कानपुर का चमनगंज कोरोना वायरस संक्रमण का हॉटस्पॉट है। इस इलाके में संदिग्धों की जाँच करने गई मेडिकल टीम की नर्सों से छेड़छाड़ करने की घटना सामने आई है। इस मामले में कलीम, अमजद अंसारी, बजी अहमद और सलीम को गिरफ्तार किया गया है। इनके खिलाफ छेड़खानी, अश्लीलता, जान से मारने की धमकी और सरकारी कार्य में बाधा डालने आदि धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।
घटना शनिवार (अप्रैल 11, 2020) दोपहर की है। चमनगंज निवासी ये आरोपित पिछले कई दिनों से नर्सों के साथ छेड़छाड़ कर रहे थे। शनिवार को भी जब मेडिकल टीम वहाँ पर संदिग्धों की जाँच करने पहुँची तो आरोपितों ने नर्सों के साथ अभद्रता की। गाली-गलौज करते हुए उन पर फब्तियाँ कसी, साथ ही अश्लील हरकतें भी की।
इतना ही नहीं, जब नर्सों ने इसका विरोध किया तो चारों आरोपितों ने उन्हें जान से मारने की धमकी दी। छेड़खानी का विरोध करने पर आरोपितों ने कहा कि चमनगंज से बाहर नहीं निकलने देंगे। यहीं हत्या कर देंगे। इससे सहमी नर्सों ने अपने अधिकारियों और चमनगंज पुलिस को जानकारी दी। सूचना मिलते ही चमनगंज पुलिस मौके पर पहुँची और चारों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया।
इस घटना को लेकर मेडिकल स्टाफ में नाराजगी है। स्टाफ का कहना है कि आए दिन मारपीट, गाली-गलौज और अभद्रता से वे परेशान हैं। उन्होंने ऐसे माहौल में सर्वे न करने की चेतावनी दी है। इसके साथ ही उन्होंने सीएमओ से सुरक्षा की माँग भी की है। मेडिकल स्टाफ का कहना है कि उन्हें सुरक्षा मिलेगी तभी वे क्षेत्र में घर-घर जाकर सर्वे कर सकेंगे।
गौरतलब है कि इससे पहले कानपुर के गणेश शंकर विद्यार्थी मेमोरियल मेडिकल कॉलेज के क्वारंटाइन वार्ड में जमातियों द्वारा मेडिकल व पैरामेडिकल स्टॉफ के साथ बदलूकी की खबरें सामने आई थी। इसी तरह बिहार के सहरसा में आइसोलेशन सेंटर में जमातियों ने नर्स के साथ बदतमीजी की, अश्लील फब्तियाँ कसीं, उनकी फोटो खींच वायरल करने की धमकी दी थी।
स्वास्थ्यकर्मियों की टीम जब यूपी की राजधानी लखनऊ के कसाईबाड़ा में जाँच के लिए पहुँची थी तो भी स्थानीय निवासियों ने उन पर हमला बोल दिया था। दस्तावेजों को फाड़ने की कोशिश की थी। पहले तो स्थानीय लोगों ने गाली-गलौज की और फिर इन पर हमला कर दिया।