Sunday, September 8, 2024
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18 बैंक खाते, 95 करोड़ रुपए, अब तक 11 शिकंजे में… जनजातीय समाज का पैसा डकारने के मामले में कॉन्ग्रेस के पूर्व मंत्री गिरफ्तार, खुद को पिछड़ों का रहनुमा बताती है पार्टी

शनिवार (13 जुलाई, 2024) को ही 4 बार के विधायक B नागेंद्र को अदालत में पेश किया गया, जहाँ से उन्हें 18 जुलाई तक ED की कस्टडी में भेज दिया गया।

कॉन्ग्रेस के पूर्व मंत्री B नागेंद्र को ED ने 13 घंटे की पूछताछ के बाद आखिरकार गिरफ्तार कर लिया है। 52 वर्षीय नेता को 94.73 करोड़ रुपए की हेराफेरी के मामले में गिरफ्तार किया गया है। उन पर मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप है। मामला ‘कर्नाटक महर्षि वाल्मीकि शेड्यूल्ड ट्राइब्स डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड (KMVSTDCL)’ से जुड़ा हुआ है। यानी, जो पैसा अनुसूचित जनजाति के कल्याण के लिए था, उसमें कॉन्ग्रेस नेता ने गड़बड़ी की। बता दें कि कॉन्ग्रेस अक्सर खुद को दलितों और जनजातीय समाज का रहनुमा बता कर पेश करती है।

शनिवार (13 जुलाई, 2024) को ही 4 बार के विधायक B नागेंद्र को अदालत में पेश किया गया, जहाँ से उन्हें 18 जुलाई तक ED की कस्टडी में भेज दिया गया। कॉन्ग्रेस के ही एक अन्य विधायक बसनगौड़ा दद्दल KMVSTDCL के अध्यक्ष रहे हैं। उनके ठिकानों पर भी ED ने छापेमारी की थी। ED ने दोनों कॉन्ग्रेस नेताओं के निजी सहायकों से भी इस संबंध में पूछताछ की थी। ये मामला निगम के पूर्व कर्मचारी K चंद्रशेखरन की आत्महत्या के बाद सामने आया था।

K चंद्रशेखरन कॉर्पोरेशन की ऑडिटिंग में शामिल थे और यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के साथ मिल कर काम कर रहे थे। 26 मई को उन्होंने आत्महत्या की थी। उन्होंने 6 पन्नों का एक नोट भी छोड़ा है, जिसमें ‘कर्नाटक महर्षि वाल्मीकि शेड्यूल्ड ट्राइब्स डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड’ में हुई वित्तीय गड़बड़ियों और इसमें शामिल लोगों के बारे में बताया गया है। उस दौरान B नागेंद्र कर्नाटक के जनजातीय कल्याण मंत्री थे। उन्हें इस घोटाले के सामने आने के बाद इस्तीफा देना पड़ा था।

कर्नाटक पुलिस ने मामले की जाँच के लिए CID SIT का गठन किया था। अब तक इस मामले में 11 लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं और 18 बैंक खातों में भेजे गए 40 करोड़ रुपए जब्त किए जा चुके हैं। सीधे शब्दों में समझें तो पूरा मामला ये है कि ST निगम के कुछ अधिकारियों ने फर्जी हस्ताक्षरों का इस्तेमाल कर के अवैध रूप से 94,73,08,500 रुपए विभिन्न बैंक खातों में भेज दिए। कॉर्पोरेशन के बाद इस लेनदेन से संबंधित कोई भी सूचना उपलब्ध नहीं थी।

यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के डिप्टी जनरल मैनेजर और बेंगलुरु के रीजनल ईस्ट के हेड ने CBI के समक्ष इस मामले में एक अलग शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने सरकारी खजाने से 89.63 करोड़ रुपए की गड़बड़ी का आरोप लगाया है, जिसमें से मात्र 5 करोड़ रुपए ही वापस जब्त किए जा सके हैं। जिन 18 बैंक खातों में पैसे भेजे गए, उनमें से आधे हैदराबाद स्थित RBL बैंक खाते के हैं और 31 मार्च को इन्हें खोला गया था। UBI अधिकारियों की शिकायत पर CBI ने अलग मामला दर्ज कर रखा है।

जहाँ तक B नागेंद्र की बात है, उन्होंने 2008 में कर्नाटक के विजयनगर जिले के कुडलिगी विधानसभा क्षेत्र से जीत दर्ज की थी। 2013 में भी वो अपनी सीट बचाने में कामयाब रहे। उस समय वो भाजपा में हुआ करते थे, लेकिन 2018 में पाला बदलते हुए उन्होंने कॉन्ग्रेस का रुख किया और बेल्लारी ग्रामीण क्षेत्र से जीत दर्ज की। 2023 में वो फिर यहीं से जीते और उन्हें मुख्यमंत्री सिद्दारमैया की सरकार में युवा मामलों, खेल और जनजातीय कल्याण जैसे मंत्रालय सौंपे गए। हालाँकि, 1 वर्ष ही वो इस पद पर रह सके।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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