नीट-यूजी पेपर लीक काँड में गिरफ्तार अनुराग यादव ने अपना गुनाह कबूल कर लिया है। उसके साथ कुछ और गिरफ्तार अभ्यर्थियों ने भी अपना गुनाह कबूला है। अनुराग यादव ने बताया है कि उसे उसके फूफा सिंकदर यादवेंदु ने कोटा से बुलाया था और कहा था कि ‘पूरी सेटिंग हो गई है।’ इस मामले में अब तक 13 लोग गिरफ्तार हो चुके हैं, जिसमें 4 अभ्यर्थी भी हैं। वहीं, कई अन्य अभ्यर्थियों को भी पूछताछ के लिए बुलाया गया है। अनुराग यादव ने पुलिस के सामने दर्ज कराए बयान में कहा है कि जो प्रश्न पत्र लीक हुआ, वही परीक्षा में आया और 100 प्रतिशत वही सवाल परीक्षा में पूछे गए थे। मेरे पास ये प्रश्न पत्र एक दिन पहले ही आ गया था।
इस बीच, अनुराग यादव का इकबालिया बयान भी सामने आ गया है। अनुराग यादव ने अपने बयान में कहा, “मैं नीट की परीक्षा की तैयारी कोटा में एलेन कोटिंग सेंटर में रहकर कर रहा था। मेरे फूफा सिकंदर प्रसाद यादवेन्दु द्वारा बताया गया कि 5 मई 2024 को नीट की परीक्षा है, कोटा से वापस आ जाओ। परीक्षा की सेटिंग हो चुकी है। मैं कोटा से वापस आ गया तथा मेरे फूफा द्वारा 4 मई 2024 को रात्रि में अमित आनंद एवं नीतीश कुमार के पास मुझे छोड़ा गया। जहाँ पर नीट की परीक्षा का प्रश्न पत्र एवं उत्तर पुस्तिका दी गई एवं रात्रि में पढ़वाया एवं रटवाया गया। मेरा सेंटर डी.वाई. पाटिल स्कूल में था तथा मैं स्कूल में परीक्षा देने गया तो जो प्रश्न पत्र रटवाया गया था, वही प्रश्न सही-सही परीक्षा में मिल गया। परीक्षा के उपरांत अचानक पुलिस तथा मुझे पकड़ लिया।”
Breaking: Anurag Yadav (22) from Samastipur confessed to receiving leaked NEET papers through his uncle, a Junior Engineer.
— IANS (@ians_india) June 20, 2024
He said, "I returned from Kota and was taken to Amit Anand and Nitish Kumar by my uncle on the night of 04.05.24, where I was given the NEET exam question… pic.twitter.com/ELgIe6MyUr
ये वही अनुराग यादव है, जिसे पुलिस ने परीक्षा सेंटर से और उसकी माँ को NHAI के गेस्ट हाउस से गिरफ्तार किया था। इस गेस्ट हाउस में वो किसी मंत्री जी के कनेक्शन से रुका था। उस समय गेस्ट हाउस के रजिस्टर पर एंट्री दर्ज की गई थी। इस गेस्ट हाउस की बुकिंग में अनुराग के फूफा सिकंदर प्रसाद यादवेंदु का नाम आ रहा है, वो तेजस्वी यादव के पीएस प्रीतम का नजदीकी रिश्तेदार है। इस नीट-पेपर लीक कांड का मुख्य सरगना भी सिकंदर यादवेंदु ही बताया जा रहा है।
गौरतलब है कि 4 जून को नीट परीक्षा का रिजल्ट आया तो पहली बार 67 स्टूडेंट्स टॉपर बने और उन्हें 720 में से 720 अंक मिले। टॉपर्स की लिस्ट देखने के बाद नीट परीक्षा में धाँधली का मुद्दा उठाया गया। 13 जून को एनटीए ने फैसला लिया कि ग्रेस मार्क्स वाले छात्रों की परीक्षा दोबारा आयोजित कराई जाएगी, लेकिन अभी भी छात्रों का गुस्सा थमा नहीं है। ये मामला सुप्रीम कोर्ट में भी है। सुप्रीम कोर्ट इस मामले में 8 जुलाई को अगली सुनवाई करेगा। अभी तक इस मामले में पटना में 13 लोग गिरफ्तार हो चुके हैं, जिसमें 4 छात्र शामिल हैं। इस पेपर लीक के लिए छात्रों से 30-40 लाख रुपए तक वसूले गए थे।