Sunday, December 22, 2024
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कर्नाटक के हावेरी में वक्फ के कब्जे पर हिंसा, माँ दुर्गा और हनुमान मंदिर की जमीन को लेकर बवाल: बेघर होने के खौफ में हिन्दू

स्थानीय हिन्दुओं ने आरोप लगाया कि यहाँ के मुस्लिमों ने एक धार्मिक स्थान और उसके आस-पास की जमीन को वक्फ जमीन घोषित करने के लिए याचिका दी है।

कर्नाटक के हावेरी जिले के एक गाँव में हिन्दुओं को अपने मंदिर और जमीन वक्फ द्वारा हथियाए जाने का डर सता रहा है। हिन्दुओं का आरोप है कि उनके गाँव के मुस्लिमों के जमीनों को वक्फ को देने के लिए याचिका भी लगाई है। खौफ में आए हिन्दुओं से मुस्लिमों का विवाद भी हुआ और पत्थर भी चले।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, हावेरी जिले के कडाकोल गाँव में बुधवार (30 अक्टूबर, 2024) की देर रात तनाव फ़ैल गया। स्थानीय हिन्दुओं ने आरोप लगाया कि यहाँ के मुस्लिमों ने हनुमान मंदिर और दुर्गा मंदिर के परिसर और उसके आस-पास की जमीन को वक्फ जमीन घोषित करने के लिए याचिका दी है।

इसके बाद जब गाँव के हिन्दुओं के मुस्लिमों से इस संबंध में प्रश्न किए तो विवाद खड़ा हो गया। गाँव में मुस्लिमों के अगवा मोहम्मद रफ़ी से इस संबंध में विवाद हुआ। इसके बाद गाँव में पथराव चालू हो गया। जमीनों पर वक्फ के कब्जे से डरे लोगों ने मोहम्मद रफ़ी के घर पर पथराव किया।

कडाकोल गाँव में एक मोटरसाइकिल भी जलाई गई। पथराव में 5 लोग घायल हुए हैं। इनमें से गंभीर रूप से घायल लोगों को इलाज के लिए हुबली भेजा गया है। प्रशासन ने मौके पर भारी पुलिस बल तैनात किया है। गाँव में रिजर्व पुलिस की भी बटालियन लगा दी गई हैं।

मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया है कि लड़ाई झगड़े के बाद पुलिस ने लगभग 32 लोगों को पकड़ा है। इनमें से अधिकांश हिन्दू बताए जा रहे हैं। इनसे पूछताछ की जाएगी। अभी गाँव में शांति बनाई हुई है लेकिन वक्फ का डर अभी खत्म नहीं हुआ है।

गाँव के हिन्दुओं ने जमीनों के रिकॉर्ड बदले जाने का भी आरोप लगाया है। उनका कहना है कि राज्य वक्फ मामलों के मंत्री ज़मीर अहमद के आदेश के बाद जमीन के रिकॉर्ड बदले जा रहे थे। इसके लिए आदेश भी जारी किए गए थे। गाँव के हिन्दुओं को डर है कि उनका घर तक वक्फ हथिया सकता है।

वहीं प्रशासन ने बताया है कि उसने वक्फ बोर्ड द्वारा दी गई लिस्ट को केवल वेरीफाई करके रिपोर्ट भेजने की कार्यवाही चालू की है और इससे कोई सम्पत्ति वक्फ की नहीं हो जाती। वहीं वक्फ मंत्री ज़मीर अहमद खुद भी इस मामले के बाद बैकफुट पर हैं।

जमीर अहमद का कहना है कि कडाकोल गाँव में हुआ विवाद दुखद है और वक्फ किसानों की जमीन नहीं लेगा। इस बीच भाजपा ने कॉन्ग्रेस पर मुस्लिम तुष्टिकरण के लिए वक्फ के कब्जे को बढ़ावा देने का आरोप लगाया है। हावेरी सांसद और पूर्व मुख्यमंत्री बसावराज बोम्मई ने कहा है कि वक्फ को लेकर जारी किए गए नोटिस तुरंत वापस लिए जाएँ।

केन्द्रीय मंत्री प्रल्हाद जोशी ने वक्फ पर लोगों को बेघर करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा, “हावेरी के जिला पंचायत सीईओ ने हनुमान मंदिर और दुर्गव्वा मंदिर को अपने नियंत्रण में लेने का आदेश पारित किया है। कल वक्फ बोर्ड के सदस्य वहाँ कब्जा लेने गए थे और लोगों ने इसका विरोध किया। मौके पर पहुँची पुलिस ने इसके स्थानीय हिंदुओं के खिलाफ FIR दर्ज की है जो 60-70 सालों से वहाँ रह रहे हैं।”

प्रल्हाद जोशी ने कहा, “वे (वक्फ) हनुमान मंदिर पर कब्जा करना चाहते हैं। वे स्थानीय लोगों को बेघर करने की कोशिश कर रहे हैं। यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि जिला पंचायत के CEO ने यह आदेश दिया है। मैं सरकार और खास तौर पर पंचायत की कार्रवाई की कड़ी निंदा करता हूँ। ज़मीर अहमद अधिकारियों को निर्दोष हिंदुओं पर कार्रवाई करने के लिए मजबूर कर रहे हैं।

कर्नाटक में वक्फ के कब्जे पर विवाद का यह पहला मामला नहीं है। हाल ही में विजयपुरा जिले के टिकोटा तालुक स्थित होनवाड़ा गाँव के 1200 किसानों को वक्फ का नोटिस पहुँचा था। वक्फ बोर्ड ने इन सभी किसानों की जमीन पर अपना हक बताया था। यह विवाद भी लगातार बढ़ रहा है। हावेरी जिले में ही वक्फ ने जिले के कोर्ट की जमीन पर ही दावा ठोंक दिया है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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