने भी पहुँचकर मुआयना किया।

बताया जा रहा है कि आरोपी इसी होटल में रुके थे। यहीं से भगवा कपड़ा पहनकर वे कमलेश तिवारी से मिलने पहुँचे थे। हत्या के बाद आरोपी दोबारा फिर होटल में आए। कपड़ा बदला और फरार हो गए।

जानकारी के मुताबिक़, 17 अक्तूबर को रात 11 बजे दोनों आरोपी होटल आए थे। 18 अक्टूबर को सुबह साढ़े 10 बजे होटल से निकल गए। इसके बाद दोपहर 1.21 बजे होटल में वापस आए और दोपहर को 1.37 बजे वापस निकल गए।

इंडिया टुडे ने सूत्रों के हवाले से लिखा कि दोनों हमलावरों की आख़िरी लोकेशन बरेली थी। हमलावर कुछ समय तक बरेली में रहे और फिर शहर से भाग गए। फ़िलहाल, यूपी स्पेशल टास्क फोर्स (STF) और आतंकवाद विरोधी दस्ते (ATS) समेत कई पुलिस दल आरोपितों की धर-पकड़ में जुटे हुए हैं। ग़ौरतलब है कि लखनऊ में नाका क्षेत्र स्थित हिन्दू महासभा कार्यालय में कमलेश तिवारी को बदमाशों ने गला रेतकर व गोली मारकर हत्या कर दी थी। शुक्रवार (18 अक्टूबर 2019) को हत्या की वारदात को अंजाम देकर हमलावर वहाँ से फ़रार हो गए थे। गंभीर हालत में तिवारी को ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया, जहाँ इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गई थी।

इस मामले में गुजरात एटीएस ने सूरत के मौलाना मोहसिन शेख, फैजान पठान और राशिद पठान को हिरासत में लिया है। इसके साथ ही महाराष्ट्र एटीएस ने सैयद आसिम अली नाम के शख्स को हिरासत में लिया है। राशिद पठान के पाकिस्तान से भी कनेक्शन होने की बात सामने आई है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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