उत्तर प्रदेश के कानपुर (Kanpur) में फ्लोरेट्स इंटरनेशनल स्कूल (Florets International School ) में हिंदू छात्रों को कलमा पढ़ाने का मामला सामने आया है। अभिभावकों और हिन्दू संगठनों के हंगामे के बाद मौके पर कमिश्नरेट पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी स्कूल पहुँचे। इस मामले में कानपुर डीएम ने पुलिस की प्राथमिक रिपोर्ट के आधार पर जाँच के आदेश दिए हैं। वहीं स्कूल प्रबंधन ने भी अब प्रार्थना नहीं कराने की बात कही है। लेकिन हिंदू संगठन स्कूल के शुद्धिकरण और तालाबंदी के जिद पर अड़ गए हैं।
इस दौरान पार्षद महेंद्र शुक्ला स्कूल के ऊपर गंगाजल का छिड़काव करते नजर आए। सोशल मीडिया पर इसका वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। पार्षद महेंद्र शुक्ला ने कहा, “यहाँ जन गण मन तो होता नहीं है, कलमा पढ़ाया जाता है। इनके PFI से संबंध हैं, यहाँ बच्चों को रोज कलमा पढ़ाया जाता है, हम मामले की जाँच कराएँगे, स्कूल के ऊपर गंगाजल छिड़का है।”
हिंदू बच्चों को कलमा पढ़ाने पर हंगामा, किताब में भी लिखा- ला इलाहा इल्लल्लाह…#Kanpur @KanpurPolice @CommissionerKnp https://t.co/d1od9w7gLL
— TV9 Uttar Pradesh (@TV9UttarPradesh) August 1, 2022
पत्रकार अभिषेक कुमार लिखते हैं, “यूपी में कानपुर के एक प्राइवेट स्कूल में हिंदू बच्चों को कलमा पढ़ाने का वीडियो वायरल हो रहा है। हिंदूवादी संगठनों ने मामले को लेकर स्कूल प्रबंधन के खिलाफ विरोध जताया है। उनका कहना है कि स्कूल प्रबंधन जब तक अपनी इस गलती की माफी नहीं माँगेगा, तब तक स्कूल नहीं चलने दिया जाएगा।”
इसके साथ ही अभिषेक ने वीडियो में स्कूल में पढ़ाई जाने वाली किताब के उस पृष्ठ को भी साझा किया है, जिसमें दुआ के नीचे लिखा है, “ला इलाहा इल्लल्लाह मोहम्मदूर रसूल अल्लाह।” अभिषेक मिश्रा नाम से बने अकाउंट से मुख्यमंत्री योगी अदित्यनाथ, यूपी पुलिस और कमिश्नरेट पुलिस को टैग करते हुए यह वीडियो साझा किया गया था।
यूपी में कानपुर के एक प्राइवेट स्कूल में हिंदू बच्चों को कलमा पढ़ाने का वीडियो वायरल हो रहा है.
— Kumar Abhishek (TV9 Bharatvarsh) (@active_abhi) August 1, 2022
हिंदूवादी संगठनों ने मामले को लेकर स्कूल प्रबंधन के खिलाफ विरोध जताया है. उनका कहना है कि स्कूल प्रबंधन जब तक अपनी इस गलती की माफी नहीं मांगेगा, तब तक स्कूल नहीं चलने दिया जाएगा. pic.twitter.com/H1BSMr8fTu
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, स्कूल मैनेजर ने सफाई देते हुए कहा कि उनके स्कूल में हिंदू, मुस्लिम, सिख और इसाई चारों धर्मों की प्रार्थना 12-13 सालों से की जा रही है। कभी किसी ने विरोध नहीं किया। चार दिन पहले एक अभिभावक की ओर से इसे लेकर आपत्ति जताई गई थी। आपत्ति के मद्देनजर उन्होंने पूर्व में ही यह आदेश दे दिया है कि अब कोई धार्मिक प्रार्थना नहीं कराई जाएगी। अब सोमवार से स्कूल में केवल राष्ट्रगान होगा।
वहीं, जिलाधिकारी विशाख का इस मामले पर कहना है कि पुलिस की रिपोर्ट के आधार पर मामले में जाँच का आदेश दिया गया है। सोमवार को स्कूल खुलने के बाद स्कूल प्रबंधन, छात्र-छात्राओं, अभिभावकों आदि से बात कर मामले की जाँच की जाएगी।