पंजाब के चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी (Chandigarh University) के हॉस्टल में रहनी वाली छात्राओं के नहाने के वीडियोज वायरल होने की खबर सामने आने के बाद बवाल मचा हुआ है। इस मामले में यूनिवर्सिटी से लेकर राष्ट्रीय महिला आयोग व मुख्यमंत्री भगवंत मान तक का बयान सामने आ चुका है। हालाँकि, इसमें सबसे बड़ी बात यह है कि हॉस्टल मैनेजर और पुलिस के बयान अलग-अलग हैं, जिससे मामला सुलझने के बजाय उलझता जा रहा है। फिलहाल, आरोपित छात्रा को गिरफ्तार कर लिया गया है।
ऐसे सामने आया वायरल वीडियो कांड
इस मामले में दर्ज एफआईआर के अनुसार, शनिवार (17 सितंबर, 2022) दोपहर कुछ लड़कियों ने हॉस्टल वार्डन राजविंदर कौर से शिकायत करते हुए कहा कि एक लड़की वॉशरूम में 6 लड़कियों का वीडियो बना रही थी। इसके बाद वार्डन राजविंदर कौर ने लड़की से पूछताछ की और फिर गर्ल्स हॉस्टल मैनेजर रीतू को इसकी जानकारी दी गई।
इस दौरान, हॉस्टल मैनेजर के सामने आरोपित छात्रा ने फोटो या वीडियो बनाने से इनकार कर दिया। हालाँकि, हॉस्टल मैनेजर का कहना है कि जब उसने आरोपित छात्रा के मोबाइल की जाँच की थी तो उसमें से कई फोटो और वीडियो डिलीट किए हुए मिले। छात्रा ने शिमला में जिस युवक सन्नी को वीडियो भेजने का दावा किया था, उसे भी गिरफ्तार कर लिया गया है।
यही नहीं, आरोपित छात्रा के मोबाइल पर लगातार कॉल और मैसेज आ रहे थे, जिसके बाद मैनेजर को उस पर शक हो गया। मैनेजर ने आरोपी छात्रा को कॉल उठाने को कहा और स्पीकर ऑन करवा लिया। मैनेजर ने छात्रा को कहा कि वह कॉल करने वाले लड़के को कहे कि उसके पास जो फोटो और वीडियो हैं, वह उसे भेजे। यह सुनकर लड़के ने उसे अश्लील वीडियो का स्क्रीनशॉट भेज दिया। मैनेजर ने सख्ती की तो आरोपित छात्रा ने वीडियो बनाने और शेयर करने की बातें कबूल लीं। आरोपित छात्रा ने बताया उसका दोस्त सन्नी शिमला में है उसने उसे ही ये वीडियो भेजे थे।
चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी ने वीडियो वायरल होने की बात से किया इनकार
इस पूरे घटनाक्रम में सफाई देते हुए चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी (CU) की ओर से कहा गया है, “ऐसी अफवाहें हैं कि सात लड़कियों ने आत्महत्या कर ली है, जबकि सच यह है कि किसी भी लड़की ने ऐसा कोई कदम नहीं उठाया है। घटना में किसी लड़की को अस्पताल में भर्ती नहीं कराया गया है। छात्राओं के आपत्तिजनक वीडियो शूट करने की सभी अफवाहें पूरी तरह से झूठी और निराधार हैं। एक लड़की ने अपना खुद का वीडियो शूट किया और उसे अपने प्रेमी के साथ शेयर किया था।
मीडिया से बात करते हुए चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के अधिकारियों ने यह भी कहा, “कुछ लड़कियाँ आंदोलन के दौरान बेहोश हो गईं, और उन छात्राओं को अस्पताल ले जाया गया था। विश्वविद्यालय ने खुद मामले के बारे में पुलिस को सूचना दी थी। पुलिस मामले की जाँच कर रही है और आईटी अधिनियम और अन्य संबंधित धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज की गई है। विस्तृत जाँच के बाद पुलिस जानकारी उपलब्ध कराएगी।”
पुलिस ने भी किया ऐसा ही दावा
इस मामले में मोहाली के एसएसपी विवेक सोनी ने कहा, “अभी तक की जाँच में हमें पता चला है कि सिर्फ एक ही वीडियो है। आरोपित ने किसी और का कोई वीडियो रिकॉर्ड नहीं किया है। यहाँ तक कि आरोपित छात्रा ने भी खुद से यह नहीं कहा कि उसने किसी और का वीडियो बनाया है। इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों और मोबाइल फोन को कब्जे में ले लिया गया है और आज ही फोरेंसिक जाँच के लिए भेजा जा रहा है।”
#WATCH | So far in our investigation, we have found out that there is only one video of the accused herself. She has not recorded any other video of anyone else. Electronic devices and mobile phones have been taken into custody and will be sent for forensic examination: Mohali SP pic.twitter.com/wv5dKYzYCr
