केरल स्टेट यूनिवर्सिटी में चल रहे सालाना जलसे में जमकर बवाल हुआ है। केरल स्टू़डेंट यूनियन के कार्यकर्ताओं ने स्टेज पर चढ़कर हंगामा काटा और एसएफआई का विरोध किया। इस दौरान पुलिस को मोर्चा संभालना पड़ा। पुलिस ने लाठीचार्ज भी किया और छात्रों को तितर बितर भी किया। केरल यूनिवर्सिटी में चल रहा ये यूथ फेस्टिवल वही है, जिसे पहले “इंतिफादा” नाम दिया गया था, लेकिन काफी विरोध प्रदर्शन और हाईकोर्ट के हस्तक्षेप के बाद इस नाम को बदल दिया गया था।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, तिरुअनंतपुरम में केरल स्टूडेंट यूनियन ने यूनिवर्सिटी के सीनेट हॉल में इतना जोरदार प्रदर्शन किया कि पुलिस को मोर्चा संभालना पड़ गया। इसके बाद पुलिस और स्टूडेंट्स यूनियन के बीच भी जोरदार बवाल हुआ। इस दौरान पुलिस स्टूडेंट्स को कॉलर से पकड़ते हुए खदेड़ती नजर आई। पुलिस ने कई छात्रों को हिरासत भी लिया। केरल स्टूडेंट यूनियन एसएफआई की गुंडागर्दी के विरोध में प्रदर्शन कर रही थी। उनका आरोप है कि केरल सरकार भी एसएफआई का समर्थन करती है।
केरल यूनिवर्सिटी में बवाल के बीच केएसयू से जुड़े छात्रों ने आरोप लगाया है कि एफएसआई के कार्यकर्ताओं ने फेस्टिवल में हिस्सा लेने पहुँचे छात्रों को पीटा है, जिसके बाद उन्होंने जोरदार प्रदर्शन किया। मनोरमा न्यूज द्वारा प्रसारित वीडियो में पुलिस केएसयू कार्यकर्ताओं की पिटाई करते हुए और उन्हें घसीटते हुए भी दिख रही है। इस दौरान पुलिस ने कई छात्रों को हिरासत में भी लिया है।
बेईमानी के लिए एफआईआर दर्ज
केरल यूनिवर्सिटी में 4 दिनों से आर्ट फेस्टिवल चल रहा है। इस फेस्टिवल में यूनिवर्सिटी से जुड़े तमाम कॉलेज भी हिस्सा ले रहे हैं, लेकिन एक कार्यक्रम में आरोप लगाया गया कि प्रतियोगिता के जजों ने पैसे लेकर गलत टीम (कॉलेज) को जिता दिया, जबकि उनका प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा था। ये इस मामले में शनिवार को हंगामा होने के चलते कई कार्यक्रमों में देरी हो गई थी, जिसके बाद पुलिस में एफआईआर दर्ज कराई गई औऱ पुलिस ने प्रतियोगिता के जज, ट्रेनर और दो अन्य लोगों को हिरासत में ले लिया।
बताया जा रहा है कि “मारगमकली” नाम की प्रतियोगिता में चौदह टीमों ने भाग लिया। जिसमें इवानियोस कॉलेज को विजेता घोषित कर दिया गया। इसका विरोध करने वालों ने आरोप लगाया कि इवानियोस टीम ने प्रदर्शन के दौरान लय खो दी थी और पैसे लेकर जज ने उस टीम के पक्ष में फैसला दिया। इस मामले में अब इवानियोस कॉलेज ने यूनिवर्सिटी के वीसी और राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान से शिकायत की है कि दबाव के चलते प्रतियोगिता के फैसले को बदला जा रहा है। ऐसे में इस मामले को लेकर भी दो पक्ष आमने-सामने आ चुके हैं।