मध्य प्रदेश के एक नामी अंग्रेजी स्कूल में छात्राओं की स्कूल स्थानांतरण सर्टिफिकेट (TC) में उनका धर्म बदलने का आरोप लगाया है। छात्राओं के अभिभावक ने मध्य प्रदेश राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग से इसकी शिकायत की है। वहीं, छत्तीसगढ़ में दवाखाना की आड़ में धर्मांतरण का खेल खेला जा रहा था। इसको लेकर हिंदू संगठनों ने शिकायत की है।
मध्य प्रदेश के दामोह में स्थित गुड शेफर्ड इंग्लिश मीडियम स्कूल की दो छात्राओं के स्थानांतरण प्रमाण पत्र पर हिंदू धर्म की जगह ईसाई धर्म लिखे जाने का आरोप लगाया है। छात्राओं का कहना है कि स्कूल प्रशासन की इस गलती के कारण उन्हें नए स्कूल में नामांकन लेने में समस्या हो रही है। छात्राओं के अभिभावक ने इस मामले की लिखित शिकायत राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के समक्ष दर्ज कराई है।
इस मामले का संज्ञान लेते हुए आयोग ने जिलाधिकारी को कार्रवाई करने के लिए पत्र लिखा है। मध्य प्रदेश बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष द्रविंद्र मोरे ने कलेक्टर को लिखे पत्र में कहा है कि उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिले के रहने वाले रवि शंकर ने शिकायत दर्ज कराई है कि गुड शेफर्ड स्कूल द्वारा उनकी दो बेटियों के स्थानांतरण प्रमाण पत्र में धर्म हिंदू की स्थान ईसाई लिख दिया गया है।
पत्र में कहा गया है कि रवि शंकर का परिवार हिंदू है और उनके द्वारा अनुसूचित जाति का प्रमाण पत्र भी दर्शाया गया है। आयोग ने इस बात की संभावना जताई है कि स्कूल द्वारा छात्राओं के दस्तावेज में षडयंत्रपूर्वक धर्म बदला गया है। आयोग का पत्र मिलने के बाद कलेक्टर ने जाँच का आदेश दिया है।
बता दें कि इस स्कूल पर इसी तरह के आरोप पहले भी लगे थे। इसको लेकर 17 फरवरी और 15 मार्च 2024 को संबंधित स्कूल का आयोग व विभागीय टीम द्वारा निरीक्षण किया गया था। इस दौरान स्कूल प्रबंधन व शैक्षणिक विभाग उपस्थित नहीं हुआ था। टीम की जाँच में धर्मांतरण के आरोपों से जुड़े कई तथ्य भी सामने आए थे। इसके आधार पर आयोग के पत्र जारी कर कार्रवाई के निर्देश दिए थे।
दवाखाना की आड़ में धर्मांतरण
छत्तीसगढ़ के बालोद में विश्व हिंदू परिषद सहित हिंदू संगठनों ने फर्जी दवाखाने की आड़ में धर्मांतरण कराने की शिकायत की है। उनका कहना है कि यह क्लिनिक बिना लाइसेंस के चलाया जा रहा है और धर्मांतरण का खेल खेला जा रहा है। सीएमएचओ महेश सूर्यवंशी ने कहा कि क्लीनिक को तीन दिन में जवाब देने के लिए नोटिस दिया गया है, वरना कार्रवाई की जाएगी।
दरअसल, जिले के डौंडीलोहारा नगर के संजय नगर में लंबे समय से इएचपी दवाखाना संचालित है। इसका संचालन मनोज साहू और यामिनी साहू द्वारा किया जा रहा है। दोनों पति-पत्नी हैं। डौंडीलोहारा भाजपा नेताओं ने गंभीर आरोप लगाते हुए इएचपी दवाखाने पर आपराधिक प्रकरण दर्ज करने को लेकर डौंडीलोहारा एसडीएम को पत्र लिखा है।
हिंदू संगठनों का कहना है कि गाँव-गाँव में अवैध प्रार्थना सभा चल रही है और लोगों के धर्मांतरण करने के लिए उकसाया जा रहा है। पत्र मिलने के बाद एसडीएम शिवनाथ बघेल ने सीएमएचओ को पत्र लिखकर जाँच करने के लिए कहा। महेश सूर्यवंशी ने कहा कि अगर तय समय में जवाब नहीं मिलता है तो नर्सिंग होम एक्ट अधिनियम 2010 के तहत कार्रवाई की जाएगी।
टीवी 9 भारतवर्ष की रिपोर्ट के मुताबिक, VHP डौंडीलोहारा के जिलाध्यक्ष बलराम गुप्ता ने दवाखाना की आड़ में धर्मांतरण का रैकेट चलाने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि क्लिनिक संचालक मनोज साहू और उसकी पत्नी यामिनी साहू पर क्लिनिक की आड़ में घर में अवैध प्रार्थना सभा कराने का आरोप पहले भी लग चुका है। यह मामला पुलिस के पास जाँच में लंबित है।