उत्तर प्रदेश सरकार ने माफिया सरगना अतीक अहमद की ग्रेटर नोएडा स्थित कोठी ‘मन्नत’ को जल्दी की कुर्क करेगी। पुलिस कमिश्नर कोर्ट ने चार करोड़ रुपए से अधिक की इस कोठी को जब्त करने का आदेश जारी कर दिया है। अब किसी भी समय भी उस पर कार्रवाई हो सकती है। पता चला कि अतीक ने अपनी काली कमाई से मन्नत कोठी को तैयार किया था।
माफिया अतीक अहमद के खिलाफ कैंट थाने में दर्ज गैंगस्टर के मुकदमे के तहत इसकी छानबीन की गई है। पुलिस कमिश्नर की कोर्ट में इस मामले की सुनवाई हुई। इसके बाद गैंगस्टर एक्ट की धारा 14 (1) के तहत इस संपत्ति को कुर्क करने का आदेश जारी किया गया। यह कोठी ग्रेटर नोएडा के सेक्टर 36 के A ब्लॉक में स्थित है, जिसका नंबर 107 है।
सीटी डीसीपी दीपक भूकर के अनुसार, प्रयागराज के पुलिस कमिश्नर रमित शर्मा की कोर्ट ने गैंगस्टर एक्ट के तहत अतीक अहमद की कोठी को जब्त करने का आदेश दिया है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि अतीक को ग्रेटर नोएडा में साल 1994 में 500 वर्गमीटर के इस भूखंड को आवंटित किया गया था। इसके बाद वह उसने कोठी बनवाई थी।
माफिया अतीक अहमद बॉलीवुड ऐक्टर शाहरुख खान का फैन था। उसने शाहरुख खान की कोठी के नाम पर अपनी कोठी का नाम मन्नत रखा था। अतीक अहमद इस कोठी में आता-जाता भी था। जाँच के दौरान पुलिस को काली कमाई से खरीदी गई इस कोठी को लेकर तमाम अहम दस्तावेज मिले थे। पुलिस ने जाँच के दौरान प्रशासन, विकास प्राधिकरण और बैंक की भी मदद ली थी।
दरअसल, 24 फरवरी 2023 को उमेश पाल और उनके दो सरकारी सुरक्षाकर्मियों की हत्या कर दी गई थी। इस हत्याकांड में अतीक अहमद और उसके शूटरों का नाम आया था। जब पुलिस और एसटीएफ उन शूटरों की तलाश करने के दौरान अतीक के ठिकानों पर छापेमारी की थी। इसी दौरान नोएडा स्थित उसकी कोठी के बारे में पता चला था।
अतीक अहमद के बेटे ने वर्ष 2015 में ग्रेटर नोएडा के सेक्टर-36 में स्थित इसी कोठी में रहकर एक यूनिवर्सिटी में पढ़ाई की थी। इतना ही नहीं, अतीक अहमद की बड़ी-बड़ी बैठक इस मकान में होती थीं। जमीन और रंगदारी से जुड़ी डील यहाँ फाइनल होती थी। इस वजह से यह कोठी अपराधियों का अड्डा भी बन गई थी।
जाँच के दौरान यह भी सामने आया था कि उमेश पाल की हत्या करने के बाद अतीक का बेटा असद और उसका साथी शूटर गुलाम इस मन्नत में पहुँचे थे और कुछ देर रूकने के बाद वहाँ से निकल गए थे। आशंका जताई जा रही है कि कोठी में पहले से ही पैसा छिपा कर रखा गया था और असद व गुलाम पैसों को लेने के लिए ही ग्रेटर नोएडा की इस कोठी में गए थे।
नोएडा पुलिस और एलआइयू ने जब छानबीन शुरू की थी तो पता चला कि एक राजमिस्त्री मन्नत नाम की इस कोठी में पिछले कई सालों से रह रहा था। यह कोठी बीपीएल कार्डधारक राजमिस्त्री हुब लाल के नाम खरीदी गई थी। अब प्रयागराज पुलिस की एक टीम जल्द ही ग्रेटर नोएडा जाकर मन्नत को कुर्क करेगी। कुर्की की कार्रवाई के दौरान डुगडुगी बजाकर पुलिस मुनादी भी कराएगी।