उत्तर प्रदेश पुलिस ने कानपुर में जाजमऊ निवासी आसिफ शाह उर्फ नफीज को गिरफ्तार किया है। आसिफ ने गोविंद नगर की 18 वर्षीय मुस्कान को अपने प्रेम जाल में फँसाया और ब्रेनवॉश कर जबरन उसको इस्लाम कबूलने पर मजबूर किया।
मुस्कान की माँ ममता तिवारी ने भी ऑपइंडिया से बात करते हुए पुष्टि की है कि मामला सामने आने के बाद से फरार चल रहे आसिफ उर्फ नफीज को 6 सितंबर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।
मुस्कान के परिवार ने कानपुर के गोविंद नगर में स्थानीय पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज की थी, जिसमें आसिफ शाह उर्फ नफीज नाम के एक युवक पर उनकी बेटी पर जादू-टोना करके ब्रेनवॉश करने, शारीरिक रूप से दुर्व्यवहार करने और जबरन इस्लाम कबूल कर शादी करने के लिए धमकाने का आरोप लगाया।
शिकायत के आधार पर, गोविंद नगर पुलिस ने आसिफ शाह के खिलाफ आईपीसी की धारा 366 के तहत प्राथमिकी दर्ज की थी और मामले की जाँच कर रही थी। आरोपित की गिरफ्तारी के बारे में बात करते हुए, मुस्कान की माँ ने कई अन्य आरोप भी लगाए। उन्होंने कहा कि आसिफ शादीशुदा और दो बच्चों का पिता है। वह 35 साल का है, जबकि मुस्कान केवल 18 साल की थी। उसने अपनी पिछली शादी के बारे में मुस्कान से झूठ बोला था। जब वह मुस्कान को अपने घर ले गया, तो उसने कथित तौर पर अपनी पत्नी को अपनी बड़ी बहन के रूप में उससे मिलवाया था।
ममता तिवारी ने कहा कि जब तक मुस्कान वहाँ रही थी, तब तक आसिफ अपनी पहली पत्नी को ‘आपा’ (बड़ी बहन) कहता था और वो उसे ‘भाईजान’ कहती थी। इतना ही नहीं धोखेबाज आसिफ ने अपने दोनों बच्चों को मुस्कान के सामने उसे मामू कहना भी सिखाया। अपनी बेटी के बारे में बोलते हुए, ममता तिवारी ने भारी आवाज़ में कहा कि उसे सदमे से उबरने में समय लगेगा।
ऑपइंडिया ने पहले बताया था कि कैसे आसिफ शाह ने युवती को अपने प्रेम जाल में फँसाया और ब्रेनवाश कर जबरन उसको इस्लाम कबूलने पर मजबूर किया। युवती ने बताया था कि उस पर जबरन इस्लाम कबूल करने का दबाव बनाया जा रहा था। इतना ही नहीं वे लोग जादू-टोना, झाड़-फूँक से उसके धर्मांतरण की कोशिश कर रहे थे। उसने यह भी कहा कि आसिफ के साथ उसका निकाह हो गया है।
पीड़ित की माँ ममता तिवारी, ममता की नियोक्ता दीप्ति तिवारी और बजरंग दल के कार्यकर्ता रामजी तिवारी ने हिंदू परिवार को उनकी बेटी को घर लाने में मदद की थी। सभी ने पुष्टि की थी कि कानपुर में अन्य मामलों की तरह यह भी लव जिहाद का मामला था, जहाँ आरोपित के परिवार ने योजनाबद्ध तरीके से एक हिंदू लड़की को निशाना बनाया और फँसाया था।
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में ‘लव जिहाद’ की बढ़ती घटनाओं के बीच सख्त हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पुलिस को इस मामले में कड़े निर्देश दिए थे। उन्होंने पुलिस से कहा था कि एक कार्ययोजना बना कर ऐसी घटनाओं को चिह्नित किया जाए और फिर कार्रवाई की जाए। लड़कियों को धोखे में डाल कर उन्हें प्रताड़ित किए जाने वाली घटनाओं को रोकने के लिए योगी सरकार ने गृह विभाग को निर्देश दिए थे।