Sunday, April 28, 2024
Homeदेश-समाजकेरल यूनिवर्सिटी में बवाल: वामपंथी SFI गुंडों के खिलाफ छात्रों का हल्लाबोल, पुलिस ने...

केरल यूनिवर्सिटी में बवाल: वामपंथी SFI गुंडों के खिलाफ छात्रों का हल्लाबोल, पुलिस ने विद्यार्थियों पर ही किया लाठीचार्ज, कई घायल, ‘इंतिफादा’ से तनाव

केरल यूनिवर्सिटी में आर्ट फेस्टिवल के दौरान छात्रों के दो गुट भिड़ गए, इसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज किया। इस फेस्टिवल को पहले इंतिफादा नाम दिया गया था, जो हाई कोर्ट के आदेश के बाद बदला गया था।

केरल स्टेट यूनिवर्सिटी में चल रहे सालाना जलसे में जमकर बवाल हुआ है। केरल स्टू़डेंट यूनियन के कार्यकर्ताओं ने स्टेज पर चढ़कर हंगामा काटा और एसएफआई का विरोध किया। इस दौरान पुलिस को मोर्चा संभालना पड़ा। पुलिस ने लाठीचार्ज भी किया और छात्रों को तितर बितर भी किया। केरल यूनिवर्सिटी में चल रहा ये यूथ फेस्टिवल वही है, जिसे पहले “इंतिफादा” नाम दिया गया था, लेकिन काफी विरोध प्रदर्शन और हाईकोर्ट के हस्तक्षेप के बाद इस नाम को बदल दिया गया था।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, तिरुअनंतपुरम में केरल स्टूडेंट यूनियन ने यूनिवर्सिटी के सीनेट हॉल में इतना जोरदार प्रदर्शन किया कि पुलिस को मोर्चा संभालना पड़ गया। इसके बाद पुलिस और स्टूडेंट्स यूनियन के बीच भी जोरदार बवाल हुआ। इस दौरान पुलिस स्टूडेंट्स को कॉलर से पकड़ते हुए खदेड़ती नजर आई। पुलिस ने कई छात्रों को हिरासत भी लिया। केरल स्टूडेंट यूनियन एसएफआई की गुंडागर्दी के विरोध में प्रदर्शन कर रही थी। उनका आरोप है कि केरल सरकार भी एसएफआई का समर्थन करती है।

केरल यूनिवर्सिटी में बवाल के बीच केएसयू से जुड़े छात्रों ने आरोप लगाया है कि एफएसआई के कार्यकर्ताओं ने फेस्टिवल में हिस्सा लेने पहुँचे छात्रों को पीटा है, जिसके बाद उन्होंने जोरदार प्रदर्शन किया। मनोरमा न्यूज द्वारा प्रसारित वीडियो में पुलिस केएसयू कार्यकर्ताओं की पिटाई करते हुए और उन्हें घसीटते हुए भी दिख रही है। इस दौरान पुलिस ने कई छात्रों को हिरासत में भी लिया है।

बेईमानी के लिए एफआईआर दर्ज

केरल यूनिवर्सिटी में 4 दिनों से आर्ट फेस्टिवल चल रहा है। इस फेस्टिवल में यूनिवर्सिटी से जुड़े तमाम कॉलेज भी हिस्सा ले रहे हैं, लेकिन एक कार्यक्रम में आरोप लगाया गया कि प्रतियोगिता के जजों ने पैसे लेकर गलत टीम (कॉलेज) को जिता दिया, जबकि उनका प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा था। ये इस मामले में शनिवार को हंगामा होने के चलते कई कार्यक्रमों में देरी हो गई थी, जिसके बाद पुलिस में एफआईआर दर्ज कराई गई औऱ पुलिस ने प्रतियोगिता के जज, ट्रेनर और दो अन्य लोगों को हिरासत में ले लिया।

बताया जा रहा है कि “मारगमकली” नाम की प्रतियोगिता में चौदह टीमों ने भाग लिया। जिसमें इवानियोस कॉलेज को विजेता घोषित कर दिया गया। इसका विरोध करने वालों ने आरोप लगाया कि इवानियोस टीम ने प्रदर्शन के दौरान लय खो दी थी और पैसे लेकर जज ने उस टीम के पक्ष में फैसला दिया। इस मामले में अब इवानियोस कॉलेज ने यूनिवर्सिटी के वीसी और राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान से शिकायत की है कि दबाव के चलते प्रतियोगिता के फैसले को बदला जा रहा है। ऐसे में इस मामले को लेकर भी दो पक्ष आमने-सामने आ चुके हैं।

Special coverage by OpIndia on Ram Mandir in Ayodhya

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

‘पहले दलालों के लिए सालों साल बुक रहते थे दिल्ली के होटल, हमने चला दिया स्वच्छता अभियान’: PM मोदी ने कर्नाटक में उठाया फयाज...

पीएम मोदी ने कहा कि जो लोग पड़ोस से आतंकवाद एक्सपोर्ट करते थे, आज उनको आटा इंपोर्ट करने में लाले पड़ रहे हैं - वोट से आया ये परिवर्तन।

IIT से इंजीनियरिंग, स्विटरजरलैंड से MBA, ‘जागृति’ से युवाओं को बना रहे उद्यमी… BJP ने देवरिया में यूँ ही नहीं शशांक मणि त्रिपाठी को...

RC कुशवाहा की कंपनी महिलाओं के लिए सैनिटरी नैपकिंस बनाती है। उन्होंने बताया कि इस कारोबार की स्थापना और इसे आगे बढ़ाने में उन्हें शशांक मणि त्रिपाठी की खासी मदद मिली है।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -

हमसे जुड़ें

295,307FansLike
282,677FollowersFollow
417,000SubscribersSubscribe