सिख कार्यकर्ता पुनीत साहनी ने 6 अप्रैल 2022 को ट्विटर स्पेस की एक रिकॉर्डिंग शेयर की है, जिसमें खालिस्तानी तत्वों को उनकी हत्या की साजिश करते हुए सुना जा सकता है। अपने ट्वीट में साहनी ने कहा, “मैं खालिस्तानियों से बौद्धिक रूप से निपटने में असमर्थ हूँ, जो मुझे प्रवासी गुरुद्वारों में धर्म का दुश्मन घोषित करते हैं और ऑनलाइन हत्या की साजिश रच रहे हैं। @utf8tty को सुनिए ‘मेरे 2 प्राइवेट इन्वेस्टिगेटर हैं, जिस दिन हमें लगेगा, उस दिन हम उसका पता ढूँढ लेंगे’।”
सोशल मीडिया यूजर utf8tty (जिसका ‘Eintmaar’ के रूप में जिक्र है। इसका अर्थ है पत्थर फेंकने वाला), जिसका जिक्र साहनी ने किया है, उसे 7 अप्रैल को निलंबित कर दिया गया है। इस यूजर की प्रोफाइल के cached version के अंतिम ट्वीट में लिखा था, “इंद्रधनुषी पगड़ी वाली बहन डर गई। मुझे अभी तक उसका पता नहीं मिला है।”
ALERT!
— Puneet Sahani (@puneet_sahani) April 6, 2022
Unable to deal intellectually Khalistanis r declaring me enemy of religion in diaspora gurudwaras & plotting murder online. Hear @utf8tty “I’ve 2 private investigators behind PuneetSahani, will perforate him day we find address”@NewYorkFBI @IndianEmbassyUS @TwitterSupport pic.twitter.com/WRNBAS5Xsr
साहनी द्वारा शेयर की गई क्लिप
वायरल क्लिप में जो व्यक्ति बोल रहा है, उसकी डिस्प्ले पिक्चर (DP) और नाम ट्विटर हैंडल utf8tty की तरह ही है। क्लिप में वह व्यक्ति कहता है, “वो नहीं जानता कि मैं कौन हूँ। मेरी बात सुनो। पुनीत साहनी का पता लगाने के लिए मैंने दो प्राइवेट इन्वेस्टिगेटरों को रखा है। जिस दिन भी उसका पता मिल गया, मैं उसे छेद डालूँगा। ये मेरे सामने कुछ भी नहीं है।”
कौन हैं पुनीत साहनी
पुनीत साहनी एक सिख कार्यकर्ता हैं, जो कि सिख फॉर एनलाइटमेंट वैल्यूज एसोसिएशन (SEVA) पर कंटेंट कोऑर्डिनेटर हैं। वो सिखों के असली इतिहास को उजागर करने का मिशन चला रहे हैं। वो खालिस्तानी आंदोलन और उसके समर्थकों की आलोचना करते रहे हैं, जिस कारण से साहनी खालिस्तानियों के निशाने पर हैं।
सिखों के इतिहास की अच्छी जानकारी रखने वाले साहनी पंजाबी में पारंगत हैं। वो खालिस्तानियों के सबसे बड़े दुश्मन बन चुके हैं। उनके पर्सनल ट्विटर अकाउंट के साथ ही SEVA के अकाउंट को कई बार निशाना बनाया जा चुका है।
असहमत होने वालों को टार्गेट कर रहे खालिस्तानी
खालिस्तानी विचारधारा से असहमत लोगों को दबाने का खालिस्तानियों का एक लंबा इतिहास रहा है। इसी साल जनवरी में ऑपइंडिया ने बताया था कि किस तरह से हिंदुओं को टार्गेट करने के लिए खालिस्तानी धड़ल्ले से क्लब हाउस ऐप का इस्तेमाल कर रहे हैं। यहाँ वो हिंदू देवी-देवताओं को गाली देते हैं, हिंदू नरसंहार की बात करते हैं और हिंदू समुदाय के खिलाफ नफरत फैलाते हैं। ऐसे तत्वों के खिलाफ कई शिकायतें की गईं। यहाँ तक कि उनके खिलाफ प्राथमिकी भी दर्ज की गई। इसके बावजूद उनकी गतिविधियों में कमी नहीं आई है।