उत्तरप्रदेश के कन्नौज में अमरुद्दीन नामक ठेकेदार के अपहरण का पूरा मामला फर्जी निकला। पुलिस ने जाँच के बाद पाया कि अमरुद्दीन ने अपने अपहरण का नाटक खुद रचा था। इसके पीछे उसका मकसद कन्नौज नगर पंचायत की चेयरपर्सन के पति मुस्ताक को फँसाना था। पुलिस के मुताबिक पूरे मामले पर अमरूद्दीन पर किसी को शक न हो, इसके लिए उसने खुद अपने पैरों पर कीलें ठोंकी और एक हफ्ते तक कई जगहों पर भटका भी रहा। बीते सोमवार पुलिस ने उसे दादरी बाईपास पर जंजीरों से बँधा पाया। उसकी शिकायत पर मुस्ताक समेत तीन लोगों के ख़िलाफ अपहरण की रिपोर्ट दर्ज की।
जानकारी के मुताबिक अमरूद्दीन कन्नौज के गुरसहायगंज थाना क्षेत्र का निवासी है। सोमवार की सुबह 5 बजे पुलिस को वह बादलपुर के दादरी बाईपास पर मिला। इस दौरान उसके पैरों में कील ठुकी हुई थी, आँख पर पट्टी बंधी हुई थी और मुँह पर टेप चिपकी थी। पुलिस ने उस समय अमरूद्दीन की हालत देखकर पहले उसका अस्पताल में उपचार करवाया और बाद में उसकी शिकायत पर मुस्ताक समेत 3 पर केस दर्ज किया। हालाँकि शुरुआत में पुलिस ने उसकी बातों पर यकीन कर लिया था, लेकिन बाद में चौंकाने वाला खुलासा हुआ।
पुलिस ने जाँच में पाया कि अमरूद्दीन का 2 साल से 1.80 लाख रुपए की पेमेंट को लेकर विवाद चल रहा था। जिसके कारण उसने ये सब षडयंत्र रचा। दरअसल, मुस्ताक की पत्नी रुकसाना बेगम कन्नौज में पंचायत की अध्यक्ष हैं और नगर पंचायत ने करीब 2 वर्ष पहले टेंडर जारी करके अमरूद्दीन से अपने क्षेत्र में काम करवाया था। लेकिन ठेकेदार के मुताबिक उसे इस काम की पेमेंट नहीं मिली। जबकि चेयरपर्सन के अनुसार वे पेमेंट कर चुके हैं।
इसी विवाद के चलते 22 अक्टूबर को अमरूद्दीन घर से ये कहकर निकला कि लखनऊ जा रहा हूँ। लेकिन वह घर वापस नहीं लौटा। पुलिस ने मामले में आगे जाँच की तो पता चला कि वह अपने गाँव के एक दोस्त और प्रेमिका के साथ एक होटल में रुका था। उसके बाद वो दतिया, महाराष्ट्र, तेलंगाना गया और 10 बार सिम बदलकर अपनी पत्नी से बात की। अंत में पुलिस की नजर में आने के लिए उसने दादरी बायपास इसलिए चुना क्योंकि उसे इस क्षेत्र की जानकारी थी।
पूरी साजिश का पर्दाफाश होने के बाद अमरूद्दीन को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। बादलपुर कोतवाली के प्रभारी पटनीश कुमार ने बताया है कि अपने अपहरण की साजिश रचने के आरोप में अमरूद्दीन को गिरफ्तार कर लिया गया है। पैरों में कील ठोकने वाला पत्थर, मोबाइल व सिम कार्ड बरामद कर लिया गया है।