खूँखार आतंकवादी संगठन ISIS में भर्ती के लिए साजिश रचने के मामले में राष्ट्रीय जाँच एजेंसी (NIA) ने चार्जशीट दाखिल कर दिया है। इसमें कर्नाटक से कॉन्ग्रेस के टिकट पर विधायक रहे लेखक बीएम इदिनाबा के परिवार के लोगों समेत 8 लोगों के नाम शामिल किए गए हैं।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, इसमें दीप्ति मारला और अम्मार अब्दुल रहमान के नाम भी हैं। दीप्ति मारला के पति अनस, अब्दुल रहमान बीएम बाशा के बेटे हैं। वहीं बीएम बाशा के अब्बू इदिनाबा कॉन्ग्रेस के पूर्व विधायक थे। इसके अलावा अम्मार रहमान अनस का भाई है। बता दें कि 2009 में इदिनाबा की मौत हो गई थी।
इन सब के अलावा चार्जशीट में मोहम्मद वकार लोन, मिजा सिद्दीकी, शिफा हारिस, ओबैद हामिद मट्टा, मदेश शंकर और मुजमिल हसन भट को शामिल किया गया है। इस मामले में NIA ने कहा है, “जाँच से पता चला है कि चार्ज किए गए सभी आठ आरोपित ISIS से जुड़े हैं और ISIS के कंट्रोल्ड वाले एरिया में हिजरत करने के लिए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए कट्टरपंथी, भर्ती, आतंकी फंडों को मैनेज करने और अपनी तरह की ही विचारधारा वाले भोले-भाले मुस्लिम युवाओं को ISIS में शामिल होने के लिए तैयार करने में शामिल थे।”
जाँच एजेंसी को इस केस की जाँच के दौरान पता चला कि जब ईराक और सीरिया में ISIS की जमीन दरकी है उसके बाद दीप्ति मारला उर्फ मरियम और मोहम्मद अमीन ने जनवरी और मार्च 2020 में हिजरा (धार्मिक प्रवास), आतंकवादी घटनाओं से जुड़ने और ISIS की गतिविधियों का समर्थन करने के लिए कश्मीर का दौरा किया था।
NIA ने पूर्व कॉन्ग्रेस विधायक के परिवार के सदस्य को किया था गिरफ्तार
उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय जाँच एजेंसी (NIA) ने सोमवार (3 जनवरी 2022) को कर्नाटक में छापेमारी कर दीप्ति उर्फ मरियम को गिरफ्तार किया था। वह बीएम बाशा की बहू और अब्दुल रहमान की बीवी है। बाशा कॉन्ग्रेस से विधायक रहे प्रसिद्ध कन्नड़ लेखक बीएम इदिनाबा के बेटे हैं। मरियम को आतंकवादी संगठन ISIS से संबंधों के आरोप में हिरासत में लिया गया था। वह कर्नाटक के मेंगलुरु के पास मस्तीकट्टे गाँव में रहती थी। मरियम पहले हिंदू थी, लेकिन इस्लाम के प्रभाव में आने के बाद उसने धर्मान्तरण कर इस्लाम अपना लिया था।
NIA ने कहा कि गिरफ्तारी मार्च 2021 में दर्ज एक मामले के संबंध में की गई थी। इस ऑपरेशन की कमांड NIA के डिप्टी एसपी कृष्ण कुमार को दी गई थी। उन्हीं के नेतृत्व में टीम ने उसके घर की तलाशी ली। इस दौरान सुरक्षा एजेंसी ने कई दस्तावेज जब्त किए। NIA ने मेंगलुरु की एक स्थानीय अदालत से मरियम को रिमांड पर लिया और पूछताछ के लिए नई दिल्ली ले गई।
गौरतलब है कि NIA ने अगस्त में भी इस घर पर छापा मारा था और रहमान के चचेरे भाई अम्मार को कथित ISIS लिंक के आरोप में गिरफ्तार किया था। NIA ने उस समय मरियम से पूछताछ की थी, लेकिन उसे हिरासत में नहीं लिया था। रिपोर्टों से पता चलता है कि पिछले पाँच महीनों में पर्याप्त सबूत जुटाने के बाद एजेंसी ने उसे गिरफ्तार किया।
NIA अब तक 11 लोगों को कथित तौर पर फंड जुटाने, कट्टरपंथ का प्रसार करने और लोगों को आतंकी संगठन ISIS में शामिल होने के लिए उकसाने के आरोप में गिरफ्तार कर चुकी है। ऐसी आशंका है कि अम्मार की भतीजी अजमाला केरल के कासरगोड के उन 13 लोगों में से एक है, जो 2016 में ISIS में शामिल होने के लिए देश छोड़कर भाग गए थे। 2017 में NIA द्वारा दायर चार्जशीट के अनुसार, अजमाला और उसके पति शिफास केपी ने मई 2016 में भारत छोड़ दिया था और अफगानिस्तान के नंगरहार प्रांत में जाकर ISIS में शामिल हो गया था। उस दौरान कुल मिलाकर 21 लोग ISIS में शामिल होने के लिए देश छोड़कर भाग गए थे।
इस मामले में राष्ट्रीय जाँच एजेंसी ने पिछले साल स्वत: संज्ञान लिया था, जिसमें ये पता चला था कि मोहम्मद अमीन अपने सहयोगियों के साथ मिलकर ISIS में लोगों की भर्ती के लिए इंस्टाग्राम, हूप और टेलीग्राम सहित सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर दुष्प्रचार कर रहे थे।