— ANI (@ANI) September 18, 2022
मीडिया से बात करते हुए एसएसपी सोनी ने यह भी कहा कि आत्महत्या का प्रयास या मौत नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि एम्बुलेंस में ले जाई गई एक छात्रा बीमार थी और हमारी टीम उसके संपर्क में है। पुलिस का कहना है कि एक छात्रा के वीडियो के अलावा कोई और वीडियो हमारे संज्ञान में नहीं आया है। हालाँकि, कुछ पीड़ित लड़कियों का कहना है कि आरोपित लड़की ने फोटो-वीडियो डिलीट किए हैं। हॉस्टल के मैनेजर का कहना है कि लड़की ने गुनाह कबूल किया है और उसके दोस्त युवक ने उसे स्क्रीनशॉट भी भेजा था।
No suicide attempt or death has taken place. One student who was taken in an ambulance was suffering from anxiety and our team is in contact with her. Apart from the video of one student, no other video has come to our notice: SSP Mohali Vivek Soni https://t.co/BNdvjYaKma pic.twitter.com/5k05GQ9QBf
— ANI (@ANI) September 18, 2022
वीडियो के आधार पर दावा: आरोपित छात्रा ने स्वीकार की थी वीडियो बनाने और शेयर करने की बात
वायरल वीडियो में आरोपित छात्रा वीडियो बनाने और अपने दोस्त को शेयर करने की बात स्वीकार करती नजर आ रही है। जबकि पुलिस और यूनिवर्सिटी, दोनों ने ही छात्रा पर लगे इस तरह के आरोपों से इनकार किया है। साथ ही यह भी कहा जा रहा है कि मामला सामने आने के बाद जब यूनिवर्सिटी मैनेजमेंट और पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही थी, तब छात्राओं ने यूनिवर्सिटी परिसर में हंगामा करना शुरू किया था। उनका कहना है कि न केवल चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी बल्कि पुलिस प्रशासन की भूमिका भी संदिग्ध नजर आ रही है।
महिला आयोग ने लिया संज्ञान
वीडियो वायरल होने से जुड़ी घटना पर अब ‘राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW)’ ने संज्ञान लिया है। आयोग ने पंजाब पुलिस महानिदेशक (DGP) को चिट्ठी लिखकर इस मामले में दोषियों के खिलाफ तेज और सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।
वहीं पंजाब राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष मनीषा गुलाटी ने कहा कि छात्राओं के कथित आपत्तिजनक वीडियो के लीक और वायरल होने के बाद चंडीगढ़ विश्वविद्यालय की छात्राओं ने विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारी छात्राओं ने इस घटना से संबंधित लोगों की जान जाने और घायल होने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि पुलिस के बयान का इंतजार है। साथ ही कहा कि यह गंभीर मामला है, यह बहुत दुखद है, और इस मामले की जाँच की जा रही है।
उन्होंने यह भी कहा, “मैं सभी छात्राओं के माता-पिता को आश्वस्त कर रहीं हूँ कि आरोपित को बख्शा नहीं जाएगा। जिस लड़की ने ये वीडियो वायरल किया, उस पर अधिकारियों ने तत्काल कार्रवाई करते हुए धारा 354(C) आईटी के तहत मामला दर्ज़ कर लिया है। कड़ी कार्रवाई होगी। अगर ये सब पहले से चल रहा था तो मैं आपको आश्वासन देती हूँ कि ये गहन जाँच का विषय है और इस मामले पर मेरी नजर रहेगी।”
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने दिए जाँच के आदेश
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा है कि उन्होंने इस मामले में उच्चस्तरीय जाँच के आदेश दिए हैं। उन्होंने ट्वीट कर कहा, “चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी में दुर्भाग्यपूर्ण घटना के बारे में सुनकर दु:ख हुआ। बेटियाँ हमारा सम्मान हैं। घटना की उच्च स्तरीय जाँच के आदेश दिए गए हैं। जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। मैं प्रशासन के संपर्क में हूँ। मैं सभी से अफवाहों से बचने की अपील करता हूँ।”