शुक्रवार (15 मई, 2020) को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में जुमे की नमाज अदा करने के लिए लॉकडाउन का उल्लंघन करते हुए बड़ी संख्या में लोग सड़कों पर उतर आए। सुरक्षाबलों ने समझाने की कोशिश की तो पथराव शुरू कर दिया। आखिरकार हालात को काबू में करने के लिए पुलिस को आँसू गैस के गोलों का प्रयोग करना पड़ा।
कश्मीर के पुलवामा में मस्जिद में जुम्मे की नमाज की इजाजत नहीं देने पर लोग भड़के, पुलिस ने किया आंसू गैस के गोले का इस्तेमाल ।#Kashmir #Lockdown3 @asifsuhaf pic.twitter.com/a7JnSWmO2O
— News24 (@news24tvchannel) May 15, 2020
पुलवामा में इस तरह की यह पहली घटना नहीं है। अप्रैल में भी पुलवामा जिले के कसबायार द्रबगाम इलाके की जामिया मस्जिद में कुछ लोग नमाज अदा करने के लिए जमा हो गए। पुलिस द्वारा रोके जाने पर धक्कामुक्की की थी।
इसी तरह उत्तर प्रदेश के जिला सहारनपुर क्षेत्र के गाँव उमाही कला की जकरिया मस्जिद में शुक्रवार (मई 1, 2020) को बड़ी संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोग लॉकडाउन के नियमों का उल्लंघन करते हुए नमाज अदा करने के लिए इकट्ठा हो गए थे। इस बात की जानकारी जैसे ही पुलिस को हुई वह तत्काल टीम के साथ मौके पर पहुँच गई। पुलिस को देख मस्जिद में नमाज अदा कर रहे लोगों के बीच भगदड़ मच गई। पुलिस ने 15 लोगों को मौके से गिरफ्तार कर लिया था।
असम के लखीमपुर जिले के दक्खिन पंडोवा गाँव की एक मस्जिद में गुरुवार (30 अप्रैल, 2020) रात को कुछ लोग लॉकडाउन का उल्लंघन कर नमाज अदा करने के लिए एकत्र हो गए थे। पुलिस ने मस्जिद के अंदर इमाम सहित 12 लोगों को मौके पर पाया। पुलिस ने सभी को लॉकडाउन का हवाला देते हुए इकट्ठा न होने और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने की बात कही।
इसके बाद जैसे ही पुलिस की टीम मस्जिद से निकली उस पर पथराव शुरू हो गया। इसमें ग्राम प्रधान सहित चार पुलिसकर्मी घायल हो गए थे। पथराव में पुलिस का वाहन भी क्षतिग्रस्त हो गया था।
इससे पहले उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में 3 अप्रैल को सामूहिक नमाज रुकवाने पहुँची पुलिस पर पथराव की घटना सामने आई थी। गुरुवार (3 अप्रैल, 2020) रात शहर के सराय रहमान स्थित गड्डा मस्जिद में नमाज पढ़ने के लिए लोग जुटे थे। सूचना मिलने पर पुलिस पहुँची तो इन लोगों ने पुलिस पर हमला कर दिया। इस मामले में अलीगढ़ पुलिस ने 3 लोगों को गिरफ्तार किया था।