कश्मीर में हिंदुओं के नरसंहार और पलायन पर बनी फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ को कुंठा जाहिर करने के बाद सरकार के निशाने पर आए IAS नियाज खान ने इसका काट निकाल लिया है। नियाज खान ने ना सिर्फ ब्राह्मणों की जमकर तारीफ की, बल्कि उन पर पूरी एक किताब लिख दी। इस किताब का विमोचन एक शंकराचार्य ज्ञानानंद तीर्थ ने उज्जैन में 5 मार्च 2023 को किया था।
नियाज खान ने पिछले दिनों बताया कि उनकी किताब ‘ब्राह्मण द ग्रेट’ पूरी हो चुकी है। अब उन्होंने ट्विटर पर बताया है कि उनकी यह किताब ज्यादातर दक्षिण भारत में बिक रही है, खासकर कर्नाटक और आंध्र प्रदेश में। उन्होंने कहा कि हिंदी पट्टी के लोगों के लिए मई में किताब प्रकाशित की जाएगी।
ट्वीट में नियाज खान ने लिखा, “ब्राह्मण द ग्रेट की अधिकांश पुस्तकें दक्षिण भारत, विशेषकर कर्नाटक और आंध्र प्रदेश से खरीदी जा रही हैं। कुछ गोवा, मुंबई, उड़ीसा, राजस्थान, गुजरात, दिल्ली, यूपी और बिहार से भी खरीदी गईं। किताब के लिए प्यार दिखाने के लिए धन्यवाद। ब्राह्मणों के लिए समर्पित प्यारा बच्चा। हिंदी पट्टी के लिए मई में।”
Most of books BRAHMIN THE GREAT are being purchased from South India, especially Karnataka and Andhrapradesh. Goa, Mumbai, Orissa, Rajasthan, Gujrat, Delhi, UP and some from Bihar. Thanks for showing love for book, my dearest child dedicated for BRAHMANS. Hindi belt in May
— Niyaz Khan (@saifasa) March 11, 2023
अपनी किताब में नियाज खान ने ब्राह्मणों को काफी तेज दिमाग का बताया गया था। उन्होंने सलाह देते हुए अपनी किताब में बताया है कि अगर ब्राह्मण को हर फील्ड में नेतृत्व दिया जाए या सलाहकार बनाया जाए तो देश कई मायनों में बदल सकता है। उन्होंने कहा था कि यह किताब उन्होंने रिसर्च के बाद लिखी है।
उन्होंने कहा था कि हिंदू सबसे पुराना धर्म है और इस धर्म की रक्षा का भार ब्राह्मणों पर ही है। ब्राह्मणों ने ही अब तक हिंदू धर्म को बचाए रखा है। उन्होंने कहा था कि बॉलीवुड ने ब्राह्मणों को फिल्मों में विलेन बताया। उन्होंने ब्राह्मणों को सम्मान देने के लिए एक मापदंड तय करने की भी सलाह दी थी।
बता दें कि कश्मीर फाइल्स रिलीज होने के बाद नियाज खान ने मार्च 2022 ने कहा था कि मुस्लिम कोई कीड़े नहीं हैं। उनकी हत्या पर भी फिल्में बनाई जानी चाहिए। मध्य प्रदेश में तैनात इस अधिकारी के ट्वीट का राज्य सरकार ने संज्ञान लिया था।
नियाज खान ने ट्वीट किया था, “द कश्मीर फाइल्स’ ब्राह्मणों का दर्द दिखाती है। उन्हें पूरे सम्मान के साथ कश्मीर में सुरक्षित रहने की अनुमति दी जानी चाहिए। निर्माता को कई राज्यों में बड़ी संख्या में मुसलमानों की हत्याओं को दिखाने के लिए एक फिल्म बनानी चाहिए। मुसलमान कीड़े नहीं, बल्कि इंसान हैं और देश के नागरिक हैं।”
उनके ट्वीट के बाद मध्य प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा था कि राज्य सरकार नियाज को नोटिस जारी कर जवाब तलब करेगी। मिश्रा ने कहा था कि नियाज़ खान मर्यादा का उल्लंघन कर रहे हैं। वह अधिकारियों के लिए तय लक्ष्मण रेखा को लाँघ रहे हैं। इसके बाद राज्य सरकार ने 7 दिन में जवाब माँगते हुए नोटिस थमा दिया था।
नोटिस मिलने के बाद नियाज खान ने एक बार फिर ट्वीट किया था, “नोटिस मिलने के बाद नियाज ने दो ट्वीट किए। पहले ट्वीट में उन्होंने लिखा, “जब आप कुरान में गहरी आस्था रखते हैं और सभी से प्यार करते हैं तो आपका दिल मजबूत बन जाता है। हमेशा न्याय के साथ खड़े रहो, ऊपर वाला तुम्हें शक्ति देगा। सभी गालियाँ दुआ में बदल जाएँगी। इंसान से नहीं सिर्फ ऊपर वाले से डरो। अल्लाह को बहादुरी पसंद है।”
राज्य प्रशासनिक सेवा (PCS) से भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) में पदोन्नत किए गए नियाज़ खान अपने विवादित ट्वीट के लिए चर्चा में रहे हैं। वो अपने हैंडल से सरकार और सिस्टम की लगातार आलोचना करते रहे हैं। कर्नाटक बुर्का विवाद के दौरान नियाज़ खान ने हिजाब को जीवन की सुरक्षा और प्रदूषण से बचाने के लिए जरूरी बताया था।
किसान आंदोलन में विवादित ट्वीट करने वाली ग्रेटा थनबर्ग को IAS नियाज़ खान अपना आदर्श मानते हैं। वो इस बात की घोषणा अपने एक ट्वीट में कर चुके हैं। IAS नियाज़ खान अमेरिका और यूरोप को इस्लाम का सबसे बड़ा दुश्मन बताते हैं। उनके मुताबिक ये देश मुस्लिम मुल्कों को हमेशा आपस में लड़ाने की चाहत रखते हैं।