भारत में कोरोना वायरस के मामलों की संख्या हर दिन के साथ बढ़ती जा रही है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, बीते 24 घंटे में देश में कुल 1,68,912 नए केस दर्ज किए गए। जबकि 904 लोगों की मौत हुई है, जो अब तक का सबसे बड़ा रिकॉर्ड है। देश में इस वक्त सबसे बुरी हालत महाराष्ट्र की है, जहाँ बीते दिन 60 हजार से अधिक केस दर्ज किए गए।
देश में बढ़ते कोरोना कहर को देखते हुए महाराष्ट्र के सबसे बड़े धार्मिक केंद्रों में से एक संत गजानन मंदिर सेवा के लिए सामने आया है। महाराष्ट्र के बुलढाणा जिले के शेगाँव के संत गजानन महाराज मंदिर को भक्तों के लिए भक्तों द्वारा सेवा के अपने अद्वितीय मॉडल के लिए जाना जाता है।
अब, मंदिर अपने सभी संसाधनों के साथ कोविड -19 के खिलाफ लड़ाई में शामिल हो गया है। यह मंदिर 22 मार्च से श्रद्धालुओं के लिए बंद है। इसे चलाने वाले ट्रस्ट ने शेगाँव में 2 बड़े भवनों को सौंप दिया है, जिसमें बुलढाणा जिला कलेक्टर का विशाल सामुदायिक रसोई भी शामिल है। यहाँ उन्होंने कोरोना संदिग्धों और रोगियों के लिए 500-बेड के अलग-अलग आइसोलेशन परिसर बनाए हैं।
वहीं सामुदायिक रसोई 2,000 लोगों के लिए दोपहर और रात का भोजन तैयार कर रही है। ज्यादातर प्रवासी मजदूर बुलढाणा जिले के विभिन्न स्कूलों / कॉलेजों में शरण लिए हुए हैं। खाना मुफ्त में दिया जाता है।
बुलढाणा के जिला कलेक्टर सुमन रावत चंद्रा ने कहा, “हमने गजानन महाराज मंदिर ट्रस्ट से दो सुविधाओं की माँग की। उन्होंने सहजता से उन्हें प्रदान किया। हमने उन्हें 500 बेड तक की क्षमता के साथ क्वारंटाइन में बदल दिया है। जिले भर में हमने विभिन्न स्थानों पर लगभग 4,000 बिस्तरों की पहचान की है।”
बता दें कि बुलढाणा जिले में अब तक कोविड -19 के 17 पॉजिटिव मामले दर्ज किए हैं और एक की मौत हो गई है। इस जिले में मामले शहरी क्षेत्रों तक सीमित नहीं हैं। शेगांव, देउलगाँव राजा, चिखली और खामगाँव तहसील के गाँवों से 10 से अधिक मामले हैं। परिणामस्वरूप, जिले भर में संस्थागत क्वारंटाइन सुविधाओं की आवश्यकता है। बुलढाणा में सरकारी अस्पताल या मेडिकल कॉलेज भी नहीं है। कलेक्टर ने कहा, “हमने पूरे जिले की जरूरत को पूरा करने के लिए गैर सरकारी संगठनों से अपील की और हमें अच्छा समर्थन मिल रहा है।”
करोना के नए मामले इतनी तेजी से बढ़ रहे हैं कि इस समय मुंबई में 6 लाख से ज्यादा लोग होम क्वारंटाइन हैं। बीएमसी के मुताबिक, फिलहाल शहर में करीब 90 हजार एक्टिव केस हैं। इनमें से 75 हजार बिना लक्षणों के हैं उनकी हालत स्थिर है। ऐसे लोगों की संख्या पिछले कुछ दिनों में तेजी से बढ़ी है। इसी के साथ उन लोगों की संख्या भी बढ़ी है जो होम आइसोलेशन में रहना चाहते हैं। कुछ हफ्ते पहले ऐसे 3.11 लाख थे, जबकि फरवरी में होम आइसोलेशन में महज 99 हजार लोग थे। लेकिन इस समय होम आइसोलेशन में 6.10 लाख लोग रह रहे हैं।
बीते दिन महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने प्रदेश की कोविड टास्क फोर्स के साथ मीटिंग की। टास्क फोर्स ने राज्य में कम से कम 14 दिन और 21 दिन तक का संपूर्ण लॉकडाउन लगाने की माँग की है। हालाँकि, अभी इस पर अंतिम निर्णय नहीं हुआ है। लेकिन राज्य के जिस तरह के हालात हैं, उस हिसाब से महाराष्ट्र ऐसे ही लॉकडाउन की ओर बढ़ता दिख रहा है।