राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) नेता एसके श्रीनिवासन की हत्या की जाँच कर रहे अधिकारी को धमकी मिली है। इस संबंध में केरल के पलक्कड़ में मामला दर्ज किया गया है। श्रीनिवासन की हत्या 16 अप्रैल 2022 को कर दी गई थी। इस हत्या में प्रतिबंधित कट्टरपंथी संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) और उसकी राजनीतिक शाखा सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (SDPI) से जुड़े लोगों की संलिप्तता सामने आई थी।
जाँच अधिकारी अनिल कुमार को शनिवार (5 अक्टूबर 2022) शांम धमकी भरा कॉल आया था। फोन करने वाले ने उन्हें जान से मारने की धमकी दी। उनसे कहा- अपना ताबूत तैयार रखो। पलक्कड़ पुलिस मामले की जाँच कर रही है।
Palakkad, Kerala | Investigating officer in the murder case of RSS leader Srinivasan, M Anil Kumar, received a threat call, stating “Please keep a casket ready” on Saturday night. Complaint filed at Palakkad-Town South PS
— ANI (@ANI) November 8, 2022
A total of 34 PFI workers arrested so far in the case.
श्रीनिवासन की हत्या के सिलसिले में 34 पीएफआई कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया था। उनकी हत्या पीएफआई नेता सुबैर की हत्या के तुरंत बाद हुई थी।
आरएसएस पदाधिकारी श्रीनिवासन पर एक गिरोह ने मेलमुरी में उनकी मोटरसाइकिल की दुकान के पास उनपर तलवार और चाकुओं से हमला कर दिया था। एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया था कि श्रीनिवासन पर 20 बार तलवार से वार किए गए थे। उनके पूरे शरीर में जख्म के निशान थे।
आरएसएस नेता की हत्या के बाद स्थानीय लोगों ने आसपास के इलाकों में दुकानें बंद करा दी और पुलिस ने सुरक्षा बढ़ा दी थी। टीवी चैनल द्वारा प्रसारित आस-पास की दुकानों के सीसीटीवी फुटेज से पता चला था कि हमलावर तीन मोटरसाइकिल पर सवार होकर दुकान पर पहुँचे थे और उनमें से तीन ने श्रीनिवासन पर हमला किया था।
इससे पहले, 15 नवंबर, 2021 को, आरएसएस कार्यकर्ता संजीत पर SDPI के कार्यकर्ताओं ने हमला कर दिया था। उस समय वह अपनी पत्नी के साथ बाइक पर जा रहे थे। पलक्कड़ जिले के एल्लापल्ली में चार लोगों ने उनकी बेरहमी से हत्या कर दी।