देशभर में लगातार धमकी भरे कॉल्स और ईमेल्स की घटनाएँ सामने आई, जिसमें हवाई जहाजों से लेकर महत्वपूर्ण जगहों को उड़ाने की धमकी दी गई, लेकिन अब तक ये सभी अफवाहें साबित हुई हैं। पुलिस का मानना है कि इन धमकी भरे संदेशों के पीछे महाराष्ट्र के विदर्भ क्षेत्र के गोंदिया जिले के रहने वाले 35 वर्षीय व्यक्ति, जगदीश उइके का हाथ हो सकता है। जगदीश उइके एक लेखक है, जिसने आतंकवाद पर एक किताब भी लिखी है। उसका दावा है कि उसने एक “सीक्रेट टेरर कोड” (25-MBA-5-MTR) को डिकोड किया है, जिसमें पाँच दिनों में 30 धमाकों की धमकी देने के बारे में बताया गया है।
उइके पर आरोप है कि कई सरकारी अधिकारियों को ईमेल भेजे, जिनमें प्रधानमंत्री कार्यालय, केंद्रीय रेलवे मंत्री, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री और अन्य एजेंसियों के नाम शामिल हैं। इन ईमेल में उसने धमकी दी है कि यदि उसकी बात नहीं सुनी गई तो गंभीर नतीजे हो सकते हैं। इसके चलते नागपुर पुलिस ने महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के घर की सुरक्षा बढ़ा दी है, ताकि किसी भी संभावित खतरे से बचाव किया जा सके।
जगदीश उइके ने प्रधान मंत्री मोदी से मिलने की भी माँग की है, ताकि वह अपनी खोज के बारे में जानकारी साझा कर सके। उसने दावा किया है कि उसके पास आतंकवादी हमलों से जुड़ी कुछ खास जानकारियाँ हैं, जिन पर गंभीरता से विचार करना चाहिए। इसके कारण रेलवे स्टेशनों और एयरलाइंस में सुरक्षा को बढ़ाया गया है और आतंकवाद-रोधी दस्ते भी सतर्क हो गए हैं।
इस घटना के बाद पुलिस ने उइके को पकड़ने के लिए एक विशेष टीम बनाई है। अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा। उइके के भेजे गए ईमेल्स के कारण कई जगहों पर सुरक्षा की सख्ती बढ़ाई गई है ताकि कोई भी अनहोनी न हो सके।
इसी बीच, 22 अक्टूबर को लगभग 50 उड़ानों में बम की झूठी धमकी मिलने की घटनाएँ हुईं। इसमें इंडिगो और एयर इंडिया की 13-13 उड़ानें शामिल थीं। ऐसे में सरकार और सुरक्षा एजेंसियाँ इन सभी धमकियों को गंभीरता से ले रही हैं और सुरक्षा व्यवस्था को हर स्तर पर मजबूत किया जा रहा है।