मध्य प्रदेश में इंदौर के बाद मुरैना जिला कोरोना वायरस संक्रमण का दूसरा हाट स्पॉट बनकर उभरा है। यहॉं एक शख्स की लापरवाही ने पूरे शहर को दहशत में ला दिया है। 17 मार्च को दुबई से लौटा यह शख्स और उसकी पत्नी समेत परिवार 12 सदस्य कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। यह बात भी सामने आई है कि विदेश से लौटने की जानकारी छिपाते हुए इस शख्स ने माँ की तेरहवीं पर एक भोज का आयोजन किया था। इसमें तकरीबन 1500 लोग शामिल हुए थे। शख्स के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद इसके संक्रमण के प्रसार की आशंकाएँ बढ़ गई है।
संक्रमण का पता चलने के बाद अधिकारियों ने मुरैना के उस मोहल्ले को सील कर दिया है जहॉं यह परिवार रहता है। जानकारी के मुताबिक इस शख्स का नाम सुरेश है और वह दुबई में वेटर का काम करता है। वह 17 मार्च को भारत वापस आया और 20 मार्च को भोज का आयोजन किया। इसमें कथित तौर पर मुरैना के लगभग 1500 लोगों ने हिस्सा लिया।
रिपोर्टों के अनुसार, सुरेश को 25 मार्च को कोरोना वायरस के लक्षण दिखने शुरू हो गए थे, लेकिन वह अगले चार दिनों तक अस्पताल नहीं गया। चार दिन के बाद वह 29 मार्च को हॉस्पिटल गया और फिर तुरंत अपनी पत्नी के साथ क्वारंटाइन हो गया। 2 अप्रैल को सुरेश और उसकी पत्नी दोनों का कोरोना टेस्ट पॉजिटिव आया। इसके बाद उसके 23 रिश्तेदारों का मेडिकल टेस्ट करवाया गया, जिसमें से 10 लोगों को पॉजिटिव पाया गया।
मुरैना के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. आरसी बंडिल ने कहा, “हमने दो कोरोना पॉजिटिव मरीज के संपर्क में आने वाले 23 लोगों के सैंपल जाँच के लिए भेजे थे। शुक्रवार को आई रिपोर्ट के अनुसार 10 लोगों को कोरोना पॉजिटिव पाया गया। इनमें 8 महिलाएँ हैं। सभी संक्रमित 12 लोगों को अस्पताल में क्वारंटाइन किया गया है। जॉंच में जिन्हें संक्रमित नहीं पाया गया है उन्हें मुरैना जिले के अलग-अलग हिस्सों में उनके घरों में 14 दिन के लिए आइसोलेट किया गया है।”
सुरेश का कहना है कि दुबई से आने से पहले उसे कोरोना का कोई लक्षण नहीं दिख रहा था। उसने दावा किया कि उसकी पत्नी मुरैना आने से दो दिन पहले स्वस्थ महसूस नहीं कर रही थी। उल्लेखनीय है कि देश में अब तक 3072 कोरोना पॉजिटिव मामले सामने आ चुके हैं, जबकि 75 लोगों की जानलेवा संक्रामक बीमारी से मौत हो चुकी है। मध्य प्रदेश की बात करें तो यहाँ अब तक 104 मामले सामने आ चुके हैं और 6 लोगों की मौत हो चुकी है।