केरल में क्रिकेट कोच के महिला खिलाड़ियों के यौन शोषण मामले में नया खुलासा हुआ है। पता चला है कि यौन शोषण करने वाले कोच के विरुद्ध 2018 से ही लगातार केरल क्रिकेट असोसिएशन (KCA) के पास शिकायतें आ रही थीं। इसके बाद भी उसके विरुद्ध कार्रवाई नहीं की गई और उसे नौकरी करने दिया गया।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, केरल के तिरुवनंतपुरम में महिलाओं को क्रिकेट कोच एम मनु के विरुद्ध 2018 में लड़कियों के साथ दुर्व्यवहार और उन्हें परेशान करने की शिकायत दर्ज की गई थी। यह बात केरल क्रिकेट बोर्ड की बैठक में भी उठी थी। हालाँकि, तब इस पर KCA ने कोई एक्शन नहीं लिया और मनु आगे भी कोच बना रहा।
मनु के विरुद्ध 2022 में भी एक नाबालिग महिला खिलाड़ी ने यौन शोषण का आरोप लगाया था, यह मामला भी KCA के पास पहुँचा था। इन आरोपों के बाद उसके विरुद्ध POCSO के तहत मामला दर्ज किया गया था। FIR दर्ज होने के बाद भी उसे पद पर बने रहने दिया गया था। बाद में महिला खिलाड़ी ने अपना बयान बदल लिया था।
KCA ने मीडिया से बताया है कि 2022 में मामला सामने आने के बाद उसने मनु से कोचिंग से दूर रहने को कहा था लेकिन कोर्ट ने जब उसे क्लीन चिट दे दी तो वह फिर से लड़कियों को क्रिकेट सिखाने लगा। KCA ने दावा किया कि तब मनु के समर्थन में कई लोग आ गए थे।
गौरलतब है कि हाल ही में KCA में क्रिकेट कोचिंग देने वाले एम मनु के विरुद्ध यौन शोषण के आरोप सामने आए थे। अब तक 6 पीड़िताओं ने उसके विरुद्ध शिकायत दर्ज करवाई है। यह सभी मामले POCSO के तहत दर्ज करवाए गए हैं। पीड़िताओं ने बताया है कि मनु ने 2018 के दौरान उनके साथ यौन शोषण किया।
इसमें उसके खिलाफ तमिलनाडु के एक लॉज में एक महिला खिलाड़ी के साथ यौन शोषण करने का भी आरोप है। इस मामले में जून, 2024 में FIR दर्ज करवाई गई थी। मनु ने यह आरोप पुलिस पूछताछ में स्वीकार कर लिया है। बाकी मामलों को उसने अभी नहीं कबूला है। महिला खिलाड़ियों ने अपनी आपबीती भी शिकायतों में बताई है।
खिलाड़ियों ने बताया है कि मनु उन्हें नग्न तस्वीरें देने को कहता था। वह बताता था कि यह तस्वीरें BCCI और KCA की स्क्रीनिंग के लिए जरूरी हैं। वह ट्रेनिंग के दौरान भी महिला खिलाड़ियों पर अश्लील टिप्पणियाँ करता था। इसके अलावा वह उन पर यौन शोषण का दबाव बनाता था और जो खिलाड़ी इसका विरोध करती थी, उन्हें टीम से बाहर कर देता था।
एम मनु अभी केरल पुलिस की गिरफ्त में है। उसके खिलाफ पुलिस मामले की जाँच कर रही है। उसके फ़ोन को जब्त करके फॉरेंसिक जाँच के लिए भेजा गया है। उससे बाकी मामलों में पूछताछ चल रही है। पुलिस बाकी पीड़िताओं से भी जानकारियाँ जुटा रही है।